रथ निर्माण करने वाले कारीगर लौटे गांव, सफाई नहीं होने का लगाया आरोप

बस्तर दशहरा में इन्हीं गांव के दर्जनों ग्रामीण बनाते हैं रथ छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 25 सितंबर। बस्तर दशहरा को लेकर जहां बस्तर में तैयारियों का दौर शुरू हो गया है, वहीं इस दशहरा में रथ निर्माण करने वाले कारीगरों को गंदगी के बीच रखे जाने से परेशान हो गए। बार-बार शिकायत के बाद भी समस्या का हल नही निकलता देख ग्रामीण अपने सामानों को लेकर गाँव की ओर लौट गए, जिसके चलते ग्रामीणों ने सुबह तक रथ निर्माण का काम रोक दिया था। रथ कारीगरों ने बताया कि बेडाउमरगांव व झारउमरगांव के ग्रामीण प्रति वर्ष बस्तर दशहरा में रथ का निर्माण करने के लिए आते हैं। इन ग्रामीणों के द्वारा बिना औजार के उपयोग किये चार व आठ पहिया रथ का निर्माण करते हैं, लेकिन इस वर्ष जब ग्रामीण रथ का निर्माण करने के लिए आये तो देखा गया कि जिस स्थान में इन ग्रामीणों को रुकने के लिए व्यवस्था किया गया था, उस भोजशाला के आसपास काफी गंदगी है। इस गंदगी को देखने के बाद ग्रामीणों ने इसे साफ करने के लिए कहा गया, लेकिन शिकायत के बाद भी किसी तरह से ध्यान नहीं दिया गया। इन ग्रामीणों को गंदगी के बीच बैठकर खाना बनाने के लिए मजबूर दिखाई दिए, बार बार शिकायत के बाद भी जब ग्रामीणों की समस्या का हल नहीं हुआ तो उन्होंने रथ निर्माण ना करते हुए अपने सामान को लेकर वापस चले गए। इस लापरवाही के चलते ग्रामीणों ने सुबह 3 बजे तक रथ निर्माण का काम पूरी तरह से रोक दिया।

रथ निर्माण करने वाले कारीगर लौटे गांव, सफाई नहीं होने का लगाया आरोप
बस्तर दशहरा में इन्हीं गांव के दर्जनों ग्रामीण बनाते हैं रथ छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 25 सितंबर। बस्तर दशहरा को लेकर जहां बस्तर में तैयारियों का दौर शुरू हो गया है, वहीं इस दशहरा में रथ निर्माण करने वाले कारीगरों को गंदगी के बीच रखे जाने से परेशान हो गए। बार-बार शिकायत के बाद भी समस्या का हल नही निकलता देख ग्रामीण अपने सामानों को लेकर गाँव की ओर लौट गए, जिसके चलते ग्रामीणों ने सुबह तक रथ निर्माण का काम रोक दिया था। रथ कारीगरों ने बताया कि बेडाउमरगांव व झारउमरगांव के ग्रामीण प्रति वर्ष बस्तर दशहरा में रथ का निर्माण करने के लिए आते हैं। इन ग्रामीणों के द्वारा बिना औजार के उपयोग किये चार व आठ पहिया रथ का निर्माण करते हैं, लेकिन इस वर्ष जब ग्रामीण रथ का निर्माण करने के लिए आये तो देखा गया कि जिस स्थान में इन ग्रामीणों को रुकने के लिए व्यवस्था किया गया था, उस भोजशाला के आसपास काफी गंदगी है। इस गंदगी को देखने के बाद ग्रामीणों ने इसे साफ करने के लिए कहा गया, लेकिन शिकायत के बाद भी किसी तरह से ध्यान नहीं दिया गया। इन ग्रामीणों को गंदगी के बीच बैठकर खाना बनाने के लिए मजबूर दिखाई दिए, बार बार शिकायत के बाद भी जब ग्रामीणों की समस्या का हल नहीं हुआ तो उन्होंने रथ निर्माण ना करते हुए अपने सामान को लेकर वापस चले गए। इस लापरवाही के चलते ग्रामीणों ने सुबह 3 बजे तक रथ निर्माण का काम पूरी तरह से रोक दिया।