मंत्रालय में पैम्फलेट बांटकर दी आंदोलन की सूचना:दो दिन में 26 ऑफिसों में कर्मचारियों से मिले पदाधिकारी, 4 मार्च को सुंदरकांड का पाठ

मध्य प्रदेश मंत्रालय सेवा अधिकारी-कर्मचारी संघ ने 4 मार्च को प्रस्तावित आंदोलन को लेकर मंत्रालय में कर्मचारियों से संपर्क और संवाद शुरू कर दिया है। संघ के कार्यकर्ता पिछले दाे दिन में मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव सहित 26 कार्यालयों में पहुंचे और कर्मचारियों को पैम्फलेट देकर आंदोलन की सूचना दी। साथ ही सुंदरकांड का पाठ करने के लिए आमंत्रित भी किया। संघ कर्मचारियों की मांगों और समस्याओं को जगजाहिर करने के लिए यह आंदोलन कर रहा है। संघ वल्लभ भवन के पुराने भवन के एक नंबर गेट पर यह आयोजन कर रहा है। जिसमें आंदोलनकारी पंक्तिबद्ध बैठकर सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक और कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार पटेल बताते हैं कि इस कार्यक्रम के पीछे यह भावना है कि जब कोई नहीं सुन रहा है तो भगवान को सुनाएंगे। गोस्वामी तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा में लिखा है कि जो यह पढ़हिं हनुमान चलीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा। मतलब जो लोग हनुमान चालीसा श्रद्धापूर्वक पढ़ेंगे उनके कार्य सिद्ध होंगे। स्वयं भगवान भोलेनाथ इस बात के साक्षी हैं। इन्हीं शास्त्र वचनों को आधार बनाकर यह कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने बताया कि मंत्रालयीन अधिकारियों-कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में सुंदरकांड पाठ में बैठने के लिए अपने नाम नोट करा दिए हैं। पाठ में बैठने वाले कर्मचारी-अधिकारी आसन और ग्रंथ रखने की चौकी (रहल) अपने घर से लाएंगे। सुंदरकांड की पोथी संघ उपलब्ध कराएगा। उन्होंने बताया कि मंत्रालय के साथी दयानंद उपाध्याय ने 101 पोथियां संघ को उपलब्ध करा दी हैं। यह पहला मौका है जब स्थाईकर्मियों और आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगें मंत्रालय स्तर पर उठाई जा रही हैं इसलिए इन दोनों वर्गों के कर्मचारी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। उनमें भी इस कार्यक्रम को लेकर उत्सुकता और उत्साह है। सुंदरकांड पाठ के बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सालों से आवाज उठाने के बाद भी मांगें पूरी नहीं की जा रही हैं, इससे कर्मचारियों में घोर हताशा का भाव आया है, पर इस आंदोलन के कारण उम्मीद बंधी है। समस्याएं आईं सामने कर्मचारियों से संपर्क के दौरान दो और समस्याएं संघ के संज्ञान में लाई गई हैं, उन्हें भी मांग पत्र में शामिल कर लिया गया है। इनमें भारत सरकार की भांति 25 वर्ष की सेवा के बाद पूर्ण पेंशन की पात्रता (मप्र शासन में 33 वर्ष के बाद है) और मंत्रालय के तृतीय समयमान में तृतीय पदोन्नति का वेतनमान न मिलने संबंधी विसंगति दूर करना शामिल है। इन दफ्तरों में बांटे गए पैम्फलेट दो दिन में सामान्य प्रशासन विभाग, मुख्यमंत्री सचिवालय, मुख्य सचिव कार्यालय, श्रम विभाग, पिछड़ा वर्ग विभाग, धर्मस्व, सहकारिता, कृषि, वाणिज्यिक कर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, संसदीय कार्य, उद्यानिकी, लोक निर्माण, स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जल संसाधन, संस्कृति, पर्यटन, खेल, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, पंचायत, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विमानन, महिला एवं बाल विकास विभाग के मंत्रालय स्थित दफ्तरों में संघ के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों से संपर्क किया। जनसंपर्क अभियान में ये रहे उपस्थित पैम्फलेट वितरण के दौरान संघ के सभी पदाधिकारी अध्यक्ष सुधीर नायक, मंत्रालय सेवा अधिकारी-कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार पटेल, संरक्षक राजेश कौल, सलाहकार आशीष सोनी, सचिव आलोक वर्मा, प्रमुख महामंत्री सतीश शर्मा, उपाध्यक्ष एलएस धुर्वे, दयानंद उपाध्याय, हरिशरण द्विवेदी, दिलीप सोनी, साधना मिश्रा, संतोष बड़ोदिया, नरेश सोनी, दीप्ति बच्चानी, ठाकुरदास प्रजापति, मतीन खान, विष्णु नाथानी, हरीश बाथम, श्याम बिहारी दुबे, विक्रम बाथम, बादामीलाल, मंगल सोनवाने उपस्थित थे। कर्मचारियों की प्रमुख मांगें ...

मंत्रालय में पैम्फलेट बांटकर दी आंदोलन की सूचना:दो दिन में 26 ऑफिसों में कर्मचारियों से मिले पदाधिकारी, 4 मार्च को सुंदरकांड का पाठ
मध्य प्रदेश मंत्रालय सेवा अधिकारी-कर्मचारी संघ ने 4 मार्च को प्रस्तावित आंदोलन को लेकर मंत्रालय में कर्मचारियों से संपर्क और संवाद शुरू कर दिया है। संघ के कार्यकर्ता पिछले दाे दिन में मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव सहित 26 कार्यालयों में पहुंचे और कर्मचारियों को पैम्फलेट देकर आंदोलन की सूचना दी। साथ ही सुंदरकांड का पाठ करने के लिए आमंत्रित भी किया। संघ कर्मचारियों की मांगों और समस्याओं को जगजाहिर करने के लिए यह आंदोलन कर रहा है। संघ वल्लभ भवन के पुराने भवन के एक नंबर गेट पर यह आयोजन कर रहा है। जिसमें आंदोलनकारी पंक्तिबद्ध बैठकर सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक और कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार पटेल बताते हैं कि इस कार्यक्रम के पीछे यह भावना है कि जब कोई नहीं सुन रहा है तो भगवान को सुनाएंगे। गोस्वामी तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा में लिखा है कि जो यह पढ़हिं हनुमान चलीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा। मतलब जो लोग हनुमान चालीसा श्रद्धापूर्वक पढ़ेंगे उनके कार्य सिद्ध होंगे। स्वयं भगवान भोलेनाथ इस बात के साक्षी हैं। इन्हीं शास्त्र वचनों को आधार बनाकर यह कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने बताया कि मंत्रालयीन अधिकारियों-कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में सुंदरकांड पाठ में बैठने के लिए अपने नाम नोट करा दिए हैं। पाठ में बैठने वाले कर्मचारी-अधिकारी आसन और ग्रंथ रखने की चौकी (रहल) अपने घर से लाएंगे। सुंदरकांड की पोथी संघ उपलब्ध कराएगा। उन्होंने बताया कि मंत्रालय के साथी दयानंद उपाध्याय ने 101 पोथियां संघ को उपलब्ध करा दी हैं। यह पहला मौका है जब स्थाईकर्मियों और आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगें मंत्रालय स्तर पर उठाई जा रही हैं इसलिए इन दोनों वर्गों के कर्मचारी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। उनमें भी इस कार्यक्रम को लेकर उत्सुकता और उत्साह है। सुंदरकांड पाठ के बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सालों से आवाज उठाने के बाद भी मांगें पूरी नहीं की जा रही हैं, इससे कर्मचारियों में घोर हताशा का भाव आया है, पर इस आंदोलन के कारण उम्मीद बंधी है। समस्याएं आईं सामने कर्मचारियों से संपर्क के दौरान दो और समस्याएं संघ के संज्ञान में लाई गई हैं, उन्हें भी मांग पत्र में शामिल कर लिया गया है। इनमें भारत सरकार की भांति 25 वर्ष की सेवा के बाद पूर्ण पेंशन की पात्रता (मप्र शासन में 33 वर्ष के बाद है) और मंत्रालय के तृतीय समयमान में तृतीय पदोन्नति का वेतनमान न मिलने संबंधी विसंगति दूर करना शामिल है। इन दफ्तरों में बांटे गए पैम्फलेट दो दिन में सामान्य प्रशासन विभाग, मुख्यमंत्री सचिवालय, मुख्य सचिव कार्यालय, श्रम विभाग, पिछड़ा वर्ग विभाग, धर्मस्व, सहकारिता, कृषि, वाणिज्यिक कर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, संसदीय कार्य, उद्यानिकी, लोक निर्माण, स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जल संसाधन, संस्कृति, पर्यटन, खेल, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, पंचायत, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विमानन, महिला एवं बाल विकास विभाग के मंत्रालय स्थित दफ्तरों में संघ के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों से संपर्क किया। जनसंपर्क अभियान में ये रहे उपस्थित पैम्फलेट वितरण के दौरान संघ के सभी पदाधिकारी अध्यक्ष सुधीर नायक, मंत्रालय सेवा अधिकारी-कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार पटेल, संरक्षक राजेश कौल, सलाहकार आशीष सोनी, सचिव आलोक वर्मा, प्रमुख महामंत्री सतीश शर्मा, उपाध्यक्ष एलएस धुर्वे, दयानंद उपाध्याय, हरिशरण द्विवेदी, दिलीप सोनी, साधना मिश्रा, संतोष बड़ोदिया, नरेश सोनी, दीप्ति बच्चानी, ठाकुरदास प्रजापति, मतीन खान, विष्णु नाथानी, हरीश बाथम, श्याम बिहारी दुबे, विक्रम बाथम, बादामीलाल, मंगल सोनवाने उपस्थित थे। कर्मचारियों की प्रमुख मांगें ...