मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर-नर्सिंग स्टाफ से मारपीट मामला:पुलिस ने चार लोगों पर केस दर्ज किया, परिसर में की थी तोड़फोड़
विदिशा के अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक मरीज के परिजन आक्रोशित हो गए और डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ से मारपीट कर दी। घटना के बाद पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार, शनिवार को एक बुजुर्ग महिला घर में गिरकर घायल हो गई थीं। जब डॉक्टर ने उनका ब्लड प्रेशर लिया और होंठ के अंदर की चोट देखने के लिए मुंह खोलने को कहा, तो परिजन भड़क गए। अस्पताल में तोड़फोड़ और हंगामा गुस्से में परिजनों ने डॉक्टर से धक्का-मुक्की की और आकस्मिक विभाग में तोड़फोड़ शुरू कर दी। उन्होंने दवाओं की ट्रॉलियां गिराईं, दरवाजे तोड़े और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इस दौरान डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को चोटें आईं। चार आरोपियों पर मामला दर्ज सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में किया। अस्पताल प्रबंधन की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने रेहान खान सहित चार लोगों पर शासकीय कार्य में बाधा, मारपीट और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
Mon, 03 Nov 2025 06:56:10 +0000
नर्मदापुरम कलेक्टर ने चार डिप्टी कलेक्टर बदले:जय सोलंकी नर्मदापुरम एसडीएम, देवेंद्र प्रताप सिंह को सिटी मजिस्ट्रेट बनाया
नर्मदापुरम में गुरुवार को एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट बदले गए। कलेक्टर सोनिया मीना ने व्यवस्था में बदलाव कर तबादले के आदेश बुधवार शाम को जारी किए। जिसमें एसडीएम नीता कोरी और सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत को जिला कार्यालय में भेजा है। उनकी जगह डिप्टी कलेक्टर देवेंद्र प्रताप सिंह को सिटी मजिस्ट्रेट और डिप्टी कलेक्टर जय सोलंकी को नर्मदापुरम एसडीएम बनाया गया है। जय सोलंकी कुछ महीने से सिवनी मालवा तहसीलदार के चार्ज में थे। अब उन्हें नर्मदापुरम एसडीएम बनाया है। गुरुवार को डिप्टी कलेक्टर जय सोलंकी ने एसडीएम ऑफिस और देवेंद्र प्रताप सिंह ने सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस पहुंचकर ज्वाइन किया। डिप्टी कलेक्टर नीता कोरी दो साल नर्मदापुरम एसडीएम और बृजेंद्र रावत एक साल से सिटी मजिस्ट्रेट रहे। दोनों को जिला कार्यालय में भेजा है। बृजेंद्र रावत वर्तमान में मसूरी उत्तराखंड में LBSNAA लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी में कार्यशाला में गए है। शहरी क्षेत्रों में राजस्व अभिलेख डिजिटल माध्यम से तैयार करने देश के विभिन्न राज्यों के साथ साथ मध्यप्रदेश से भी कलेक्टर, एडीएम शामिल हुए है। बृजेन्द्र रावत ने नर्मदापुरम का प्रतिनिधित्व किया है।
Thu, 30 Oct 2025 07:22:01 +0000
बीजेपी पार्षद ने खराब सड़क पर दिया अल्टीमेटम:कहा– 15 दिन में नहीं सुधरीं तो निगम दफ्तर के सामने बहाऊंगी खून, बोलीं– आए दिन हो रहे हादसे
ग्वालियर में खराब सड़कों को लेकर बीजेपी की एक महिला पार्षद ने नगर सरकार को अल्टीमेटम दिया है। पार्षद ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर चेतावनी दी है कि यदि अगले 15 दिनों में सड़कों की मरम्मत नहीं की गई, तो वह निगम मुख्यालय के सामने अपना खून बहाएंगी। यह वीडियो बीजेपी पार्षद अपर्णा पाटिल ने बसंत विहार इलाके की खराब सड़कों को लेकर जारी किया है। पाटिल ने कहा कि इन सड़कों के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं, जिनमें लोग घायल हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बसंत विहार के निवासी पूरा टैक्स चुकाते हैं, लेकिन उन्हें बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। पार्षद ने बताया कि वह तीन साल से इन सड़कों के निर्माण की मांग कर रही हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। अपर्णा पाटिल ने कहा कि क्षेत्र में लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे ऑटो और अन्य वाहन पलट रहे हैं और जनता परेशान है। उन्होंने नगर सरकार को 15 दिन का समय देते हुए चेतावनी दी कि यदि इस अवधि में सड़कों की मरम्मत नहीं की गई, तो वह निगम मुख्यालय के सामने अपना खून बहाएंगी। बता दें कि ग्वालियर में कांग्रेस की नगर सरकार है।
Thu, 30 Oct 2025 07:21:59 +0000
नेता प्रतिपक्ष बोले- SIR चुनिंदा नाम हटाने की प्रक्रिया:उमंग सिंघार ने कहा- 1 महीने में वोटर्स की जांच कैसे संभव, एमपी के वोटर्स के नाम काटने की साजिश
एमपी सहित 12 राज्यों में चल रही स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया को लेकर मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए है। भोपाल में अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिंघार ने कहा कि चुनाव आयोग ने इसे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन का नाम दिया है, लेकिन वे इसे सिलेक्टिव इंटेंसिव रिमूवल मानते हैं यानी वोटर लिस्ट से चुनिंदा नाम हटाने की प्रक्रिया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब आयोग हर साल स्पेशल समरी रिवीजन (SSR) करता आया है, तो अब SIR की आवश्यकता क्यों पड़ी? हर साल जनवरी में नाम जोड़ने और हटाने का काम होता है, तो क्या आयोग को अपनी ही प्रक्रिया पर विश्वास नहीं है? अगर आयोग को खुद पर भरोसा नहीं, तो जनता उस पर कैसे भरोसा करेगी? 'आयोग ही गड़बड़ी कर रहा, तो SIR पर विश्वास कैसे करें' सिंघार ने कहा कि उन्होंने 19 अगस्त को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वोट चोरी के कई प्रमाण प्रस्तुत किए थे, लेकिन अब तक न एमपी चुनाव आयोग और न ही भारत निर्वाचन आयोग ने कोई जवाब दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने चुनाव आयोग के एजेंट के रूप में जवाब दिया था। सिंघार ने कहा, “दो महीने में 16 लाख वोट बढ़े थे, और 9 जून 2025 को आयोग ने पत्र जारी कर कहा कि अंतिम सूची के बाद जो नाम जोड़े जाएंगे, उनकी जानकारी न तो किसी वेबसाइट पर डाली जाएगी, न किसी को दी जाएगी।” उन्होंने कहा कि एमपी के अलावा कई अन्य राज्यों में भी आयोग ने इस तरह के आदेश जारी किए हैं। “जब आयोग ही गड़बड़ी कर रहा है, तो हम SIR पर कैसे विश्वास करें?” एक महीने वोटर्स की जांच कैसे संभव सिंघार ने बताया कि प्रदेश में 5 करोड़ 65 लाख मतदाता और 65 हजार मतदान केंद्र हैं। देश में कुल 51 करोड़ मतदाता हैं। उन्होंने कहा, 4 नवंबर से 4 दिसंबर के बीच सिर्फ एक महीने में साढ़े पांच करोड़ मतदाताओं की जांच कैसे संभव है? यह आयोग का अजूबा काम हो रहा है। सिंघार ने यह भी कहा कि इतनी कम अवधि में हर व्यक्ति के दस्तावेज सत्यापित करना संभव नहीं है, ऐसे में पारदर्शिता कैसे बनी रहेगी? 50 लाख लोगों के नाम काटने साजिश है यह सिंघार ने कहा कि बिहार में लाखों लोगों को वोटर लिस्ट से हटा दिया गया। कई मजदूर जो बाहर काम कर रहे थे, उन्हें डिलीट लिस्ट में डाल दिया गया। उन्होंने लोकसभा में 20 जुलाई 2023 को दिए गए एक जवाब का हवाला देते हुए कहा कि 50 लाख एमपी के लोग बाहर काम करते हैं, तो क्या उन्हें एमपी वापस आना पड़ेगा कि वे यहां के निवासी हैं? उनका आरोप था कि 50 लाख लोगों के नाम काटने की साजिश रची जा रही है। “जब 16 लाख वोटों में गड़बड़ी की स्थिति बन सकती है, तो 50 लाख नाम काटने पर क्या होगा?” आदिवासी वोटर्स के नाम भी काटने की तैयारी सिंघार ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा आदिवासी मतदाताओं के वोट काटने की तैयारी कर रही है। “आदिवासियों के पास न इंटरनेट है, न कंप्यूटर। तीन लाख आदिवासियों के वनाधिकार पट्टे खारिज कर दिए गए, यानी 12 से 18 लाख वोट काटने की तैयारी पहले ही कर ली गई”। सिंघार ने चेतावनी दी कि यह साजिश दलित, अल्पसंख्यक और ओबीसी समुदायों तक भी पहुंचेगी। “ये लोग भी रोजगार के लिए बाहर जाते हैं, और जब BLO (बूथ लेवल अधिकारी) उन्हें घर पर नहीं पाएंगे, तो उनके नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए जाएंगे”।
Wed, 29 Oct 2025 07:42:56 +0000
नईगढ़ी में दो परिवारों में मारपीट, 3 घायल:खेत में मवेशी चराने पर हुए विवाद, 3 आरोपियों पर मामला दर्ज
मऊगंज जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र के ग्राम दुबी में आपसी विवाद के चलते मारपीट और गाली-गलौज का मामला सामने आया है। इस घटना में तीन लोग घायल हुए हैं, जिनमें से एक को गंभीर चोटों के कारण रीवा रेफर किया गया है। पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फरियादी दिनेश साकेत (28) निवासी दुबी ने नईगढ़ी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह करीब 9 बजे वह अपने घर के पास काम कर रहे थे, तभी उमेश यादव, हुयालाल यादव और छोटका यादव वहां पहुंचे। आरोपियों ने दिनेश के बड़े भाई रमेश साकेत को मवेशी द्वारा खेत की फसल चराने का आरोप लगाते हुए जातिसूचक गालियां दीं। जब रमेश ने इसका विरोध किया, तो उमेश यादव ने उस पर हमला कर दिया, जबकि अन्य दो आरोपियों ने लाठी और मुक्कों से उसकी पिटाई की। हल्ला सुनकर दिनेश साकेत और उनकी भाभी ऊषा साकेत मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव करने का प्रयास किया। हालांकि, आरोपियों ने उन्हें भी गाली देते हुए लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस दौरान दिनेश साकेत को पैर और जांघ में चोटें आईं, जबकि रमेश साकेत की नाक और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें लगीं। भाभी ऊषा साकेत के दाहिने पैर की जांघ में भी गंभीर चोट बताई गई है। तीनों घायलों को नईगढ़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले जाया गया। रमेश साकेत की चोटें गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने उन्हें संजय गांधी रीवा रेफर कर दिया है। घटना के बाद आसपास के लोगों ने बीच-बचाव किया, जिसके बाद आरोपी "आज तो बच गए हो, अगली बार जान से खत्म कर देंगे" की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए। पीड़ित की रिपोर्ट पर नईगढ़ी थाना पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जांच पूरी होने के बाद आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Wed, 29 Oct 2025 07:42:55 +0000
नसीर अहमद ने अरमान बनकर शादी युवती से शादी की:पीड़िता ने लव-जिहाद का लगाया आरोप, बोली-धर्म परिवर्तन करवाना चाहता है
जबलपुर में लव जिहाद का मामला सामने आया है। शहर के गोहलपुर में रहने वाले नसीर अहमद ने अरमान सिंह के नाम से गोरखपुर की एक युवती से दोस्ती की। जैसे ही दोनों के बीच प्रेम संबंध गहरे हुए और युवती ने विवाह की इच्छा जताई, तब दस्तावेजों से सामने आया कि अरमान बनकर दोस्ती करने वाला युवक असल में नसीर अहमद है। पीड़िता ने जबलपुर एएसपी से शिकायत की है कि नसीर उसे परेशान कर जान से मारने की धमकी दे रहा है और उसे जबरन अपने साथ रखने की कोशिश कर रहा है। इसके अलावा, वह धर्म परिवर्तन का भी दबाव बना रहा है। एएसपी ने गोरखपुर थाना प्रभारी को आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सोशल मीडिया से शुरू हुई दोस्ती गोरखपुर की 31 वर्षीय युवती ने करीब तीन साल पहले सोशल मीडिया के जरिए गोहलपुर के 38 वर्षीय नसीर अहमद से दोस्ती की। बातचीत के दौरान नसीर ने अपना नाम अरमान सिंह बताया और कहा कि वह प्राइवेट नौकरी करता है। दोनों ने नंबर साझा किया और नियमित रूप से मिलने लगे। जैसे ही दोस्ती गहरी हुई, युवती ने अरमान से शादी की बात की, तो उसने शुरुआत में इनकार किया। फिर वह कोर्ट मैरिज करने के लिए तैयार हो गया। दस्तावेजों से पता चली सच्चाई शादी के लिए दस्तावेज जमा करने पर युवती को पता चला कि अरमान सिंह असल में नसीर अहमद है। आधार कार्ड, पैन कार्ड और मार्कशीट सभी में उसका असली नाम लिखा था। पीड़िता ने बताया कि नसीर ने शादी के बाद धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। विरोध करने पर नसीर और उसके परिवार ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया। शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दी युवती ने बताया कि शादी के कुछ समय बाद नसीर और उसके परिवार ने उसे मार-पीट शुरू कर दी, भूखा-प्यासा रखा और आखिरकार घर से निकाल दिया। पीड़िता ने तलाक के लिए कोर्ट में आवेदन किया। इसके बाद नसीर ने जान से मारने की धमकी दी और उसे सार्वजनिक रूप से अपमानित करने लगा। दिव्यांग बेटी की जिम्मेदारी माता-पिता उठा रहे हैं युवती और नसीर की एक बेटी है, जो दिव्यांग है। वह देख नहीं सकती है। उसका पालन-पोषण युवती के माता-पिता कर रहे हैं और अब तक का इलाज भी उन्होंने ही कराया। जबलपुर एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गोरखपुर थाना प्रभारी को निर्देश दिए हैं कि इस केस का जल्द से जल्द निराकरण किया जाए।
Tue, 28 Oct 2025 06:52:20 +0000
सतना में फार्मासिस्ट नहीं मिलने पर तीन मेडिकल स्टोर सील:एसडीएम की मौजूदगी में ड्रग इंस्पेक्टर ने की कार्रवाई, बिना फार्मासिस्ट दवा बेचने पर सख्ती
सतना में सोमवार को तीन मेडिकल दुकानों पर कार्रवाई हुई। जांच के दौरान दुकानों पर फार्मासिस्ट मौजूद नहीं मिले, जिसके बाद टीम ने तीनों मेडिकल स्टोर सील कर दिए। यह कार्रवाई सिटी एसडीएम राहुल सिलाडिया और ड्रग इंस्पेक्टर प्रियंका चौबे ने की। टीम में डिस्ट्रिक्ट हेल्थ ऑफिसर डॉ. नलिनी शुक्ला और लिपिक आशुतोष पयासी भी शामिल थे। एसडीएम के नेतृत्व में जांच टीम रहेजा मेडिकल, प्रत्यक्ष मेडिकल और शीतलाज मेडिकोज पहुंची। जांच में न तो दुकानदार मिले और न ही पंजीकृत फार्मासिस्ट। दवाइयों की बिक्री के समय फार्मासिस्ट का मौजूद रहना जरूरी होता है। नियमों के उल्लंघन पर एसडीएम ने मौके पर ही तीनों दुकानों को सील करने के आदेश दिए। छिंदवाड़ा में हुई घटना के बाद बढ़ी सख्ती छिंदवाड़ा में जहरीली कफ सिरप पीने से 24 बच्चों की मौत के बाद प्रदेशभर में मेडिकल स्टोरों की जांच तेज की गई है। एमपी स्टेट फार्मेसी काउंसिल ने आदेश जारी किया है कि किसी भी दुकान पर बिना पंजीकृत फार्मासिस्ट के दवा बेचने पर कार्रवाई होगी। फार्मेसी एक्ट 1949 की धारा 42 के तहत तीन महीने की सजा, दो लाख रुपए जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई जारी रहेगी ड्रग इंस्पेक्टर प्रियंका चौबे ने बताया कि तीनों मेडिकल स्टोर पर बिना फार्मासिस्ट दवा बेचना साबित हुआ है, जो जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर गलती है। अब दुकानदारों को नोटिस भेजा जाएगा। अगर जवाब संतोषजनक नहीं मिला, तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
Tue, 28 Oct 2025 06:52:20 +0000
छतरपुर में किसान पर दबंगों का हमला:युवक को मरा समझ कर भागे बदमाश, खेत जाते समय लाठी-डंडों से पीटा, बाइक तोड़ी
छतरपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गठौरा गांव में रविवार शाम खेत पर जा रहे एक किसान के साथ चार लोगों ने मारपीट की। आरोपियों ने शराब के नशे में लाठी-डंडों और पत्थरों से किसान को पीटा और उसकी बाइक तोड़ दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल किसान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। युवक को मरा समझ भाग गए बदमाश जानकारी के अनुसार, गठौरा गांव निवासी 24 वर्षीय मोनू कुशवाहा रविवार देर रात अपने खेत की रखवाली के लिए जा रहा था। तभी गांव के ही संतोष, सोनू, शिवांश और चाहत सिंह ने उसे रोका और चारों ने मिलकर उस पर हमला कर दिया। उन्होंने मोनू को लाठी-डंडों, जूतों और पत्थरों से बुरी तरह पीटा और उसकी पल्सर बाइक भी तोड़ दी। पुलिस को आशंका है कि आरोपी मोनू को मरा हुआ समझकर मौके से फरार हो गए। सिविल लाइन थाना पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। गांव वालों ने अवैध शराब बेचने का आरोप लगाया गांव के लोगों ने बताया कि आरोपी अवैध तरीके से शराब बेचने का काम करते हैं। वे अक्सर गांव में दहशत फैलाने के लिए लोगों के साथ मारपीट करते रहते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ये आपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं और पुलिस से इनकी सांठगांठ रहती है, जिस कारण उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप मोनू के बड़े भाई हरि कुशवाहा ने बताया कि आरोपियों ने पहले भी उनके साथ मारपीट की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मोनू के पिता मोनी कुशवाहा ने बताया कि जब उनका बेटा खेत पर जा रहा था, तब उन्होंने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन आरोपी नहीं माने और उसे मरा हुआ समझकर भाग गए। पुलिस ने जांच शुरू की सिविल लाइन थाना प्रभारी अरुण कुमार सोनी ने बताया कि आरोपियों और पीड़ित के बीच कोई पुराना विवाद था। इसी विवाद के चलते चार लोगों ने एक व्यक्ति के साथ मारपीट की है। उन्होंने पुष्टि की कि थाने में शिकायत दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है। थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
Mon, 13 Oct 2025 06:51:47 +0000
उमरिया में वाहन की टक्कर से कर्मचारी की मौत:NH-43 पर करकेली के पास हादसा; पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को दिया
उमरिया जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर रविवार रात सड़क हादसे में एक कालरी कर्मचारी की मौत हो गई। दुर्घटना करकेली के पास हुई, जहां वाहन की टक्कर से युवक ने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान सुशील सिंह बघेल (37) के रूप में हुई है, जो चपहा कॉलोनी, उमरिया के निवासी थे। वे एसईसीएल में कार्यरत थे। पुलिस के अनुसार, सुशील उमरिया की ओर आ रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। घटना की सूचना मिलते ही नौरोजाबाद थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने रात भर मृतक की शिनाख्त करने की कोशिश की। अब पुलिस अज्ञात वाहन की तलाश में जुटी है और मामले की जांच कर रही है। सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
Mon, 13 Oct 2025 06:51:47 +0000
शहडोल में केबल चोरी के 6 आरोपी गिरफ्तार:अमलाई ओसीएम से पंप और केबल चोरी का मामला
शहडोल पुलिस ने धनपुरी थाना क्षेत्र के अमलाई ओसीएम में पंप और केबल चोरी के मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए इन आरोपियों को पकड़ा। पुलिस द्वारा दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, अमलाई ओसीएम से एक पंप और 65 मीटर पुरानी केबल चोरी हुई थी। इस केबल का वजन लगभग 3 क्विंटल था और इसकी अनुमानित कीमत 65,000 रुपये है। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने छह संदिग्धों की पहचान की। इनमें घनश्याम ढीमर (30), छोटू ढीमर उर्फ रोहित (22), सिम्मा बैगा (42), बबलू कोल (40), संतोष तोमर उर्फ गुड्डू (32) और गुड्डू उर्फ गुड्डा उर्फ नियाज खान शामिल हैं। सभी आरोपी धनपुरी और आसपास के क्षेत्रों के निवासी हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने चोरी की गई केबल को जलाकर उसका तांबा निकाला और फिर उसे कबाड़ी गुड्डू उर्फ नियाज खान को बेच दिया। धनपुरी पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों को समय पर गिरफ्तार कर लिया गया है।
Sat, 11 Oct 2025 06:39:45 +0000