खरगोन में टंट्या भील की जन्मस्थली पर मेला:राजस्थानी कलाकारों ने दी प्रस्तुति; कल निकलेगी कलश यात्रा
खरगोन में टंट्या भील की जन्मस्थली पर मेला:राजस्थानी कलाकारों ने दी प्रस्तुति; कल निकलेगी कलश यात्रा
खरगोन के झिरन्या स्थित कोठड़ा गांव में क्रांति सूर्य जननायक टंट्या भील की जयंती पर बुधवार रात से मेले का आयोजन शुरू हुआ। जय टंट्या भील आदिवासी युवा संगठन की ओर से आयोजित इस मेले में पहले दिन राजस्थानी नृत्य दल ने देर रात तक फिल्मी, लोक और देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। मेले में स्थानीय सरपंच और समाज प्रतिनिधियों ने शुरुआत की। जयस के प्रदेश प्रभारी गुलाबसिंह बघेल, टंट्या भील वंशज सुनील सिरसाटे और प्रदेश अध्यक्ष शोभाराम चौहान समेत कई प्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम में 8 राजस्थानी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र दिए गए। आदिवासी क्षेत्र और आसपास के जिलों से 2 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। 'लगातार चौथे साल लगाया जा रहा मेला'
जिलाध्यक्ष मुकेश वास्कले ने बताया कि ये मेला मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान व मेला प्राधिकरण के सहयोग से लगातार चौथे साल लगाया जा रहा है। कलेक्टर और जनपद पंचायत सीईओ को मेला आयोजन का अधिकृत अधिकारी नियुक्त किया गया है। समंजन इसे अपने स्तर पर संचालित कर रहे हैं। पहले दिन स्थानीय स्तर पर जन प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए। कल 10 बजे निकलेगी कलश यात्रा
संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि मेले में रोज सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 4 अप्रैल को सुबह 7 से 10 बजे कलश यात्रा निकाली जाएगी। दोपहर में आमसभा और ढोल मांदल प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें विजेता को 5 हजार 100 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
खरगोन के झिरन्या स्थित कोठड़ा गांव में क्रांति सूर्य जननायक टंट्या भील की जयंती पर बुधवार रात से मेले का आयोजन शुरू हुआ। जय टंट्या भील आदिवासी युवा संगठन की ओर से आयोजित इस मेले में पहले दिन राजस्थानी नृत्य दल ने देर रात तक फिल्मी, लोक और देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। मेले में स्थानीय सरपंच और समाज प्रतिनिधियों ने शुरुआत की। जयस के प्रदेश प्रभारी गुलाबसिंह बघेल, टंट्या भील वंशज सुनील सिरसाटे और प्रदेश अध्यक्ष शोभाराम चौहान समेत कई प्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम में 8 राजस्थानी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र दिए गए। आदिवासी क्षेत्र और आसपास के जिलों से 2 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। 'लगातार चौथे साल लगाया जा रहा मेला'
जिलाध्यक्ष मुकेश वास्कले ने बताया कि ये मेला मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान व मेला प्राधिकरण के सहयोग से लगातार चौथे साल लगाया जा रहा है। कलेक्टर और जनपद पंचायत सीईओ को मेला आयोजन का अधिकृत अधिकारी नियुक्त किया गया है। समंजन इसे अपने स्तर पर संचालित कर रहे हैं। पहले दिन स्थानीय स्तर पर जन प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए। कल 10 बजे निकलेगी कलश यात्रा
संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि मेले में रोज सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 4 अप्रैल को सुबह 7 से 10 बजे कलश यात्रा निकाली जाएगी। दोपहर में आमसभा और ढोल मांदल प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें विजेता को 5 हजार 100 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।