प्रधान अध्यापिका ने की खुदकुशी

छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 20 फरवरी। मंगलवार की सुबह परपा थाना क्षेत्र के तोकापाल बेडागुड़ा में रहने वाली प्रधान अध्यापिका ने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी लगते ही आसपास के लोग मौके पर पहुँच शव को नीचे उतारा, वहीं उसे पीएम के लिए डायल 112 की मदद से मेकाज लाया गया। प्रधान आध्यपिका की मौत की खबर लगते ही घर से लेकर स्कूल में शोक की लहर छा गई। मृतिका के मौसा जीतू ठाकुर ने बताया कि बुरुंगपाल के स्कूल में प्रधान अध्यापिका के पद में पदस्थ कांति नागेश (37 वर्ष) अपने माँ, पिता के अलावा एक छोटे भाई के साथ रहती थी। घर के पास ही रहने वाले रिश्तेदारों से विगत कई वर्षों से किसी न किसी बात को लेकर आये दिन विवाद होने का आरोप भी लगाया। इसके अलावा कई बार इस मामले को लेकर परिजनों के द्वारा थाने में शिकायत देने के साथ ही पंचायत तक में मामले की शिकायत दी गई, लेकिन कोई भी हल नहीं निकला। मंगलवार की सुबह कांति अपने कमरे से निकल कर बाथरूम तक गई, उसके बाद वापस कमरे में चली गई, 8 बजे तक जब बाहर नहीं आई तो उसकी माँ बुटकी नागेश कमरे में गई, जहाँ बेटी को फाँसी के फंदे में झूलते देख आसपास के लोगों को बताया। जिसके बाद शव को नीचे उतारा गया, जहाँ शव को पीएम के लिए मेकाज ले जाया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि रिश्तेदारों के द्वारा लगातार आये दिन हो रहे विवाद के चलते प्रधान आध्यपिका ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है। परिजनों को कमरे से किसी भी प्रकार से कोई आत्महत्या नोट बरामद नहीं हुआ है। शिक्षिका की मौत की खबर लगते ही स्कूल में शोक की लहर छा गई है।

प्रधान अध्यापिका ने की खुदकुशी
छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 20 फरवरी। मंगलवार की सुबह परपा थाना क्षेत्र के तोकापाल बेडागुड़ा में रहने वाली प्रधान अध्यापिका ने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी लगते ही आसपास के लोग मौके पर पहुँच शव को नीचे उतारा, वहीं उसे पीएम के लिए डायल 112 की मदद से मेकाज लाया गया। प्रधान आध्यपिका की मौत की खबर लगते ही घर से लेकर स्कूल में शोक की लहर छा गई। मृतिका के मौसा जीतू ठाकुर ने बताया कि बुरुंगपाल के स्कूल में प्रधान अध्यापिका के पद में पदस्थ कांति नागेश (37 वर्ष) अपने माँ, पिता के अलावा एक छोटे भाई के साथ रहती थी। घर के पास ही रहने वाले रिश्तेदारों से विगत कई वर्षों से किसी न किसी बात को लेकर आये दिन विवाद होने का आरोप भी लगाया। इसके अलावा कई बार इस मामले को लेकर परिजनों के द्वारा थाने में शिकायत देने के साथ ही पंचायत तक में मामले की शिकायत दी गई, लेकिन कोई भी हल नहीं निकला। मंगलवार की सुबह कांति अपने कमरे से निकल कर बाथरूम तक गई, उसके बाद वापस कमरे में चली गई, 8 बजे तक जब बाहर नहीं आई तो उसकी माँ बुटकी नागेश कमरे में गई, जहाँ बेटी को फाँसी के फंदे में झूलते देख आसपास के लोगों को बताया। जिसके बाद शव को नीचे उतारा गया, जहाँ शव को पीएम के लिए मेकाज ले जाया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि रिश्तेदारों के द्वारा लगातार आये दिन हो रहे विवाद के चलते प्रधान आध्यपिका ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है। परिजनों को कमरे से किसी भी प्रकार से कोई आत्महत्या नोट बरामद नहीं हुआ है। शिक्षिका की मौत की खबर लगते ही स्कूल में शोक की लहर छा गई है।