अनूपपुर कृषि विभाग के 6 अधिकारियों पर केस दर्ज:2.29 करोड़ का किया गबन, ईओडब्ल्यू रीवा ने की कार्रवाई
अनूपपुर कृषि विभाग के 6 अधिकारियों पर केस दर्ज:2.29 करोड़ का किया गबन, ईओडब्ल्यू रीवा ने की कार्रवाई
अनूपपुर जिले में किसानों के लिए आई सरकारी मदद में बड़े घोटाले का मामला सामने आया है। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की रीवा इकाई ने मंगलवार को कृषि विभाग के उप संचालक समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। 'आत्मा' परियोजना में 2.29 करोड़ का किया गबन मामला 2019 का है। 'आत्मा' परियोजना के तहत अनूपपुर जिले के जैतहरी, अनूपपुर और पुष्पराजगढ़ विकासखंडों के किसानों को वर्मी कम्पोस्ट खाद, मल्टी टूल फ्रेम, उन्नत हंसिया, वर्मी बेड और बायो इनोकुलेंट जैसी सामग्री वितरित की जानी थी। जांच में पाया गया कि इन सामग्रियों का वितरण नहीं किया गया और 2.29 करोड़ रुपए का गबन कर लिया गया। जांच के दौरान सामने आया घोटाला रीवा ईओडब्ल्यू के एसपी अरविंद कुमार ठाकुर ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद गठित टीम की जांच में यह घोटाला सामने आया। आरोपियों में कृषि परियोजना के उप संचालक एनडी गुप्ता, उप परियोजना संचालक निशा सिंह, सहायक संचालक वर्षा त्रिपाठी, मध्य प्रदेश कृषि उद्योग विकास निगम के जिला प्रबंधक एसके शर्मा, और शील बायोटेक लिमिटेड दिल्ली के प्रोपराइटर शामिल हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 120बी, 409, 420, 467, 468, 471 के साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अनूपपुर जिले में किसानों के लिए आई सरकारी मदद में बड़े घोटाले का मामला सामने आया है। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की रीवा इकाई ने मंगलवार को कृषि विभाग के उप संचालक समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। 'आत्मा' परियोजना में 2.29 करोड़ का किया गबन मामला 2019 का है। 'आत्मा' परियोजना के तहत अनूपपुर जिले के जैतहरी, अनूपपुर और पुष्पराजगढ़ विकासखंडों के किसानों को वर्मी कम्पोस्ट खाद, मल्टी टूल फ्रेम, उन्नत हंसिया, वर्मी बेड और बायो इनोकुलेंट जैसी सामग्री वितरित की जानी थी। जांच में पाया गया कि इन सामग्रियों का वितरण नहीं किया गया और 2.29 करोड़ रुपए का गबन कर लिया गया। जांच के दौरान सामने आया घोटाला रीवा ईओडब्ल्यू के एसपी अरविंद कुमार ठाकुर ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद गठित टीम की जांच में यह घोटाला सामने आया। आरोपियों में कृषि परियोजना के उप संचालक एनडी गुप्ता, उप परियोजना संचालक निशा सिंह, सहायक संचालक वर्षा त्रिपाठी, मध्य प्रदेश कृषि उद्योग विकास निगम के जिला प्रबंधक एसके शर्मा, और शील बायोटेक लिमिटेड दिल्ली के प्रोपराइटर शामिल हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 120बी, 409, 420, 467, 468, 471 के साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।