नर्स बनने 414 आदिवासी छात्राओं ने दी परीक्षा

छत्तीसगढ़ संवाददाता बचेली, 4 सितंबर। बुधवार को एनएमडीसी बचेली के सीएसआर के बालिका शिक्षा योजना के अंतर्गत बस्तर संभाग के आदिवासी छात्राओं के लिए नर्सिंग पाठ्यक्रम में नि:शुल्क शिक्षा देने लिखित परीक्षा बचेली के डीएव्ही पब्लिक स्कूल में हुई। 40 पदों के लिए आयोजित इस परीक्षा में स्थानीय सहित बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, बस्तर, कोंडागांव जिले के कुल 414 छात्राएं परीक्षा देने बचेली पहुंची। शीघ्र ही अपोलो एवं एनएमडीसी द्वारा चयनित छात्राओ को विभिन्न माध्यमो से आागमी प्रक्रिया के लिए सूचित किया जाएगा। एनएमडीसी फंक्शन हॉल में इनके लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी। परीक्षा में विज्ञान विषय से संबंधित प्रश्न पूछे गये थे। जानकारी के अनुसार इस योजना में हज़ारों आवेदन आये थे, जिसमें प्रबंधन द्वारा 450 को कॉल किया गया था, जिसमे 414 उपस्थित रहे। चयन के उपरांत चयनित छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षा होगा, जो छात्राएं स्वास्थ्य परीक्षण में स्वस्थ पाई जाएगी, उनको नर्सिंग की पढ़ाई हेतु अपोलो इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग भेजा जाएगा। परीक्षा देने आई सिर्फ छात्राओं को बस से सफऱ करने वालो को यात्रा भत्ता दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इन छात्राओं का संपूर्ण खर्च जैसे पढ़ाई, किताबें, प्रेक्टिकल, यूनिफार्म, हॉस्टल एवं भोजन इत्यादि सभी सुविधाए एनएमडीसी द्वारा प्रदाय की जाएगी। इस योजना अंतर्गत चयनित लगभग सारी छात्राए अपनी पढ़ाई के उपरांत बस्तर व अन्य स्थानों पर विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी अस्पतालो में चयनित होकर काम करेंगे। सीएसआर के तहत दंतेवाड़ा में कई गतिविधियां संचालित एनएमडीसी के नैगमिक सामाजिक दायित्व यानि सीएसआर के अंतर्गत दंतेवाड़ा जिला में कई गतिविधियॉ संचालित है। जिनमे लगभग अनेक गतिविधियॉ राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी है। एनएमडीसी बालिका शिक्षा योजना एक ऐसी पहल है जिसके अंतर्गत बस्तर क्षेत्र की गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली 40 आदिवासी छात्राओं को भारत वर्ष में प्रसिद्ध अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग हैदराबाद में नर्सिंग कोर्स हेतु भेजा जाता है। इस योजना के तहत 40 छात्राओ के 12 बैच अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग में पढ़ाई हेतु हैदराबाद भेजा जा चुका है। अब तक जितनी भी छात्राएं पढ़ाई पूरी करके इस संस्थान से निकली है उनमें से अधिकतर को बहुत अच्छी नौकरी प्राप्त हो चुकी है हैदराबाद से आये प्रोफेसर बी. कैमला, एसोसिएट प्रोफेसर लिली वर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर गिफ्टिं सम्यल, ट्यूटर जी प्रशांति, भासी आईटीआई के प्राचार्य कमेलश साहू, डीएव्ही स्कुल के शिक्षक, एनएमडीसी के अधिकारी, सीएसआर के सभी अधिकारी कर्मचारी व संबंधित स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाए परीक्षा आयोजित करने में लगे रहे।

नर्स बनने 414 आदिवासी छात्राओं ने दी परीक्षा
छत्तीसगढ़ संवाददाता बचेली, 4 सितंबर। बुधवार को एनएमडीसी बचेली के सीएसआर के बालिका शिक्षा योजना के अंतर्गत बस्तर संभाग के आदिवासी छात्राओं के लिए नर्सिंग पाठ्यक्रम में नि:शुल्क शिक्षा देने लिखित परीक्षा बचेली के डीएव्ही पब्लिक स्कूल में हुई। 40 पदों के लिए आयोजित इस परीक्षा में स्थानीय सहित बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, बस्तर, कोंडागांव जिले के कुल 414 छात्राएं परीक्षा देने बचेली पहुंची। शीघ्र ही अपोलो एवं एनएमडीसी द्वारा चयनित छात्राओ को विभिन्न माध्यमो से आागमी प्रक्रिया के लिए सूचित किया जाएगा। एनएमडीसी फंक्शन हॉल में इनके लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी। परीक्षा में विज्ञान विषय से संबंधित प्रश्न पूछे गये थे। जानकारी के अनुसार इस योजना में हज़ारों आवेदन आये थे, जिसमें प्रबंधन द्वारा 450 को कॉल किया गया था, जिसमे 414 उपस्थित रहे। चयन के उपरांत चयनित छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षा होगा, जो छात्राएं स्वास्थ्य परीक्षण में स्वस्थ पाई जाएगी, उनको नर्सिंग की पढ़ाई हेतु अपोलो इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग भेजा जाएगा। परीक्षा देने आई सिर्फ छात्राओं को बस से सफऱ करने वालो को यात्रा भत्ता दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इन छात्राओं का संपूर्ण खर्च जैसे पढ़ाई, किताबें, प्रेक्टिकल, यूनिफार्म, हॉस्टल एवं भोजन इत्यादि सभी सुविधाए एनएमडीसी द्वारा प्रदाय की जाएगी। इस योजना अंतर्गत चयनित लगभग सारी छात्राए अपनी पढ़ाई के उपरांत बस्तर व अन्य स्थानों पर विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी अस्पतालो में चयनित होकर काम करेंगे। सीएसआर के तहत दंतेवाड़ा में कई गतिविधियां संचालित एनएमडीसी के नैगमिक सामाजिक दायित्व यानि सीएसआर के अंतर्गत दंतेवाड़ा जिला में कई गतिविधियॉ संचालित है। जिनमे लगभग अनेक गतिविधियॉ राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी है। एनएमडीसी बालिका शिक्षा योजना एक ऐसी पहल है जिसके अंतर्गत बस्तर क्षेत्र की गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली 40 आदिवासी छात्राओं को भारत वर्ष में प्रसिद्ध अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग हैदराबाद में नर्सिंग कोर्स हेतु भेजा जाता है। इस योजना के तहत 40 छात्राओ के 12 बैच अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग में पढ़ाई हेतु हैदराबाद भेजा जा चुका है। अब तक जितनी भी छात्राएं पढ़ाई पूरी करके इस संस्थान से निकली है उनमें से अधिकतर को बहुत अच्छी नौकरी प्राप्त हो चुकी है हैदराबाद से आये प्रोफेसर बी. कैमला, एसोसिएट प्रोफेसर लिली वर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर गिफ्टिं सम्यल, ट्यूटर जी प्रशांति, भासी आईटीआई के प्राचार्य कमेलश साहू, डीएव्ही स्कुल के शिक्षक, एनएमडीसी के अधिकारी, सीएसआर के सभी अधिकारी कर्मचारी व संबंधित स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाए परीक्षा आयोजित करने में लगे रहे।