बालाघाट में एमजीएम स्कूल का डाईट में शिफ्टिंग:कमरों की कमी से दो पालियों में चलेगी पढ़ाई, कंप्यूटर लैब बंद होगी; सीएम राइज में विलय
बालाघाट में एमजीएम स्कूल का डाईट में शिफ्टिंग:कमरों की कमी से दो पालियों में चलेगी पढ़ाई, कंप्यूटर लैब बंद होगी; सीएम राइज में विलय
बालाघाट के महात्मा गांधी नगरपालिका स्कूल को जर्जर भवन के कारण डाइट में स्थानांतरित किया जा रहा है। नगरपालिका यहां नए स्कूल भवन का निर्माण करेगी। डाईट में कमरों की कमी एक बड़ी चुनौती बन गई है। वर्तमान में एमजीएम में 15 कमरे हैं, जबकि केवल 10 कमरे उपलब्ध हैं। प्राचार्य शैलेन्द्र राहंगडाले के अनुसार कमरों की कमी के कारण स्कूल को दो पालियों में संचालित करना होगा। कंप्यूटर लैब को भी बंद करना पड़ेगा। एमजीएम में माध्यमिक, हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी कक्षाएं संचालित होती हैं। जानकारों का सुझाव है कि हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी को सीएम राइज स्कूल और माध्यमिक विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय में विलय कर दिया जाए। इससे छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। जिला शिक्षा अधिकारी के अनुसार, नगरपालिका के प्रयास और शासन के निर्देश पर एमजीएम के छात्रों को सीएम राइज में प्रवेश दिया जा सकता है। माध्यमिक विद्यालय के उत्कृष्ट विद्यालय में विलय का प्रयास जुलाई तक किया जाएगा। स्कूल में शिक्षकों की भी कमी है। केवल 3 नियमित शिक्षक हैं और एक दशक से अतिथि शिक्षकों से काम चलाया जा रहा है।
बालाघाट के महात्मा गांधी नगरपालिका स्कूल को जर्जर भवन के कारण डाइट में स्थानांतरित किया जा रहा है। नगरपालिका यहां नए स्कूल भवन का निर्माण करेगी। डाईट में कमरों की कमी एक बड़ी चुनौती बन गई है। वर्तमान में एमजीएम में 15 कमरे हैं, जबकि केवल 10 कमरे उपलब्ध हैं। प्राचार्य शैलेन्द्र राहंगडाले के अनुसार कमरों की कमी के कारण स्कूल को दो पालियों में संचालित करना होगा। कंप्यूटर लैब को भी बंद करना पड़ेगा। एमजीएम में माध्यमिक, हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी कक्षाएं संचालित होती हैं। जानकारों का सुझाव है कि हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी को सीएम राइज स्कूल और माध्यमिक विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय में विलय कर दिया जाए। इससे छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। जिला शिक्षा अधिकारी के अनुसार, नगरपालिका के प्रयास और शासन के निर्देश पर एमजीएम के छात्रों को सीएम राइज में प्रवेश दिया जा सकता है। माध्यमिक विद्यालय के उत्कृष्ट विद्यालय में विलय का प्रयास जुलाई तक किया जाएगा। स्कूल में शिक्षकों की भी कमी है। केवल 3 नियमित शिक्षक हैं और एक दशक से अतिथि शिक्षकों से काम चलाया जा रहा है।