टोनही के शक में महिला की हत्या, लाश सेप्टिक टैंक में फेंकी

नाबालिग समेत 4 आरोपी गिरफ्तार छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर,30 जुलाई। टोनही के शक में महिला की हत्या कर लाश को सेप्टिक टैंक में फेंकने के मामले में सरगुजा पुलिस ने नाबालिग समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों द्वारा स्वयं को परियोजना कार्यालय का बाबू होना बताते हुए महिला को फ़ोन कर अधिकारी से मिलाने की बात बोलकर झांसे में लेकर बोलेरो में साथ लाकर सेमरडीह स्कूल के पास घटना को अंजाम दिया था। परिवार में कई लोगों की असामायिक मौत से नाराज आरोपियों ने टोनही होने का आरोप लगाकर महिला के पहने साफा से गला दबाकर हत्या की थी। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बोलेरो एवं 2 मोटरसायकल एवं घटना में प्रयुक्त सिम बरामद किया गया है। पुलिस के मुताबिक़ सूचक दिनेश कुमार जायसवाल निवासी बरडीह थाना धौरपुर 26 जुलाई को थाना लुन्ड्रा में सूचना दर्ज कराया कि 26 जुलाई को प्राथमिक शाला सेमरडांड स्कूल के पीछे बना सेप्टिक टैंक में बदबू आने पर सेप्टिक टैंक का ढक्कन हटवाकर देखने पर किसी अज्ञात महिला का पैर और साड़ी दिखाई दे रहा है। सूचना पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मौक़े पर पहुंचकर देखा गया जो सेमरडांड स्कूल के पीछे सेप्टिक टैंक में किसी अज्ञात महिला का शव होना पाये जाने पर मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतिका की पहचान सामलिया पैकरा बालमपुर रतनपुर पाटीपारा थाना सीतापुर के रूप में की गई। मामले में मृतिका के परिजनों के बयान दर्ज किये गए, एवं मृतिका का पीएम कराए जाने पर डॉक्टर द्वारा मृतिका की मृत्यु हत्यात्मक प्रवृति का होना लेख किया गया। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल एवं आस पास के क्षेत्रों में मुखबिर तैनात किये गए थे,। इसी दौरान पुलिस टीम कों एक संदिग्ध व्यक्ति के बारे में मुखबीर सूचना प्राप्त हुई जिसकी गतिविधि संदिग्ध प्रतीत हो रही है। पुलिस टीम ने उक्त संदेही की घेराबंदी कर पकडक़र पूछताछ की। पूछताछ में संदेही द्वारा अपना नाम अंकित उफऱ् संतोष यादव चलगली डांडपारा थाना लुन्ड्रा का होना बताया। संदेही से हिकमतअमली से पूछताछ करने पर आरोपी अपने 3 अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया गया। आरोपी के निशानदेही पर मामले में शामिल एक नाबालिग समेत 3 आरोपियों की पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर पकडक़र पूछताछ की गई। पूछताछ में अपना नाम अरविन्द पैकरा, समित पैकरा रतनपुर पाटीपारा थाना सीतापुर जिला सरगुजा का होना बताये। विधि से संघर्षरत बालक एवं अन्य 3 आरोपियों से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर बताया गया कि आरोपी अरविन्द पैकरा का जानपहचान पूर्व से चलगली डांडपारा लुन्ड्रा निवासी अंकित उफऱ् संतोष यादव था जो आरोपी अरविन्द पैकरा के घर में परिवार के लोगों की असामायिक मौत के बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि आरोपी अरविन्द पैकरा की चाची सामलिया पैकरा जो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं, जो धीरे धीरे करके जादू टोना कर घर के लोगो को मार रही हैं। आरोपियों द्वारा मिलकर सामलिया पैकरा को जान से मारने का प्लानिंग कर आरोपी अंकित उफऱ् संतोष यादव द्वारा स्वयं कों परियोजना कार्यालय का बाबू होना बताते हुए महिला को पूर्व में फ़ोन कर कार्यालयीन कार्य से मिलना आवश्यक होना बताते हुए मिलने के लिया बोलता था। महिला 22 जुलाई को मिलने को तैयार हुई। महिला को परियोजना अधिकारी से मिलवाने की बात बोलकर झांसे में लेकर 22 जुलाई को आरोपी अरविन्द पैकरा द्वारा गाँव के व्यक्ति से से माँगा गया बोलेरो लेकर अंकित उफऱ् संतोष यादव को दिया अंकित उफऱ् संतोष यादव अपने साथी नाबालिग को अपने साथ लेकर मृतिका सामलिया पैकरा को लेने मंगारी सीतापुर बोलेरो वाहन से गया। बोलेरो के पीछे आरोपी अरविन्द पैकरा एवं उसका भाई समित पैकरा भी दो मोटरसायकल में पीछे-पीछे थे, जो आरोपी अंकित उफऱ् संतोष यादव एवं नाबालिग बोलेरो वाहन में सामलिया पैकरा को बैठाकर दोपहर में ले गए। परियोजना अधिकारी के व्यस्त होने की बात बोलकर झांसे में लेकर सामलिया पैकरा को इधर-उधर घुमाते रहे, बाद शाम होने पर आरोपियों द्वारा पूर्व में रखे गए महुआ शराब को महिला से पीना पूछकर दिए और रात होने पर महिला अपने घर जाने की जिद करने लगी जिस पर आरोपियों द्वारा चलगली में अपने रिश्तेदारों से मिलने के बाद साहब से मिल लेने की बात बताये और बाद में घर छोड़ देने की बात बोलते हुए चलगली सेमरडीह स्कूल के पास ले गए। बोलेरो के पीछे पीछे अरविन्द पैकरा और समित पैकरा भी बोलेरो वाहन के पीछे पीछे अपने मोटरसायकल से सेमरडीह पहुंच गए थे और गाड़ी को रोके, पीछे से अरविन्द पैकरा और समित पैकरा बोलेरो के बीच गेट को खोलकर सामलिया पैकरा के गले में पहने साफे से गला दबाकर हत्या कर दी और शव को सेमरडीह स्कूल के पीछे सेप्टिक टैंक में डालकर ढक्कन बंद कर मौक़े से फरार हो गए, बाद में मृतिका का बैग से दस्तावेज निकलकर जलाना एवं खाली बैग कों चेंद्रा पुलिया के पास फेकना बताया गया और आगे रास्ते में मोबाइल को तोडक़र जंगल में फेकना बताये। आरोपियों द्वारा घटना कारित किया जाना स्वीकार किये जाने पर अपराध सबूत पाये जाने पर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। आरोपियों के निशानदेही पर मृतिका के जलाये गए दस्तावेज, खाली बैग, टूटा हुआ मोबाइल कब्जे से घटना में प्रयुक्त बोलेरो , मोटरसायकल एवं घटना में प्रयुक्त सिम जब्त किया गया है।

टोनही के शक में महिला की हत्या, लाश सेप्टिक टैंक में फेंकी
नाबालिग समेत 4 आरोपी गिरफ्तार छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर,30 जुलाई। टोनही के शक में महिला की हत्या कर लाश को सेप्टिक टैंक में फेंकने के मामले में सरगुजा पुलिस ने नाबालिग समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों द्वारा स्वयं को परियोजना कार्यालय का बाबू होना बताते हुए महिला को फ़ोन कर अधिकारी से मिलाने की बात बोलकर झांसे में लेकर बोलेरो में साथ लाकर सेमरडीह स्कूल के पास घटना को अंजाम दिया था। परिवार में कई लोगों की असामायिक मौत से नाराज आरोपियों ने टोनही होने का आरोप लगाकर महिला के पहने साफा से गला दबाकर हत्या की थी। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बोलेरो एवं 2 मोटरसायकल एवं घटना में प्रयुक्त सिम बरामद किया गया है। पुलिस के मुताबिक़ सूचक दिनेश कुमार जायसवाल निवासी बरडीह थाना धौरपुर 26 जुलाई को थाना लुन्ड्रा में सूचना दर्ज कराया कि 26 जुलाई को प्राथमिक शाला सेमरडांड स्कूल के पीछे बना सेप्टिक टैंक में बदबू आने पर सेप्टिक टैंक का ढक्कन हटवाकर देखने पर किसी अज्ञात महिला का पैर और साड़ी दिखाई दे रहा है। सूचना पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मौक़े पर पहुंचकर देखा गया जो सेमरडांड स्कूल के पीछे सेप्टिक टैंक में किसी अज्ञात महिला का शव होना पाये जाने पर मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतिका की पहचान सामलिया पैकरा बालमपुर रतनपुर पाटीपारा थाना सीतापुर के रूप में की गई। मामले में मृतिका के परिजनों के बयान दर्ज किये गए, एवं मृतिका का पीएम कराए जाने पर डॉक्टर द्वारा मृतिका की मृत्यु हत्यात्मक प्रवृति का होना लेख किया गया। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल एवं आस पास के क्षेत्रों में मुखबिर तैनात किये गए थे,। इसी दौरान पुलिस टीम कों एक संदिग्ध व्यक्ति के बारे में मुखबीर सूचना प्राप्त हुई जिसकी गतिविधि संदिग्ध प्रतीत हो रही है। पुलिस टीम ने उक्त संदेही की घेराबंदी कर पकडक़र पूछताछ की। पूछताछ में संदेही द्वारा अपना नाम अंकित उफऱ् संतोष यादव चलगली डांडपारा थाना लुन्ड्रा का होना बताया। संदेही से हिकमतअमली से पूछताछ करने पर आरोपी अपने 3 अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया गया। आरोपी के निशानदेही पर मामले में शामिल एक नाबालिग समेत 3 आरोपियों की पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर पकडक़र पूछताछ की गई। पूछताछ में अपना नाम अरविन्द पैकरा, समित पैकरा रतनपुर पाटीपारा थाना सीतापुर जिला सरगुजा का होना बताये। विधि से संघर्षरत बालक एवं अन्य 3 आरोपियों से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर बताया गया कि आरोपी अरविन्द पैकरा का जानपहचान पूर्व से चलगली डांडपारा लुन्ड्रा निवासी अंकित उफऱ् संतोष यादव था जो आरोपी अरविन्द पैकरा के घर में परिवार के लोगों की असामायिक मौत के बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि आरोपी अरविन्द पैकरा की चाची सामलिया पैकरा जो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं, जो धीरे धीरे करके जादू टोना कर घर के लोगो को मार रही हैं। आरोपियों द्वारा मिलकर सामलिया पैकरा को जान से मारने का प्लानिंग कर आरोपी अंकित उफऱ् संतोष यादव द्वारा स्वयं कों परियोजना कार्यालय का बाबू होना बताते हुए महिला को पूर्व में फ़ोन कर कार्यालयीन कार्य से मिलना आवश्यक होना बताते हुए मिलने के लिया बोलता था। महिला 22 जुलाई को मिलने को तैयार हुई। महिला को परियोजना अधिकारी से मिलवाने की बात बोलकर झांसे में लेकर 22 जुलाई को आरोपी अरविन्द पैकरा द्वारा गाँव के व्यक्ति से से माँगा गया बोलेरो लेकर अंकित उफऱ् संतोष यादव को दिया अंकित उफऱ् संतोष यादव अपने साथी नाबालिग को अपने साथ लेकर मृतिका सामलिया पैकरा को लेने मंगारी सीतापुर बोलेरो वाहन से गया। बोलेरो के पीछे आरोपी अरविन्द पैकरा एवं उसका भाई समित पैकरा भी दो मोटरसायकल में पीछे-पीछे थे, जो आरोपी अंकित उफऱ् संतोष यादव एवं नाबालिग बोलेरो वाहन में सामलिया पैकरा को बैठाकर दोपहर में ले गए। परियोजना अधिकारी के व्यस्त होने की बात बोलकर झांसे में लेकर सामलिया पैकरा को इधर-उधर घुमाते रहे, बाद शाम होने पर आरोपियों द्वारा पूर्व में रखे गए महुआ शराब को महिला से पीना पूछकर दिए और रात होने पर महिला अपने घर जाने की जिद करने लगी जिस पर आरोपियों द्वारा चलगली में अपने रिश्तेदारों से मिलने के बाद साहब से मिल लेने की बात बताये और बाद में घर छोड़ देने की बात बोलते हुए चलगली सेमरडीह स्कूल के पास ले गए। बोलेरो के पीछे पीछे अरविन्द पैकरा और समित पैकरा भी बोलेरो वाहन के पीछे पीछे अपने मोटरसायकल से सेमरडीह पहुंच गए थे और गाड़ी को रोके, पीछे से अरविन्द पैकरा और समित पैकरा बोलेरो के बीच गेट को खोलकर सामलिया पैकरा के गले में पहने साफे से गला दबाकर हत्या कर दी और शव को सेमरडीह स्कूल के पीछे सेप्टिक टैंक में डालकर ढक्कन बंद कर मौक़े से फरार हो गए, बाद में मृतिका का बैग से दस्तावेज निकलकर जलाना एवं खाली बैग कों चेंद्रा पुलिया के पास फेकना बताया गया और आगे रास्ते में मोबाइल को तोडक़र जंगल में फेकना बताये। आरोपियों द्वारा घटना कारित किया जाना स्वीकार किये जाने पर अपराध सबूत पाये जाने पर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। आरोपियों के निशानदेही पर मृतिका के जलाये गए दस्तावेज, खाली बैग, टूटा हुआ मोबाइल कब्जे से घटना में प्रयुक्त बोलेरो , मोटरसायकल एवं घटना में प्रयुक्त सिम जब्त किया गया है।