मतांतरित ईसाई की मौत, कफन-दफन को लेकर गांव में तनाव

घंटों मशक्कत के बाद परिजन माने, हिन्दू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 22 मई। मतांतरित ईसाई की मौत के बाद कफन-दफन को लेकर गांव में तनाव हो गया। पुलिस की घंटों मशक्कत के बाद परिजन माने और हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया। बस्तर जिले में विगत कई वर्षों से मतांतरित लोगों की मौत के बाद उनके कफन-दफन के लिए परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज भी दो पक्षों में मारपीट की नौबत आ गई, जिसके बाद मामले को सुलझाने के लिए पुलिस को आगे आने पड़ा। यह पूरा मामला जगदलपुर शहर से लगे धुरगुड़ा गांव का है, जहाँ मतांतरित ईसाई समुदाय के सदस्य की मौत हो गई। बुधवार को 12 बजे कफन-दफन करने के लिए शव को परिजन कब्रिस्तान लेकर जा रहे थे, इसी बीच धुरगुड़ा में दो पक्षों में विवाद शुरू हो गया, जिसके बाद गांव में तनाव की स्थिति बन गई और दोनों पक्षों के बीच झूमाझटकी तक हुई। इसके बाद शव को बीच सडक़ पर छोड़ परिजन चले गए, और मौके पर तैनात पुलिस बल विवाद शांत कराने में जुट गया। घटना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया, जहाँ घंटों की मशक्कत के बाद परिजन माने और फिर उन्होंने हिन्दू रीति रिवाज से ही गांव में दफन किया गया। पहले भी हुआ था बवाल कुछ दिन पहले परपा क्षेत्र में इसी तरह से ईसाई समुदाय के व्यक्ति के मौत के बाद उसके जमीन में कफऩ दफन करने नहीं दिया जा रहा था, जिसके बाद परिजनों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां हाईकोर्ट ने मृतक के परिजनों की गुहार को सही मानते हुए उसे उसके ही जमीन में दफन करने का आदेश दिया था।

मतांतरित ईसाई की मौत, कफन-दफन को लेकर गांव में तनाव
घंटों मशक्कत के बाद परिजन माने, हिन्दू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 22 मई। मतांतरित ईसाई की मौत के बाद कफन-दफन को लेकर गांव में तनाव हो गया। पुलिस की घंटों मशक्कत के बाद परिजन माने और हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया। बस्तर जिले में विगत कई वर्षों से मतांतरित लोगों की मौत के बाद उनके कफन-दफन के लिए परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज भी दो पक्षों में मारपीट की नौबत आ गई, जिसके बाद मामले को सुलझाने के लिए पुलिस को आगे आने पड़ा। यह पूरा मामला जगदलपुर शहर से लगे धुरगुड़ा गांव का है, जहाँ मतांतरित ईसाई समुदाय के सदस्य की मौत हो गई। बुधवार को 12 बजे कफन-दफन करने के लिए शव को परिजन कब्रिस्तान लेकर जा रहे थे, इसी बीच धुरगुड़ा में दो पक्षों में विवाद शुरू हो गया, जिसके बाद गांव में तनाव की स्थिति बन गई और दोनों पक्षों के बीच झूमाझटकी तक हुई। इसके बाद शव को बीच सडक़ पर छोड़ परिजन चले गए, और मौके पर तैनात पुलिस बल विवाद शांत कराने में जुट गया। घटना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया, जहाँ घंटों की मशक्कत के बाद परिजन माने और फिर उन्होंने हिन्दू रीति रिवाज से ही गांव में दफन किया गया। पहले भी हुआ था बवाल कुछ दिन पहले परपा क्षेत्र में इसी तरह से ईसाई समुदाय के व्यक्ति के मौत के बाद उसके जमीन में कफऩ दफन करने नहीं दिया जा रहा था, जिसके बाद परिजनों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां हाईकोर्ट ने मृतक के परिजनों की गुहार को सही मानते हुए उसे उसके ही जमीन में दफन करने का आदेश दिया था।