अमेरिका: गर्भावस्था संबंधी मृत्यु दर महामारी के शुरुआती स्तर तक पहुंची

अमेरिका: गर्भावस्था संबंधी मृत्यु दर महामारी के शुरुआती स्तर तक पहुंची न्यूयार्क  अमेरिका में गर्भावस्था...

अमेरिका: गर्भावस्था संबंधी मृत्यु दर महामारी के शुरुआती स्तर तक पहुंची

अमेरिका: गर्भावस्था संबंधी मृत्यु दर महामारी के शुरुआती स्तर तक पहुंची

न्यूयार्क
 अमेरिका में गर्भावस्था संबंधी मृत्यु दर महामारी के शुरुआती स्तर तक पहुंच गई है। नये सरकारी आंकड़ों ने यह जानकारी दी है।

सीडीसी आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष प्रसव या गर्भावस्था के दौरान करीब 680 महिलाओं की जान गई। यह आंकड़े 2022 में 817 मौत और 2021 में 1,205 मौत के मुकाबले कम है जब यह पिछले 50 वर्षों की तुलना में अपने उच्चतम स्तर पर था।

रोग नियंत्रण और मातृ मृत्यु रोकथाम केन्द्र की शोधार्थी डोना होयर्ट ने बताया कि कोविड-19 को बढ़ती मातृ मृत्यु दर का मुख्य स्पष्टीकरण चिन्हित किया।

कोरोना वायरस गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रुप से हानिकारक हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि महामारी के बुरे दिनों में गर्भवतियों की समस्या पर ध्यान न देकर डॉक्टरों ने खतरे पैदा कर दिए हैं।

कुछ मृत्यु प्रमाण पत्र बताते हैं कि गर्भावस्था संबंधी मौत की संख्या में बढ़ोतरी का कारण कोरोना वायरस है। होयर्ट का कहना है कि यह संख्या साल 2021 में 400 थी पर पिछले 10 सालों की तुलना में कम है।

बृहस्पतिवार को एजेंसी ने मातृ मत्यु दर 2022 के अंतिम आंकड़े जारी किये। हाल ही में एजेन्सी ने साल 2023 के अनंतिम आंकड़े जारी किये हैं। होयर्ट ने बताया कि आंकड़ों के अग्रिम विश्लेषण के बाद परिवर्तन की संभावनाएं है- 2022 के पूरक आंकड़े साल 2023 के अनंतिम आंकड़ों की अपेक्षा 11 प्रतिशत अधिक है।

सीडीसी उन महिलाओं की गणना करता है जिनकी मृत्यु गर्भावस्था के दौरान, प्रसव के दौरान और जन्म के 42 दिन बाद तक गर्भावस्था से संबंधित स्थितियों से होती है। अत्याधिक रक्तस्राव, रक्त वाहिका में रुकावट और संक्रमण इसके प्रमुख कारक है।

अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, साल 2023 में प्रत्येक 100,000 जीवित जन्मों पर लगभग 19 मातृ मौतें हुई हैं।

लेकिन नस्लीय असमानताएं बनी हुई है-

मार्च ऑफ डाईम्स के एप्लाइड रिसर्च एंड एनालिटिक्स के निदेशक एशले स्टोनबनर्र से कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों में हमने वास्तव में अपने देश में मातृ मृत्यु दर को कम करने में सुधार दर्ज नहीं किया है, इसलिए अभी भी बहुत काम करना बाकी है।’’

एक संगठन ने इस सप्ताह एक शिक्षण अभियान शुरु किया है जिससे अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं को एस्पिरिन की कम खुराक लेने को प्रेरित किया जाए, जिन्हें प्रीक्लेम्पसीया की समस्या है। प्रीक्लेम्पसीया एक उच्च रक्तचाप विकार है जो मां और बच्चे दोनों को नुकसान पहुंचाता है।

न्यूयार्क शहर में गंभीर गर्भावस्था का इलाज करने वाली डॉ लौरा रिले ने कहा, ऐसे अन्य प्रयास हैं जो गर्भावस्था से संबंधित मौतों और लंबे समय से चली आ रही स्वास्थ्य समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिसमें संक्रमण से लड़ने और रक्त की कमी को दूर करने के प्रयास भी शामिल हैं।

रिले के मुताबिक, एक जोखिम यह भी है कि उन सुधारों की भरपाई कई कारकों से हो रही है जो महिलाओं को जन्म से पहले, उसके दौरान और बाद में चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने की क्षमता को कम कर सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सूची में ग्रामीण अस्पतालों को बंद करना और 2022 में अमेरिकी उच्चतम न्यायलय के फैसले, जिसमें गर्भपात के संघीय रुप से स्थापित अधिकारों को कम करना शामिल है, और डॉक्टरों को गर्भावस्था से संबंधित चिकित्सा आपात स्थितियों के दौरान देखभाल प्रदान करने में हिचक महसूस करना हैं।

रिले कहती हैं ‘‘मुझे लगता है कि यह अच्छी खबर है। हम कुछ क्षेत्रों में प्रगति कर रहे हैं। लेकिन बुरी और डरावनी खबर यह है कि ये अन्य राजनीतिक और सामाजिक ताकतें हैं जो इसे (मातृ मृत्यु दर को) कम करने में कठिनाई उत्पन्न करती है।’’

यूएई में फिर हुई मूसलाधार बारिश, कई उड़ानें रद्द…मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

दुबई
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में  भारी बारिश और आंधी के कारण कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गईं। इससे दो सप्ताह पहले दुबई में आए अभूतपूर्व तूफान के चलते कई दिन तक जन-जीवन अस्त व्यस्त रहा था। बुधवार को देश के राष्ट्रीय आपात संकट एवं आपदा मोचन प्राधिकरण (एनसीईएमए) ने हालात से निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दीं।

हालांकि बारिश के पिछले महीने हुई अभूतपूर्व बारिश की तुलना में कम गंभीर रहने का अनुमान है, लेकिन फिर भी लोगों से ऐहतियात बरतने का आग्रह किया गया है। इससे पहले 14-15 अप्रैल को भीषण बारिश के चलते अरब प्रायदीप के क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए थे। इस दौरान दुबई में 1949 के बाद से सबसे अधिक बारिश हुई थी।

दुबई की ‘एमिरेट्स एयरलाइन’ ने संयुक्त अरब अमीरात में खराब मौसम के कारण बृहस्पतिवार को कई उड़ानें रद्द करने की घोषणा की। दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (डीएक्सबी) पर आवाजाही कम हो गई है। एमिरेट्स ने एक बयान में कहा, "दो मई को दुबई हवाई अड्डे पर यात्रियों को कुछ प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है क्योंकि उड़ानें पुनर्निधारित की गई हैं।

देश के मौसम विभाग ने एक एम्बर अलर्ट जारी किया। राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विशेषज्ञ ने कहा, आने वाले दिनों में अलग-अलग इलाकों में मध्यम से भारी बारिश होगी, कभी-कभी बिजली और गरज के साथ बारिश होगी, साथ ही ओले गिरने की भी संभावना है।

सिंगापुर: प्रधानमंत्री के भाई के खिलाफ मानहानि मामले में अदालत में पेश हुए भारतीय मूल के दो मंत्री

सिंगापुर
 सिंगापुर के भारतीय मूल के दो मंत्री, प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के छोटे भाई ली सीन यांग के खिलाफ एक मानहानि मामले में सुनवाई के लिए  उच्च न्यायालय में पेश हुए।

यांग ने दोनों मंत्रियों के दो अलग-अलग सरकारी बंगलों को किराये पर दिए जाने के संबंध में टिप्पणी की थी। प्रधानमंत्री और उनके छोटे भाई के बीच पारिवारिक संपत्ति से जुड़े मामले को लेकर संबंधों में तनाव है।

विधि और गृह मंत्री के. शणमुघम और विदेश मंत्री विवियान बालकृष्णन ने रिडआउट रोड पर अपने दो बंगलों को किराये पर देने के बारे में पिछले साल की गई टिप्पणी पर ली सीन यांग पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था।

यांग द्वारा दोनों वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों को बदनाम करने के लिए जमा किया जाने वाला जुर्माना तय करने के लिए अदालत में सुनवाई शुरू हुई और दोनों वादियों ने अदालत पर राशि तय करने का निर्णय छोड़ा।

चैनल न्यूज एशिया के अनुसार, दोनों मंत्री अदालत में उपस्थित थे और वकील देविंदर सिंह ने उनकी ओर से पैरवी की, वहीं यांग अदालत में उपस्थित नहीं थे और ना ही किसी ने उनकी पैरवी की।

सिंह ने अदालत को बताया कि उनकी टीम ने सुनवाई की तारीख, समय और स्थान बताने के लिए कई बार यांग से संपर्क किया था, और उनके किसी भी वकील ने अभी तक उनसे प्राप्त निर्देशों की जानकारी नहीं दी है।

ली यांग इससे पहले एक अन्य मामले में 2022 में अपनी पत्नी ली सुएत फर्न के साथ देश छोड़कर चले गए थे। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि दोनों मंत्रियों ने सरकारी बंगलों को किराये पर दे दिया है।