प्रभावी सत्र एवं पैनल के माध्यम से इमरजेंसी मेडीसिन एवं ट्रामा विषय पर महत्वपूर्ण चर्चाएं

प्रदेश में पहला सिंपोजिय़म रामकृष्ण केयर में आयोजित रायपुर, 8 सितंबर। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल ने बताया कि इमरजेंसी मेडिसिन और ट्रॉमा विभाग द्वारा 7 और 8 सितंबर 2024 को रायपुर में फ्रंटलाइन फ्यूजन, छत्तीसगढ़ इमरजेंसी मेडिसिन और ट्रॉमा सिंपोजिय़म 2024 का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एक अनूठा इमरजेंसी सिंपोजिय़म है, जिसे छत्तीसगढ़ में किसी अस्पताल द्वारा पहली बार आयोजित किया गया है, जिसमें प्रभावी सत्र एवं पैनल के माध्यम से इमरजेंसी मेडीसिन एवं ट्रामा विषय पर महत्वपूर्ण चर्चाएं आयोजित की जा रही हैं। हॉस्पिटल ने बताया कि हॉस्पिटल के रोजमर्रा के कार्यों में फ्रंटलाइन इमरजेंसी मेडिसिन योद्धाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यह सम्मेलन न केवल इमरजेंसी मेडिसिन के फ्रंटलाइन योद्धाओं को शिक्षित करने का उद्देश्य रखता है, बल्कि भविष्य के डॉक्टरों को भी जानकारी देने के लिए है, क्योंकि इसमें मेडिकल छात्रों से लेकर योग्य इमरजेंसी डॉक्टरों तक ने भाग लिया है। ट्रॉमा से लेकर हार्ट अटैक तक की जानकारी और चिकित्सा प्रक्रिया से संबंधित सत्र इस सम्मेलन के मुख्य आकर्षण हैं। हॉस्पिटल ने बताया कि यह कार्यक्रम डॉ. अब्बास नक़वी (आयोजन अध्यक्ष), डॉ. संतोष सिंह (आयोजन सचिव और प्रमुख, इमरजेंसी और ट्रॉमा), डॉ. ऋचा कश्यप (सह-सचिव, कंसल्टेंट, इमरजेंसी और ट्रॉमा) और डॉ. अपूर्वा चौधरी (जूनियर कंसल्टेंट, इमरजेंसी और ट्रॉमा) के सक्षम मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है। दो दिवसीय इस शैक्षणिक आयोजन में देशभर के प्रतिष्ठित वक्ताओं और रायपुर व छत्तीसगढ़ के अग्रणी इमरजेंसी और क्रिटिकल केयर कंसल्टेंट्स ने भाग लिया।

प्रभावी सत्र एवं पैनल के माध्यम से इमरजेंसी मेडीसिन एवं ट्रामा विषय पर महत्वपूर्ण चर्चाएं
प्रदेश में पहला सिंपोजिय़म रामकृष्ण केयर में आयोजित रायपुर, 8 सितंबर। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल ने बताया कि इमरजेंसी मेडिसिन और ट्रॉमा विभाग द्वारा 7 और 8 सितंबर 2024 को रायपुर में फ्रंटलाइन फ्यूजन, छत्तीसगढ़ इमरजेंसी मेडिसिन और ट्रॉमा सिंपोजिय़म 2024 का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एक अनूठा इमरजेंसी सिंपोजिय़म है, जिसे छत्तीसगढ़ में किसी अस्पताल द्वारा पहली बार आयोजित किया गया है, जिसमें प्रभावी सत्र एवं पैनल के माध्यम से इमरजेंसी मेडीसिन एवं ट्रामा विषय पर महत्वपूर्ण चर्चाएं आयोजित की जा रही हैं। हॉस्पिटल ने बताया कि हॉस्पिटल के रोजमर्रा के कार्यों में फ्रंटलाइन इमरजेंसी मेडिसिन योद्धाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यह सम्मेलन न केवल इमरजेंसी मेडिसिन के फ्रंटलाइन योद्धाओं को शिक्षित करने का उद्देश्य रखता है, बल्कि भविष्य के डॉक्टरों को भी जानकारी देने के लिए है, क्योंकि इसमें मेडिकल छात्रों से लेकर योग्य इमरजेंसी डॉक्टरों तक ने भाग लिया है। ट्रॉमा से लेकर हार्ट अटैक तक की जानकारी और चिकित्सा प्रक्रिया से संबंधित सत्र इस सम्मेलन के मुख्य आकर्षण हैं। हॉस्पिटल ने बताया कि यह कार्यक्रम डॉ. अब्बास नक़वी (आयोजन अध्यक्ष), डॉ. संतोष सिंह (आयोजन सचिव और प्रमुख, इमरजेंसी और ट्रॉमा), डॉ. ऋचा कश्यप (सह-सचिव, कंसल्टेंट, इमरजेंसी और ट्रॉमा) और डॉ. अपूर्वा चौधरी (जूनियर कंसल्टेंट, इमरजेंसी और ट्रॉमा) के सक्षम मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है। दो दिवसीय इस शैक्षणिक आयोजन में देशभर के प्रतिष्ठित वक्ताओं और रायपुर व छत्तीसगढ़ के अग्रणी इमरजेंसी और क्रिटिकल केयर कंसल्टेंट्स ने भाग लिया।