ग़ज़ा युद्ध विराम प्रस्ताव से भारत ने बनाई दूरी, पर फ़लस्तीनियों के आत्मनिर्णय का किया समर्थन

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में ग़ज़ा में युद्ध विराम की मांग वाले एक प्रस्ताव पर वोटिंग से भारत ने खुद को अलग रखा. शुक्रवार को हुए इस मतदान में भारत समेत 13 देशों ने हिस्सा नहीं लिया. 28 देशों ने पक्ष में जबकि अमेरिका और जर्मनी समेत छह देशों ने इसके ख़िलाफ़ वोट किया. परिषद में पांच प्रस्ताव पास किए गए. इनमें ग़ज़ा पट्टी की घेरेबंदी हटाए जाने की मांग वाला प्रस्ताव भी शामिल है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि छह महीनों में इसराइली सेना ने ग़ज़ा में बिना रुके मौत और तबाही को अंजाम दिया है. खाने और पानी के बिना बच्चे मर रहे हैं. फ़लस्तीनी लोगों को सामूहिक सज़ा देने को किसी भी तरह सही नहीं ठहराया जा सकता है. एंटोनियो गुटेरेस लगातार ग़ज़ा में युद्ध विराम की अपील कर रहे हैं और ग़ज़ा में पूरी आबादी के भुखमरी की स्थित में पहुंचने की चेतावनी दे रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक इसराइली सेना के अभियान में अब तक एक लाख से अधिक फ़लस्तीनी या तो मारे गए या घायल हुए हैं, जिनमें एक तिहाई बच्चे हैं. फ़लस्तीनियों के आत्मनिर्णय को भारत का समर्थन शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पेश किए गए पांच प्रस्तावों में से तीन पर भारत ने पक्ष में मतदान किया. संयुक्त राष्ट्र में फ़लस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय का अधिकार, सीरिया के कब्ज़े वाले गोलान में मानवाधिकार, सीरियाई गोलान और पूर्वी यरूशलम समेत कब्ज़े वाले फ़लस्तीनी इलाके में इसराइली बस्तियों के मामले में प्रस्ताव पेश किए गए थे.(bbc.com/hindi)

ग़ज़ा युद्ध विराम प्रस्ताव से भारत ने बनाई दूरी, पर फ़लस्तीनियों के आत्मनिर्णय का किया समर्थन
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में ग़ज़ा में युद्ध विराम की मांग वाले एक प्रस्ताव पर वोटिंग से भारत ने खुद को अलग रखा. शुक्रवार को हुए इस मतदान में भारत समेत 13 देशों ने हिस्सा नहीं लिया. 28 देशों ने पक्ष में जबकि अमेरिका और जर्मनी समेत छह देशों ने इसके ख़िलाफ़ वोट किया. परिषद में पांच प्रस्ताव पास किए गए. इनमें ग़ज़ा पट्टी की घेरेबंदी हटाए जाने की मांग वाला प्रस्ताव भी शामिल है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि छह महीनों में इसराइली सेना ने ग़ज़ा में बिना रुके मौत और तबाही को अंजाम दिया है. खाने और पानी के बिना बच्चे मर रहे हैं. फ़लस्तीनी लोगों को सामूहिक सज़ा देने को किसी भी तरह सही नहीं ठहराया जा सकता है. एंटोनियो गुटेरेस लगातार ग़ज़ा में युद्ध विराम की अपील कर रहे हैं और ग़ज़ा में पूरी आबादी के भुखमरी की स्थित में पहुंचने की चेतावनी दे रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक इसराइली सेना के अभियान में अब तक एक लाख से अधिक फ़लस्तीनी या तो मारे गए या घायल हुए हैं, जिनमें एक तिहाई बच्चे हैं. फ़लस्तीनियों के आत्मनिर्णय को भारत का समर्थन शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पेश किए गए पांच प्रस्तावों में से तीन पर भारत ने पक्ष में मतदान किया. संयुक्त राष्ट्र में फ़लस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय का अधिकार, सीरिया के कब्ज़े वाले गोलान में मानवाधिकार, सीरियाई गोलान और पूर्वी यरूशलम समेत कब्ज़े वाले फ़लस्तीनी इलाके में इसराइली बस्तियों के मामले में प्रस्ताव पेश किए गए थे.(bbc.com/hindi)