जांच चौकी पर ग्रामीणों को धमका कर वसूली शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई-टीआई

छत्तीसगढ़ संवाददाता पिथौरा, 5 अप्रैल। महासमुन्द-बलौदाबाजार सीमा पर अस्थायी जांच चौकी पर एसएसटी टीम द्वारा ग्रामीणों को धमका कर वसूली का मामला सामने आया है। इसकी जानकारी स्थानीय एसडीएम को मौखिक दी गई। इस संबंध में थाना प्रभारी राजेन्द्र राजपूत ने बताया कि अवैध वसूली की शिकायत नहीं मिली है, मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। महासमुन्द जिले के सरहदी क्षेत्र किशनपुर चौक के समीप एसएसटी टीम में शामिल एक प्रधान आरक्षक से इस मार्ग पर प्रतिदिन चलने वाले ग्रामीण परेशान हंै। ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव आचार संहिता के चलते जिले की सीमाओं पर चेकिंग पॉइंट बनाया गया है। जहां पर एस. एस.टी. टीम के हाथ वाहनों की चेकिंग की जाती है, परन्तु चेकिंग की आड़ में किसनपुर चेकिंग पॉइंट में अवैध वसूली का धंधा बेख़ौफ़ चल रहा है। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार एक काले रंग की थार वाहन में एक पुलिस अफसर दोपहर बाद पहुंचता है और फिल्मी स्टाइल में आने जाने वाली दुपहिया चार पहिया सभी वाहनों को रोक कर वसूली अभियान अनवरत जारी है। उक्त अफसर का खौफ इतना है कि ग्रामीण खुलेआम शिकायत करने से भी डर रहे हंै। ऐसा ही एक वाकया 2 अप्रैल को हुआ। भयभीत ग्रामीण ने छत्तीसगढ़ को बताया कि रात करीब 11.30 बजे वह अपने ग्राम बया से दोपहिया द्वारा पिथौरा जा रहा था। तभी किशनपुर चेकिंग पोस्ट में तैनात एक पुलिस वाले द्वारा वाहन रोककर हेलमेट व पेपर, बीमा मांगा गया, फिर उसे भय दिखाकर पांच हजार की मांग की। नहीं देने पर दुपहिया वाहन जब्ती कर जेल भेजने की धमकी दी। जिस पर दुपहिया वाहन चालक द्वारा अपने एक करीबी मित्र से मदद मांगी। जिस पर चेकिग पॉइंट पर तैनात पुलिस वाले द्वारा एक हजार रूपए में सौदा किया। परन्तु दुपहिया मालिक के पास नगद राशि नहीं थी, लिहाजा उक्त पुलिस वाले ने एक फ़ोनपे में डालने की कहा। ग्रामीण ने भी बकायदा फ़ोनपे पर एक हजार रु. ट्रांसफर कर दिए। कथित आरोपी दुपहिया मालिक और उक्त पुलिस कर्मी की मोबाइल पर हुई बात की रिकॉर्डिंग क्षेत्र के सभी सोशल मीडिया ग्रुप में वायरल हो रहा है।

जांच चौकी पर ग्रामीणों को धमका कर वसूली शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई-टीआई
छत्तीसगढ़ संवाददाता पिथौरा, 5 अप्रैल। महासमुन्द-बलौदाबाजार सीमा पर अस्थायी जांच चौकी पर एसएसटी टीम द्वारा ग्रामीणों को धमका कर वसूली का मामला सामने आया है। इसकी जानकारी स्थानीय एसडीएम को मौखिक दी गई। इस संबंध में थाना प्रभारी राजेन्द्र राजपूत ने बताया कि अवैध वसूली की शिकायत नहीं मिली है, मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। महासमुन्द जिले के सरहदी क्षेत्र किशनपुर चौक के समीप एसएसटी टीम में शामिल एक प्रधान आरक्षक से इस मार्ग पर प्रतिदिन चलने वाले ग्रामीण परेशान हंै। ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव आचार संहिता के चलते जिले की सीमाओं पर चेकिंग पॉइंट बनाया गया है। जहां पर एस. एस.टी. टीम के हाथ वाहनों की चेकिंग की जाती है, परन्तु चेकिंग की आड़ में किसनपुर चेकिंग पॉइंट में अवैध वसूली का धंधा बेख़ौफ़ चल रहा है। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार एक काले रंग की थार वाहन में एक पुलिस अफसर दोपहर बाद पहुंचता है और फिल्मी स्टाइल में आने जाने वाली दुपहिया चार पहिया सभी वाहनों को रोक कर वसूली अभियान अनवरत जारी है। उक्त अफसर का खौफ इतना है कि ग्रामीण खुलेआम शिकायत करने से भी डर रहे हंै। ऐसा ही एक वाकया 2 अप्रैल को हुआ। भयभीत ग्रामीण ने छत्तीसगढ़ को बताया कि रात करीब 11.30 बजे वह अपने ग्राम बया से दोपहिया द्वारा पिथौरा जा रहा था। तभी किशनपुर चेकिंग पोस्ट में तैनात एक पुलिस वाले द्वारा वाहन रोककर हेलमेट व पेपर, बीमा मांगा गया, फिर उसे भय दिखाकर पांच हजार की मांग की। नहीं देने पर दुपहिया वाहन जब्ती कर जेल भेजने की धमकी दी। जिस पर दुपहिया वाहन चालक द्वारा अपने एक करीबी मित्र से मदद मांगी। जिस पर चेकिग पॉइंट पर तैनात पुलिस वाले द्वारा एक हजार रूपए में सौदा किया। परन्तु दुपहिया मालिक के पास नगद राशि नहीं थी, लिहाजा उक्त पुलिस वाले ने एक फ़ोनपे में डालने की कहा। ग्रामीण ने भी बकायदा फ़ोनपे पर एक हजार रु. ट्रांसफर कर दिए। कथित आरोपी दुपहिया मालिक और उक्त पुलिस कर्मी की मोबाइल पर हुई बात की रिकॉर्डिंग क्षेत्र के सभी सोशल मीडिया ग्रुप में वायरल हो रहा है।