विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को जागरूक करने जेपी इंटरनेशनल में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम

कांकेर, 28 जुलाई। जेपी इंटरनेशनल स्कूल ने बताया कि कमांडेंट कार्यालय राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ग्रह मंत्रालय तृतीय वाहिनी एन डी आर एफ मुडली, कटक, ओडिशा के द्वारा जे पी इंटरनेशनल स्कूल में शनिवार को विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को जागरूक करने हेतु आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल ने बताया कि सर्वप्रथम मुख्य प्रशिक्षक श्री अरुण लांबा ( सब इंस्पेक्टर, एन डी आर एफ), प्रशिक्षक हेड कॉन्स्टेबल श्री मांझी, कॉन्स्टेबल श्री तुलसी बिरमन एवं विशाल का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। मुख्य प्रशिक्षक श्री अरुण लांबा ने बताया कि भूकंप, आग , बाढ़, आकाशीय बिजली, सर्पदंश एवं भूस्खलन जैसी विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है, न ही इन्हें रोका जा सकता है, लेकिन इसके प्रभाव को एक सीमा तक जरूर कम किया जा सकता है, जिससे कि जान-माल का कम से कम नुकसान हो। स्कूल ने बताया कि यह कार्य तभी किया जा सकता है जब हमे इन प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए आवश्यक प्राथमिक बचाव उपायों के बारे में हमें पर्याप्त जानकारी हो। प्रत्येक वर्ष प्राकृतिक आपदाओं से अनेक लोगों की मृत्यु हो जाती है। विद्यार्थियों को सर्पदंश के बारे में बताया कि सर्पदंश होने पर काटे गए जगह पर दर्द, नींद आना, सांस लेने में परेशानी हो सकती है, सांप के डसे हुए अंग को नीचे रखें और सांत्वना दें। घबराहट से हृदयगति, खून का संचरण तेज हो जाता है, जहरीले सांप ने डसा है तो डॉक्टर एंटी वीनम सीरम इंजेक्शन का उपयोग कर सकते हैं।

विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को जागरूक करने जेपी इंटरनेशनल में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम
कांकेर, 28 जुलाई। जेपी इंटरनेशनल स्कूल ने बताया कि कमांडेंट कार्यालय राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ग्रह मंत्रालय तृतीय वाहिनी एन डी आर एफ मुडली, कटक, ओडिशा के द्वारा जे पी इंटरनेशनल स्कूल में शनिवार को विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को जागरूक करने हेतु आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल ने बताया कि सर्वप्रथम मुख्य प्रशिक्षक श्री अरुण लांबा ( सब इंस्पेक्टर, एन डी आर एफ), प्रशिक्षक हेड कॉन्स्टेबल श्री मांझी, कॉन्स्टेबल श्री तुलसी बिरमन एवं विशाल का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। मुख्य प्रशिक्षक श्री अरुण लांबा ने बताया कि भूकंप, आग , बाढ़, आकाशीय बिजली, सर्पदंश एवं भूस्खलन जैसी विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है, न ही इन्हें रोका जा सकता है, लेकिन इसके प्रभाव को एक सीमा तक जरूर कम किया जा सकता है, जिससे कि जान-माल का कम से कम नुकसान हो। स्कूल ने बताया कि यह कार्य तभी किया जा सकता है जब हमे इन प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए आवश्यक प्राथमिक बचाव उपायों के बारे में हमें पर्याप्त जानकारी हो। प्रत्येक वर्ष प्राकृतिक आपदाओं से अनेक लोगों की मृत्यु हो जाती है। विद्यार्थियों को सर्पदंश के बारे में बताया कि सर्पदंश होने पर काटे गए जगह पर दर्द, नींद आना, सांस लेने में परेशानी हो सकती है, सांप के डसे हुए अंग को नीचे रखें और सांत्वना दें। घबराहट से हृदयगति, खून का संचरण तेज हो जाता है, जहरीले सांप ने डसा है तो डॉक्टर एंटी वीनम सीरम इंजेक्शन का उपयोग कर सकते हैं।