बगीचे की जमीन पर बने मंदिर को तोड़ने की कोशिश:रहवासियों का आरोप गुडें बुलडोजर लेकर आए,कालोनीनाईजर के आफिस पर हंगामा

इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में 80 हजार स्केअर फीट पर बने बगीचे की जमीन पर मंगलवार को विवाद हो गया। यहां पर मंदिर और बगीचे की जमीन को खाली कराने पहुंचे गुडों का रहवासियों से आमना सामना हो गया। इस दौरान एक युवक को रहवासियों ने पकड़ लिया। इस दाैरान उसने कॉलोनी के कर्ताधर्ताओं से बात की। इसके बाद कालोनीनाइजर के आफिस पर जाकर लोगो ने हंगामा किया। इस मामले में एसीपी अन्नपूर्णा को करीब 200 से ज्यादा रहवासियों ने हस्ताक्षर कर शिकायत की है। उन्होंने जांच की बात कही है। मामला विदुर नगर का है। यहां खाली पड़े 80 हजार बगीचे की जमीन को लेकर कालोनीनाईजर बाबू उर्फ राजकुमार खतूरिया,पुरूषोतम और नवीन राम ख्यानी की शिकायत लेकर कॉलोनी के लोग अन्नपूर्णा एसीपी नंदिनी शर्मा के पास पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि यह जमीन बगीचे की है। जिस पर हनुमान मंदिर बना हुआ है। जो विदुर नगर के नक्शे में भी है। यहां मंगलवार को भूपेन्द्र सेंगर और मोहन पटेल जेसीबी लेकर पहुंचे। गुडों के साथ मंदिर तोड़ने आए थे। उन्होंने बगीचे के आसपास के पोल भी जेसीबी से हटा दिए। इस दौरान रहवासी इकट्‌ठा हो गए। उन्होंने विरोध किया तो मोहन पटेल भाग गया। जबकि भूपेन्द को लोगो ने पकड़ा तो उसने राजकुमार खतूरिया और पुरूषोतम से बात कराई। उन्होंने जमीन कॉलोनी की होने की बात लोगो से की। आफिस पर हंगामा करते रहे लोग विदुर नगर में बाबू उर्फ राजकुमार खतूरिया का रूद्र कंस्ट्रक्शन के नाम से आफिस है। भूपेन्द्र को लेकर रहवासी वहां चले गए। यहां पर बाबू से बात करते हुए उसे आफिस आने की बात करते रहे। यहां हिंदूवादी नेता पप्पू कोचले भी थे। उन्होने फोन पर कहां कि मंदिर हटवाकर यहां पर धार्मिक भावनाओं का अपमान किया जा रहा है। वही जमीन बगीचे की होने की बात कही। पूर्व से चल रहा विवाद दरअसल विदुर नगर संस्था को लेकर पूर्व से विवाद चले आ रहा है। जिसमें कई बगीचे और जमीन नक्शो से गायब हो गई। विदुर नगर को लेकर द्वारकापुरी पुलिस ने भी कई फर्जीवाड़े के केस भूमाफियाओं पर दर्ज किये है। पूर्व में भी इस बगीचे में संघ के लोग शाखा लगाते थे। जिन्हें हटाने के लिये ब्राउड्रीवाल कराई गई थी। लोगो का आरोप है कि गुडो के साथ मिलकर लोग इस जमीन पर घर बनाना चाहते है। जबकि यह बगीचे की जमीन है जो सार्वजनिक कार्यो के लिये उपयोग की जाती है। तीन दिन पहले भी लोगो का यहां पर विवाद हुआ था।

बगीचे की जमीन पर बने मंदिर को तोड़ने की कोशिश:रहवासियों का आरोप गुडें बुलडोजर लेकर आए,कालोनीनाईजर के आफिस पर हंगामा
इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में 80 हजार स्केअर फीट पर बने बगीचे की जमीन पर मंगलवार को विवाद हो गया। यहां पर मंदिर और बगीचे की जमीन को खाली कराने पहुंचे गुडों का रहवासियों से आमना सामना हो गया। इस दौरान एक युवक को रहवासियों ने पकड़ लिया। इस दाैरान उसने कॉलोनी के कर्ताधर्ताओं से बात की। इसके बाद कालोनीनाइजर के आफिस पर जाकर लोगो ने हंगामा किया। इस मामले में एसीपी अन्नपूर्णा को करीब 200 से ज्यादा रहवासियों ने हस्ताक्षर कर शिकायत की है। उन्होंने जांच की बात कही है। मामला विदुर नगर का है। यहां खाली पड़े 80 हजार बगीचे की जमीन को लेकर कालोनीनाईजर बाबू उर्फ राजकुमार खतूरिया,पुरूषोतम और नवीन राम ख्यानी की शिकायत लेकर कॉलोनी के लोग अन्नपूर्णा एसीपी नंदिनी शर्मा के पास पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि यह जमीन बगीचे की है। जिस पर हनुमान मंदिर बना हुआ है। जो विदुर नगर के नक्शे में भी है। यहां मंगलवार को भूपेन्द्र सेंगर और मोहन पटेल जेसीबी लेकर पहुंचे। गुडों के साथ मंदिर तोड़ने आए थे। उन्होंने बगीचे के आसपास के पोल भी जेसीबी से हटा दिए। इस दौरान रहवासी इकट्‌ठा हो गए। उन्होंने विरोध किया तो मोहन पटेल भाग गया। जबकि भूपेन्द को लोगो ने पकड़ा तो उसने राजकुमार खतूरिया और पुरूषोतम से बात कराई। उन्होंने जमीन कॉलोनी की होने की बात लोगो से की। आफिस पर हंगामा करते रहे लोग विदुर नगर में बाबू उर्फ राजकुमार खतूरिया का रूद्र कंस्ट्रक्शन के नाम से आफिस है। भूपेन्द्र को लेकर रहवासी वहां चले गए। यहां पर बाबू से बात करते हुए उसे आफिस आने की बात करते रहे। यहां हिंदूवादी नेता पप्पू कोचले भी थे। उन्होने फोन पर कहां कि मंदिर हटवाकर यहां पर धार्मिक भावनाओं का अपमान किया जा रहा है। वही जमीन बगीचे की होने की बात कही। पूर्व से चल रहा विवाद दरअसल विदुर नगर संस्था को लेकर पूर्व से विवाद चले आ रहा है। जिसमें कई बगीचे और जमीन नक्शो से गायब हो गई। विदुर नगर को लेकर द्वारकापुरी पुलिस ने भी कई फर्जीवाड़े के केस भूमाफियाओं पर दर्ज किये है। पूर्व में भी इस बगीचे में संघ के लोग शाखा लगाते थे। जिन्हें हटाने के लिये ब्राउड्रीवाल कराई गई थी। लोगो का आरोप है कि गुडो के साथ मिलकर लोग इस जमीन पर घर बनाना चाहते है। जबकि यह बगीचे की जमीन है जो सार्वजनिक कार्यो के लिये उपयोग की जाती है। तीन दिन पहले भी लोगो का यहां पर विवाद हुआ था।