रिलायंस फाउंडेशन और कौशल विकास निगम साझेदारी से लाखों युवाओं को फायदे का लक्ष्य

रायपुर, 16 फरवरी। रिलायंस फ़ाउंडेशन ने बताया कि रिलायंस फाउंडेशन और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने एक साझेदारी की नींव रखी है।इसमें 5,00,000 भारतीय युवाओं के लिए भविष्यमें काम आनेवाले कौशलों (फ्यूचर-रेडी स्किल्स) पर आधारित कोर्स बनाएजाएंगे। इस साझेदारी में पाठ्यक्रम विकास और युवाओं की क्षमता निर्माण के साथ एडटेक, साइबर सुरक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), पर्यावरण स्थिरता, नीति-विश्लेषण, और ऐसे बहुत से क्षेत्रोंको ध्यान में रखा जाएगा। फ़ाउंडेशन ने बताया कि उम्मीद है कि रिलायंस फाउंडेशन के डिजिटल-फॉरवर्ड एप्रोचके चलते ऐसे युवाओं के बीच लोकप्रियता हासिल होगी जो भविष्य में काम आने वाले नए करियर में रुचि रखते हैं। इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा तथा कौशल िवकास और उद्यमशीलता मंत्री,धर्मेंद्रप्रधाननेकहा, भारत - कौशल, पुन: कौशल और कौशल उन्नयन के मंत्र को अपना कर अब किसी से रुकने वाला नही ंहै। फ़ाउंडेशन ने बताया कि स्किलिं गई को सिस्टम में िवभिन्न डिजिटल सेवाओं के इस्तेमाल से ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर युवा को अपने कौशल के विकास के लिए सुविधाएँ कहीं भी और कभी भी उपलबद्ध हों। जिस तरह प्रौद्योगिकी, स्केल, सम्पोषणीयता, के साथ भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है, इससे भारतीय कार्य बल न केवल देश की मांग की पूर्ति करेगा बल्कि विश्वस्तर पर भी नए बेंच मार्क स्थापित करेगा। फ़ाउंडेशन ने बताया कि इस स्ट्रेटेजिक साझेदारी पर रिलायंस फाउंडेशन के सीईओ श्रीजगन्नाथ कुमार, ने कहा, भारत में दुनिया की सबसे बड़ी युवा जनसंख्या है, और यह हमारा प्रयास है कि हम उन्हें फ्य़ूचर-रेडी स्किल्स के साथ तैयार करें। रिलायंस फाउंडेशन में हम मानते हैं कि यहसाझेदारीउनकी आकांक्षाओं को पूरा करने और उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक अनोखी पहलहै।

रिलायंस फाउंडेशन और कौशल विकास निगम साझेदारी से लाखों युवाओं को फायदे का लक्ष्य
रायपुर, 16 फरवरी। रिलायंस फ़ाउंडेशन ने बताया कि रिलायंस फाउंडेशन और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने एक साझेदारी की नींव रखी है।इसमें 5,00,000 भारतीय युवाओं के लिए भविष्यमें काम आनेवाले कौशलों (फ्यूचर-रेडी स्किल्स) पर आधारित कोर्स बनाएजाएंगे। इस साझेदारी में पाठ्यक्रम विकास और युवाओं की क्षमता निर्माण के साथ एडटेक, साइबर सुरक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), पर्यावरण स्थिरता, नीति-विश्लेषण, और ऐसे बहुत से क्षेत्रोंको ध्यान में रखा जाएगा। फ़ाउंडेशन ने बताया कि उम्मीद है कि रिलायंस फाउंडेशन के डिजिटल-फॉरवर्ड एप्रोचके चलते ऐसे युवाओं के बीच लोकप्रियता हासिल होगी जो भविष्य में काम आने वाले नए करियर में रुचि रखते हैं। इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा तथा कौशल िवकास और उद्यमशीलता मंत्री,धर्मेंद्रप्रधाननेकहा, भारत - कौशल, पुन: कौशल और कौशल उन्नयन के मंत्र को अपना कर अब किसी से रुकने वाला नही ंहै। फ़ाउंडेशन ने बताया कि स्किलिं गई को सिस्टम में िवभिन्न डिजिटल सेवाओं के इस्तेमाल से ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर युवा को अपने कौशल के विकास के लिए सुविधाएँ कहीं भी और कभी भी उपलबद्ध हों। जिस तरह प्रौद्योगिकी, स्केल, सम्पोषणीयता, के साथ भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है, इससे भारतीय कार्य बल न केवल देश की मांग की पूर्ति करेगा बल्कि विश्वस्तर पर भी नए बेंच मार्क स्थापित करेगा। फ़ाउंडेशन ने बताया कि इस स्ट्रेटेजिक साझेदारी पर रिलायंस फाउंडेशन के सीईओ श्रीजगन्नाथ कुमार, ने कहा, भारत में दुनिया की सबसे बड़ी युवा जनसंख्या है, और यह हमारा प्रयास है कि हम उन्हें फ्य़ूचर-रेडी स्किल्स के साथ तैयार करें। रिलायंस फाउंडेशन में हम मानते हैं कि यहसाझेदारीउनकी आकांक्षाओं को पूरा करने और उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक अनोखी पहलहै।