मनीषा की युवाओं को सलाह, बोलीं- कड़ी मेहनत के अलावा कोई विकल्प नहीं

नई दिल्ली, 14 जून । भारतीय महिला फुटबॉल टीम की स्टार मनीषा कल्याण जब भी फुटबॉल के मैदान पर अपने देश या क्लब का प्रतिनिधित्व नहीं कर रही होती हैं, तो उस समय उनका ध्यान युवा लड़कियों को फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित करने पर होता है। मनीषा ने युवा महिला फुटबॉलरों को कुछ सलाह दी, जो इस खेल को अपनाना चाहती हैं। उन्होंने एआईएफएफ वेबसाइट के हवाले से कहा, अगर कोई मुझे खेलते हुए देख रहा है और खेल को जुनून के साथ फॉलो कर रहा है, तो मेरी सलाह है कि वे मेहनत करें। उन्हें एक बात याद रखनी चाहिए कि निरंतरता ही सफलता की कुंजी है। इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, अन्य कोई विकल्प नहीं है। विंगर ने यूनाइटेड नेशंस इंडिया, किंगडम ऑफ बेल्जियम और किंगडम ऑफ नीदरलैंड के एंबेसी और ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के साथ मिलकर स्लम सॉकर और सेक्विन इंडिया की युवा महिला फुटबॉलरों को एक फ्रेंडली मैच के जरिए एक साथ मैदान पर उतारा, ताकि फुटबॉल में महिलाओं के लिए जागरूकता बढ़ाई जा सके। भारतीय राष्ट्रीय महिला फुटबॉल टीम की एक महत्वपूर्ण सदस्य मनीषा ने कहा कि युवा खिलाड़ियों को ऐसे आयोजनों के माध्यम से खुद को साबित करने का मौका मिलता है। मनीषा ने कहा, इन मैचों के जरिए लड़कियों को अपना हुनर ​​दिखाने और लोगों की नजरों में आने में मदद मिलेगी। उन्हें फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और वे बेहतर खेलने के लिए कड़ी मेहनत करेंगी। वीमेन इन स्पोर्ट्स: बाधाओं को तोड़ रही हैं शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मनीषा ने कहा कि युवा लड़कियों को इस खूबसूरत खेल को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह के और भी आयोजन किए जाने चाहिए। उन्होंने आगे कहा, इस तरह के आयोजन नियमित रूप से होते रहना ज़रूरी है। आप कई युवा खिलाड़ियों को उत्साही चेहरों के साथ देख सकते हैं। उन्हें एक मंच मिल रहा है और बहुत से लोग उनकी सराहना कर रहे हैं। मनीषा ने अपनी बात खत्म करते हुए हंसते हुए कहा, मुझे खुशी है कि वे भारतीय फुटबॉल के बारे में बहुत कुछ जानती हैं; उनमें से कुछ मेरे साथ फोटो खिंचवाना चाहती थीं। -(आईएएनएस)

मनीषा की युवाओं को सलाह, बोलीं- कड़ी मेहनत के अलावा कोई विकल्प नहीं
नई दिल्ली, 14 जून । भारतीय महिला फुटबॉल टीम की स्टार मनीषा कल्याण जब भी फुटबॉल के मैदान पर अपने देश या क्लब का प्रतिनिधित्व नहीं कर रही होती हैं, तो उस समय उनका ध्यान युवा लड़कियों को फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित करने पर होता है। मनीषा ने युवा महिला फुटबॉलरों को कुछ सलाह दी, जो इस खेल को अपनाना चाहती हैं। उन्होंने एआईएफएफ वेबसाइट के हवाले से कहा, अगर कोई मुझे खेलते हुए देख रहा है और खेल को जुनून के साथ फॉलो कर रहा है, तो मेरी सलाह है कि वे मेहनत करें। उन्हें एक बात याद रखनी चाहिए कि निरंतरता ही सफलता की कुंजी है। इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, अन्य कोई विकल्प नहीं है। विंगर ने यूनाइटेड नेशंस इंडिया, किंगडम ऑफ बेल्जियम और किंगडम ऑफ नीदरलैंड के एंबेसी और ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के साथ मिलकर स्लम सॉकर और सेक्विन इंडिया की युवा महिला फुटबॉलरों को एक फ्रेंडली मैच के जरिए एक साथ मैदान पर उतारा, ताकि फुटबॉल में महिलाओं के लिए जागरूकता बढ़ाई जा सके। भारतीय राष्ट्रीय महिला फुटबॉल टीम की एक महत्वपूर्ण सदस्य मनीषा ने कहा कि युवा खिलाड़ियों को ऐसे आयोजनों के माध्यम से खुद को साबित करने का मौका मिलता है। मनीषा ने कहा, इन मैचों के जरिए लड़कियों को अपना हुनर ​​दिखाने और लोगों की नजरों में आने में मदद मिलेगी। उन्हें फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और वे बेहतर खेलने के लिए कड़ी मेहनत करेंगी। वीमेन इन स्पोर्ट्स: बाधाओं को तोड़ रही हैं शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मनीषा ने कहा कि युवा लड़कियों को इस खूबसूरत खेल को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह के और भी आयोजन किए जाने चाहिए। उन्होंने आगे कहा, इस तरह के आयोजन नियमित रूप से होते रहना ज़रूरी है। आप कई युवा खिलाड़ियों को उत्साही चेहरों के साथ देख सकते हैं। उन्हें एक मंच मिल रहा है और बहुत से लोग उनकी सराहना कर रहे हैं। मनीषा ने अपनी बात खत्म करते हुए हंसते हुए कहा, मुझे खुशी है कि वे भारतीय फुटबॉल के बारे में बहुत कुछ जानती हैं; उनमें से कुछ मेरे साथ फोटो खिंचवाना चाहती थीं। -(आईएएनएस)