फसल काटते समय महिलाएं गाती हैं लोक गीत, बालियों के झूमर के पीछे है ये कहानी

किसानों ने बताया कि काम को मनोरंजक बनाने के लिए काम करते समय इस गीत को गाते हैं जिससे काम की थकान भी मिट जाती है. शायद यही वजह है कि आज भी यह परंपरा ग्रामीण क्षेत्रों में जारी है.

फसल काटते समय महिलाएं गाती हैं लोक गीत, बालियों के झूमर के पीछे है ये कहानी
किसानों ने बताया कि काम को मनोरंजक बनाने के लिए काम करते समय इस गीत को गाते हैं जिससे काम की थकान भी मिट जाती है. शायद यही वजह है कि आज भी यह परंपरा ग्रामीण क्षेत्रों में जारी है.