डब्ल्यूटीसी फाइनल : 11 जून से ऐतिहासिक मुकाबला, खिताब का बचाव करने उतरेगा ऑस्ट्रेलिया

नई दिल्ली, 10 जून । दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 11 जून से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की शुरुआत होने जा रही है। ये मुकाबला लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाना है। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने पहला डब्ल्यूटीसी खिताब अपने नाम किया था, जबकि दूसरी बार ऑस्ट्रेलियाई टीम विजेता बनी। दोनों ही मौकों पर भारत को उप-विजेता बनकर संतोष करना पड़ा। इस बार पैट कमिंस के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी खिताब का बचाव करने के लक्ष्य से उतरेगा। दूसरी ओर, टेंबा बावुमा की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका आईसीसी खिताब के लिए दो दशकों से अधिक के इंतजार को खत्म करने के संकल्प से उतरने जा रहा है। हेड-टू-हेड की बात करें, तो ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच अब तक कुल 101 मैच खेले गए हैं। इनमें 54 मुकाबले ऑस्ट्रेलिया ने अपने नाम किए हैं, जबकि 26 मैच दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में रहे। दोनों देशों के बीच 21 मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए। दक्षिण अफ्रीका को रयान रिकेल्टन और एडेन मार्करम जैसे बल्लेबाजों से काफी उम्मीदें होंगी। वहीं, गेंदबाजी में वियान मुल्डर, मार्को जानसेन, लुंगी एनगिडी और कगिसो रबाडा जैसे खिलाड़ी टीम को मजबूती देते हैं। ऑस्ट्रेलियाई खेमे में उस्मान ख्वाजा, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जो मैच का रुख कभी भी पलट सकते हैं।

डब्ल्यूटीसी फाइनल : 11 जून से ऐतिहासिक मुकाबला, खिताब का बचाव करने उतरेगा ऑस्ट्रेलिया
नई दिल्ली, 10 जून । दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 11 जून से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की शुरुआत होने जा रही है। ये मुकाबला लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाना है। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने पहला डब्ल्यूटीसी खिताब अपने नाम किया था, जबकि दूसरी बार ऑस्ट्रेलियाई टीम विजेता बनी। दोनों ही मौकों पर भारत को उप-विजेता बनकर संतोष करना पड़ा। इस बार पैट कमिंस के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी खिताब का बचाव करने के लक्ष्य से उतरेगा। दूसरी ओर, टेंबा बावुमा की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका आईसीसी खिताब के लिए दो दशकों से अधिक के इंतजार को खत्म करने के संकल्प से उतरने जा रहा है। हेड-टू-हेड की बात करें, तो ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच अब तक कुल 101 मैच खेले गए हैं। इनमें 54 मुकाबले ऑस्ट्रेलिया ने अपने नाम किए हैं, जबकि 26 मैच दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में रहे। दोनों देशों के बीच 21 मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए। दक्षिण अफ्रीका को रयान रिकेल्टन और एडेन मार्करम जैसे बल्लेबाजों से काफी उम्मीदें होंगी। वहीं, गेंदबाजी में वियान मुल्डर, मार्को जानसेन, लुंगी एनगिडी और कगिसो रबाडा जैसे खिलाड़ी टीम को मजबूती देते हैं। ऑस्ट्रेलियाई खेमे में उस्मान ख्वाजा, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जो मैच का रुख कभी भी पलट सकते हैं।