परिजनों के जरिये नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने मोहला-मानपुर पुलिस की कोशिशें तेज

हार्डकोर नक्सली लोकेश सलामे की मां से एसपी ने की भेंट-मुलाकात छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 3 जुलाई। मोहला-मानपुर पुलिस की एक अभिनव पहल की इन दिनों खूब तारीफ हो रही है। परिजनों के जरिये पुलिस ने नक्सलियों की घर वापसी के लिए कोशिशें तेज कर दी है। पुलिस को उम्मीद है कि इसके अपेक्षित परिणाम आएंगे। मोहला-मानपुर के रहने वाले नक्सलियों पर एसपी वायपी सिंह का खास फोकस है। उनकी समझ है कि परिजनों को सामने लाने से नक्सलियों का मन पसीजेगा और जल्द ही मुख्यधारा में लौटकर सामान्य जीवन जीने का मौका मिलेगा। मिली जानकारी के मुताबिक एमएमसी पुलिस ने ऑपरेशन प्रयास शुरू किया है। यह अभियान मोहला-मानपुर क्षेत्र के हार्डकोर नक्सली लोकेश सलामे, देवली और कुछ अन्य प्रमुख नक्सलियों को वापस लाने से जुड़ा हुआ है। परिजनों को प्रोत्साहित करते हुए एसपी सिंह ने नक्सल कमांडर लोकेश की मां से सौजन्य भेंटकर उसे साड़ी और शाल भेंट की। पुलिस ऐसे नक्सलियों पर जोर दे रही है, जिनकी नक्सल संगठन में खास पैठ है। मोहला-मानपुर क्षेत्र में नक्सलियों की हालत खस्ता है। पुराने नक्सल दलम लगभग खात्मे की ओर है। इन दिनों मदनवाड़ा, औंधी और मोहला दलम ही सक्रिय है। नक्सलियों से हिंसा छोडऩे के लिए पुलिस पहले भी अभियान चलाती रही है। परिवार के सदस्यों को सामने लाने के पीछे पुलिस का मौजूदा नक्सलियों को भावनात्मक रूप से माता-पिता, रिश्तेदार की अहमियत का संदेश देना है। नक्सल कमांडर के माता-पिता बुजुर्ग हो गए हैं। एसपी ने मां को मिठाई भी पेश की। लोकेश आरकेबी डिवीजन का सदस्य और औंधी एलओएस का कमांडर भी है। उस पर 8 लाख रुपए का ईनाम भी है। लोकेश को लाने के लिए पुलिस भरसक प्रयास कर रही है। पुलिस ने नक्सलियों पर मानसिक दबाव बढ़ाने के साथ-साथ अन्य तरीके से भी दबाव बनाया है। पुलिस का नक्सल क्षेत्र में घर वापसी से जुड़ा बैनर-पोस्टर अभियान भी चल रहा है। ऑपरेशन प्रयास के तहत मुख्यधारा में लौटने पर नक्सलियों का राज्य सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति का पूर्ण लाभ दिया जाएगा। मोहला-मानपुर जिले में पुलिस की मौजूदगी के चलते नक्सलियों की सांगठनिक ताकत कमजोर पड़ी है। ऐसे माहौल को मुफीद मानकर हथियार छोडऩे परिजनों के माध्यम से सशक्त अभियान चला रही है।

परिजनों के जरिये नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने मोहला-मानपुर पुलिस की कोशिशें तेज
हार्डकोर नक्सली लोकेश सलामे की मां से एसपी ने की भेंट-मुलाकात छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 3 जुलाई। मोहला-मानपुर पुलिस की एक अभिनव पहल की इन दिनों खूब तारीफ हो रही है। परिजनों के जरिये पुलिस ने नक्सलियों की घर वापसी के लिए कोशिशें तेज कर दी है। पुलिस को उम्मीद है कि इसके अपेक्षित परिणाम आएंगे। मोहला-मानपुर के रहने वाले नक्सलियों पर एसपी वायपी सिंह का खास फोकस है। उनकी समझ है कि परिजनों को सामने लाने से नक्सलियों का मन पसीजेगा और जल्द ही मुख्यधारा में लौटकर सामान्य जीवन जीने का मौका मिलेगा। मिली जानकारी के मुताबिक एमएमसी पुलिस ने ऑपरेशन प्रयास शुरू किया है। यह अभियान मोहला-मानपुर क्षेत्र के हार्डकोर नक्सली लोकेश सलामे, देवली और कुछ अन्य प्रमुख नक्सलियों को वापस लाने से जुड़ा हुआ है। परिजनों को प्रोत्साहित करते हुए एसपी सिंह ने नक्सल कमांडर लोकेश की मां से सौजन्य भेंटकर उसे साड़ी और शाल भेंट की। पुलिस ऐसे नक्सलियों पर जोर दे रही है, जिनकी नक्सल संगठन में खास पैठ है। मोहला-मानपुर क्षेत्र में नक्सलियों की हालत खस्ता है। पुराने नक्सल दलम लगभग खात्मे की ओर है। इन दिनों मदनवाड़ा, औंधी और मोहला दलम ही सक्रिय है। नक्सलियों से हिंसा छोडऩे के लिए पुलिस पहले भी अभियान चलाती रही है। परिवार के सदस्यों को सामने लाने के पीछे पुलिस का मौजूदा नक्सलियों को भावनात्मक रूप से माता-पिता, रिश्तेदार की अहमियत का संदेश देना है। नक्सल कमांडर के माता-पिता बुजुर्ग हो गए हैं। एसपी ने मां को मिठाई भी पेश की। लोकेश आरकेबी डिवीजन का सदस्य और औंधी एलओएस का कमांडर भी है। उस पर 8 लाख रुपए का ईनाम भी है। लोकेश को लाने के लिए पुलिस भरसक प्रयास कर रही है। पुलिस ने नक्सलियों पर मानसिक दबाव बढ़ाने के साथ-साथ अन्य तरीके से भी दबाव बनाया है। पुलिस का नक्सल क्षेत्र में घर वापसी से जुड़ा बैनर-पोस्टर अभियान भी चल रहा है। ऑपरेशन प्रयास के तहत मुख्यधारा में लौटने पर नक्सलियों का राज्य सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति का पूर्ण लाभ दिया जाएगा। मोहला-मानपुर जिले में पुलिस की मौजूदगी के चलते नक्सलियों की सांगठनिक ताकत कमजोर पड़ी है। ऐसे माहौल को मुफीद मानकर हथियार छोडऩे परिजनों के माध्यम से सशक्त अभियान चला रही है।