आदिवासी संस्कृति, परंपराओं और महत्वपूर्ण जीवन पहलुओं से परिचित हुए जेपी इंटरनेशनल के विद्यार्थी

कांकेर, 11 अगस्त। जेपी इंटरनेशनल स्कूल ने बताया कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जेपी इंटरनेशनल स्कूल सरंगपाल में आदिवासी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को आदिवासी संस्कृति, परंपराओं, और उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना था। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इसके पश्चात विद्यालय के आवासीय अध्यनरत छात्र छात्राओं द्वारा आकर्षक वेशभूषा के साथ आदिवासी नृत्य जिसमें उन्होंने झूमर, गोंडी और संथाली आदि लोकनृत्यों का प्रदर्शन किया।। स्कूल ने बताया कि इनके साथ ही इन बच्चों द्वारा आदिवासी संगीत वाद्य यंत्रों का भी प्रदर्शन किया गया, जिससे स्कूल का वातावरण गूंजीत होने के साथ- साथ में आदिवासी जीवन की झलक दिखाई दी। कार्यक्रम में आवासीय अध्यनरत छात्र तेजस कुमार नेताम तथा छात्रा चांदनी देवांगन द्वारा अपने वक्तव्य में आदिवासी समाज की समृद्ध विरासत और उनकी जीवनशैली के बारे में विस्तार से बताया। स्कूल ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री रितेश चौबे ने अपने संबोधन में आदिवासी समाज के योगदान की सराहना की और विद्यार्थियों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन छात्रा टिया देवांगन द्वारा किया गया। वहीं कार्यक्रम का संचालन सोनम गुप्ता व प्रेरणा प्रसाद छात्राद्वय द्वारा किया गया। कार्यक्रम मे संस्था प्राचार्य श्री चौबे, उप-प्राचार्य श्री बी.विजयन, शैक्षिक मार्गदर्शक श्री विनोद कुमार मिश्रा, संस्था समन्वयक, शिक्षकगण एवं आवासीय अध्यनरत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रहीं। स्कूल ने बताया कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए अत्यंत शिक्षाप्रद और प्रेरणादायक सिद्ध हुआ, जिसमें उन्होंने आदिवासी समाज की विविधता और उनकी अनूठी संस्कृति को निकट से समझने का अवसर प्राप्त किया।

आदिवासी संस्कृति, परंपराओं और महत्वपूर्ण जीवन पहलुओं से परिचित हुए जेपी इंटरनेशनल के विद्यार्थी
कांकेर, 11 अगस्त। जेपी इंटरनेशनल स्कूल ने बताया कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जेपी इंटरनेशनल स्कूल सरंगपाल में आदिवासी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को आदिवासी संस्कृति, परंपराओं, और उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना था। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इसके पश्चात विद्यालय के आवासीय अध्यनरत छात्र छात्राओं द्वारा आकर्षक वेशभूषा के साथ आदिवासी नृत्य जिसमें उन्होंने झूमर, गोंडी और संथाली आदि लोकनृत्यों का प्रदर्शन किया।। स्कूल ने बताया कि इनके साथ ही इन बच्चों द्वारा आदिवासी संगीत वाद्य यंत्रों का भी प्रदर्शन किया गया, जिससे स्कूल का वातावरण गूंजीत होने के साथ- साथ में आदिवासी जीवन की झलक दिखाई दी। कार्यक्रम में आवासीय अध्यनरत छात्र तेजस कुमार नेताम तथा छात्रा चांदनी देवांगन द्वारा अपने वक्तव्य में आदिवासी समाज की समृद्ध विरासत और उनकी जीवनशैली के बारे में विस्तार से बताया। स्कूल ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री रितेश चौबे ने अपने संबोधन में आदिवासी समाज के योगदान की सराहना की और विद्यार्थियों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन छात्रा टिया देवांगन द्वारा किया गया। वहीं कार्यक्रम का संचालन सोनम गुप्ता व प्रेरणा प्रसाद छात्राद्वय द्वारा किया गया। कार्यक्रम मे संस्था प्राचार्य श्री चौबे, उप-प्राचार्य श्री बी.विजयन, शैक्षिक मार्गदर्शक श्री विनोद कुमार मिश्रा, संस्था समन्वयक, शिक्षकगण एवं आवासीय अध्यनरत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रहीं। स्कूल ने बताया कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए अत्यंत शिक्षाप्रद और प्रेरणादायक सिद्ध हुआ, जिसमें उन्होंने आदिवासी समाज की विविधता और उनकी अनूठी संस्कृति को निकट से समझने का अवसर प्राप्त किया।