सीएम राइज स्कूल की खिड़कियों के दरवाजे टूटे:क्लास रूम में जाता है बारिश का पानी, परिसर में लगा गंदगी का अंबार

हरदा के एकमात्र शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल को दूसरे चरण में सीएम राइज स्कूल बनाया गया है। यहां पर छटवीं से बारहवीं क्लास तक करीब 1428 बालिका अध्ययन कर रही है।बावजूद इसके यहां मूलभूत सुविधाओं में सुधार नहीं किया गया है। स्कूल के कमरों में लगी खिड़कियों में स्कूल प्रबंधन ने पहले प्लाई के दरवाजे और खिड़किया लगाई गई थी, जो बारिश और धूप की वजह से सड़ गई है, जिसके चलते बारिश होने पर क्लास रूम में पानी आ जाता है। वहीं पास में खेल मैदान क्रिकेट मैदान होने से बाल भी कई मर्तबा छात्राओं के क्लास रूम में आ जाती है। स्कूल परिसर में सफाईकर्मियों के प्रतिदिन नहीं आने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सुरक्षा को लेकर लगे 32 कैमरे, नहीं है महिला गार्ड उधर स्कूल प्रबंधन ने छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्लास रूम सहित अन्य स्थानों पर 32 कैमरे लगाए गए। जिसकी निगरानी प्रिंसिपल रूम से रखी जाती है, लेकिन स्कूल के बाहर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने वालों को रोकने के लिए महिला गार्ड की नियुक्ति नहीं होने से आवारा तत्व स्कूल आने और जाने के दौरान अपनी हरकतों से बाज नहीं आते। स्कूल के प्रभारी प्राचार्य अजय गुप्ता ने कहा कि यहां पर छात्राओं की सुरक्षा को लेकर स्कूल शुरू होने व शाम के वक्त निर्भया वाहन के साथ महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी के लिए आवेदन दिया गया है। वहीं शासन स्तर से बारिश के बाद स्कूल की मूलभूत सुविधाओं में सुधार करने के निर्देश प्राप्त हुए है। अतिशेष के नाम पर पांच शिक्षिकाओं का तबादला पहले मिडिल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल अलग अलग संचालित होते थे, लेकिन अब एक शाला एक परिसर में आने से यहां पर पदस्थ मिडिल स्कूल की पांच शिक्षिकाओं का तबादला शहर की दूसरी स्कूलों में किया गया है। जिसके चलते अब 400 छात्राओं को पढ़ाने के लिए मात्र पांच शिक्षक ही बचे हैं। बताया जा रहा है कि यहां पर एनसीसी की प्रशिक्षित शिक्षिका का भी तबादला हो गया है।जिससे एक सत्र में 100 छात्राओं को एनसीसी का प्रशिक्षण मिलना मुश्किल होगा।

सीएम राइज स्कूल की खिड़कियों के दरवाजे टूटे:क्लास रूम में जाता है बारिश का पानी, परिसर में लगा गंदगी का अंबार
हरदा के एकमात्र शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल को दूसरे चरण में सीएम राइज स्कूल बनाया गया है। यहां पर छटवीं से बारहवीं क्लास तक करीब 1428 बालिका अध्ययन कर रही है।बावजूद इसके यहां मूलभूत सुविधाओं में सुधार नहीं किया गया है। स्कूल के कमरों में लगी खिड़कियों में स्कूल प्रबंधन ने पहले प्लाई के दरवाजे और खिड़किया लगाई गई थी, जो बारिश और धूप की वजह से सड़ गई है, जिसके चलते बारिश होने पर क्लास रूम में पानी आ जाता है। वहीं पास में खेल मैदान क्रिकेट मैदान होने से बाल भी कई मर्तबा छात्राओं के क्लास रूम में आ जाती है। स्कूल परिसर में सफाईकर्मियों के प्रतिदिन नहीं आने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सुरक्षा को लेकर लगे 32 कैमरे, नहीं है महिला गार्ड उधर स्कूल प्रबंधन ने छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्लास रूम सहित अन्य स्थानों पर 32 कैमरे लगाए गए। जिसकी निगरानी प्रिंसिपल रूम से रखी जाती है, लेकिन स्कूल के बाहर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने वालों को रोकने के लिए महिला गार्ड की नियुक्ति नहीं होने से आवारा तत्व स्कूल आने और जाने के दौरान अपनी हरकतों से बाज नहीं आते। स्कूल के प्रभारी प्राचार्य अजय गुप्ता ने कहा कि यहां पर छात्राओं की सुरक्षा को लेकर स्कूल शुरू होने व शाम के वक्त निर्भया वाहन के साथ महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी के लिए आवेदन दिया गया है। वहीं शासन स्तर से बारिश के बाद स्कूल की मूलभूत सुविधाओं में सुधार करने के निर्देश प्राप्त हुए है। अतिशेष के नाम पर पांच शिक्षिकाओं का तबादला पहले मिडिल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल अलग अलग संचालित होते थे, लेकिन अब एक शाला एक परिसर में आने से यहां पर पदस्थ मिडिल स्कूल की पांच शिक्षिकाओं का तबादला शहर की दूसरी स्कूलों में किया गया है। जिसके चलते अब 400 छात्राओं को पढ़ाने के लिए मात्र पांच शिक्षक ही बचे हैं। बताया जा रहा है कि यहां पर एनसीसी की प्रशिक्षित शिक्षिका का भी तबादला हो गया है।जिससे एक सत्र में 100 छात्राओं को एनसीसी का प्रशिक्षण मिलना मुश्किल होगा।