मधु खन्ना की 'तंत्र ऑन द एज' ने ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर आर्ट बुक प्राइज 2024 जीता

नयी दिल्ली, 17 जुलाई। कला इतिहासकार मधु खन्ना ने अपनी पुस्तक तंत्र ऑन द एज के लिए ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर आर्ट बुक प्राइज का दूसरा संस्करण जीता है। भारत और श्रीलंका में नॉर्वे की राजदूत मे-एलिन स्टेनर द्वारा मंगलवार को आयोजित पुरस्कार समारोह में खन्ना और पुस्तक के प्रकाशक डीएजी को ट्रॉफी, प्रमाण पत्र और एक लाख रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। खन्ना ने कहा, इस पुस्तक को लिखना जुनून और समर्पण की यात्रा रही है। जैसे-जैसे हम हिंसा और पारिस्थितिकीय क्षरण से त्रस्त 21वीं सदी में प्रवेश कर रहे हैं, हमें अतीत के गुमनाम शिल्पी-योगियों और ऋषि-विद्वानों से विरासत में मिली तंत्र और योग की आध्यात्मिक विरासत को पुनः प्राप्त करना होगा। उन्होंने कहा, उनकी विरासत के कारण ही हम आज तंत्र कला और उसके दर्शन की कालातीत आधुनिकता का जश्न मना पा रहे हैं। निर्णायक मंडल में स्टेनर के अलावा कला इतिहासकार अलका पांडे और ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर्स की प्रीति पॉल शामिल थीं। निर्णायक मंडल ने विजयी पुस्तक के अतिरिक्त - दो अन्य पुस्तकों की भी सराहना की जिसमें नियोगी बुक्स द्वारा प्रकाशित शिल्पा शाह और रोजमरी क्रिल की द शूमेकर्स स्टिच: मोची एम्ब्रॉयडरीज ऑफ गुजरात इन द तापी कलेक्शन तथा एलेफ बुक कंपनी द्वारा प्रकाशित थोटा वैकुंठम्स थोटा वैकुंठम: ए सेलिब्रेशन शामिल हैं।(भाषा)

मधु खन्ना की 'तंत्र ऑन द एज' ने ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर आर्ट बुक प्राइज 2024 जीता
नयी दिल्ली, 17 जुलाई। कला इतिहासकार मधु खन्ना ने अपनी पुस्तक तंत्र ऑन द एज के लिए ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर आर्ट बुक प्राइज का दूसरा संस्करण जीता है। भारत और श्रीलंका में नॉर्वे की राजदूत मे-एलिन स्टेनर द्वारा मंगलवार को आयोजित पुरस्कार समारोह में खन्ना और पुस्तक के प्रकाशक डीएजी को ट्रॉफी, प्रमाण पत्र और एक लाख रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। खन्ना ने कहा, इस पुस्तक को लिखना जुनून और समर्पण की यात्रा रही है। जैसे-जैसे हम हिंसा और पारिस्थितिकीय क्षरण से त्रस्त 21वीं सदी में प्रवेश कर रहे हैं, हमें अतीत के गुमनाम शिल्पी-योगियों और ऋषि-विद्वानों से विरासत में मिली तंत्र और योग की आध्यात्मिक विरासत को पुनः प्राप्त करना होगा। उन्होंने कहा, उनकी विरासत के कारण ही हम आज तंत्र कला और उसके दर्शन की कालातीत आधुनिकता का जश्न मना पा रहे हैं। निर्णायक मंडल में स्टेनर के अलावा कला इतिहासकार अलका पांडे और ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर्स की प्रीति पॉल शामिल थीं। निर्णायक मंडल ने विजयी पुस्तक के अतिरिक्त - दो अन्य पुस्तकों की भी सराहना की जिसमें नियोगी बुक्स द्वारा प्रकाशित शिल्पा शाह और रोजमरी क्रिल की द शूमेकर्स स्टिच: मोची एम्ब्रॉयडरीज ऑफ गुजरात इन द तापी कलेक्शन तथा एलेफ बुक कंपनी द्वारा प्रकाशित थोटा वैकुंठम्स थोटा वैकुंठम: ए सेलिब्रेशन शामिल हैं।(भाषा)