विदिशा की 124 साल पुरानी रामलीला में अनूठी प्रस्तुति:समुद्र पार करते दिखे भगवान राम; आज आकाश में उड़ेंगे हनुमान
विदिशा की 124 साल पुरानी रामलीला में अनूठी प्रस्तुति:समुद्र पार करते दिखे भगवान राम; आज आकाश में उड़ेंगे हनुमान
विदिशा में 124 वर्षों से चली आ रही ऐतिहासिक रामलीला में इस बार अद्भुत दृश्यों का मंचन किया जा रहा है। आयोजकों ने बताया कि यह रामलीला अपनी चलित प्रस्तुति के लिए विशेष रूप से जानी जाती है। इसमें कलाकार एक स्थान पर सीमित न रहकर पूरे मैदान में घूम-घूमकर पात्रों का अभिनय करते हैं। शुक्रवार को रामलीला परिसर में प्रतीक रूप में समुद्र का निर्माण किया गया। इस दृश्य में भगवान राम की वानर सेना द्वारा सेतु निर्माण और लंका तक की यात्रा का मनोहारी मंचन किया गया। जैसे ही राम, लक्ष्मण और वानर सेना समुद्र पार कर लंका पहुंचे, दर्शकों के बीच जयश्री राम के जयकारे गूंज उठे। कार्यक्रम में रामेश्वरम की स्थापना का मंचन और अंगद-रावण संवाद के दृश्य ने भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। आगामी प्रस्तुति में एक और रोमांचक दृश्य देखने को मिलेगा, जिसमें रोप-वे की मदद से हनुमान को आकाश में उड़ते हुए दिखाया जाएगा। शनिवार को राम और रावण की सेनाओं के बीच युद्ध का मंचन होगा, जिसमें लक्ष्मण को शक्ति लगने के बाद हनुमान के संजीवनी लाने का दृश्य विशेष आकर्षण का केंद्र होगा। देखें आयोजन की तस्वीरें..
विदिशा में 124 वर्षों से चली आ रही ऐतिहासिक रामलीला में इस बार अद्भुत दृश्यों का मंचन किया जा रहा है। आयोजकों ने बताया कि यह रामलीला अपनी चलित प्रस्तुति के लिए विशेष रूप से जानी जाती है। इसमें कलाकार एक स्थान पर सीमित न रहकर पूरे मैदान में घूम-घूमकर पात्रों का अभिनय करते हैं। शुक्रवार को रामलीला परिसर में प्रतीक रूप में समुद्र का निर्माण किया गया। इस दृश्य में भगवान राम की वानर सेना द्वारा सेतु निर्माण और लंका तक की यात्रा का मनोहारी मंचन किया गया। जैसे ही राम, लक्ष्मण और वानर सेना समुद्र पार कर लंका पहुंचे, दर्शकों के बीच जयश्री राम के जयकारे गूंज उठे। कार्यक्रम में रामेश्वरम की स्थापना का मंचन और अंगद-रावण संवाद के दृश्य ने भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। आगामी प्रस्तुति में एक और रोमांचक दृश्य देखने को मिलेगा, जिसमें रोप-वे की मदद से हनुमान को आकाश में उड़ते हुए दिखाया जाएगा। शनिवार को राम और रावण की सेनाओं के बीच युद्ध का मंचन होगा, जिसमें लक्ष्मण को शक्ति लगने के बाद हनुमान के संजीवनी लाने का दृश्य विशेष आकर्षण का केंद्र होगा। देखें आयोजन की तस्वीरें..