नेपाल विमान दुर्घटना में सिर्फ़ पायलट की जान बच पाई, वजह सामने आई

नेपाल में हुए विमान हादसे में 18 लोगों की जान गई और पायलट को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. हादसा जब हुआ, तब विमान के बाकी हिस्से में आग लगने से कुछ ही सेकेंड पहले ही उसका कॉकपिट अलग हो गया था. कॉकपिट अलग होने के बाद भी पायलट को जिंदा बचा लिया गया. कैप्टन मनीष रत्न शाक्य विमान दुर्घटना में जिंदा बचने वाले एक मात्र शख्स हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. बीबीसी नेपाली सेवा के मुताबिक़- पायलट बातचीत कर पा रहे हैं. बचाव कर्मियों ने बीबीसी को बताया कि वे घायल पायलट तक तब पहुंचे जब आग विमान के कॉकपिट वाले हिस्से के पास पहुंच गई थी. नेपाली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एयर शिल्ड खुली होने के कारण पायलट को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. हमने तुरंत खिड़की को तोड़कर उन्हें बाहर निकाला. उन्होंने कहा कि जब पायलट को बचाया गया, उस वक्त उनका पूरा चेहरा खून से सना हुआ था. हमने उन्हें अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल जाते वक्त वह बात कर सकने में सक्षम थे. नेपाली सेना के बयान के अनुसार, पायलट को दुर्घटना के पाँच मिनट के भीतर बचा लिया गया था. पायलट बहुत डरा हुआ था, लेकिन उस समय तक वह होश में था.(bbc.com/hindi)

नेपाल विमान दुर्घटना में सिर्फ़ पायलट की जान बच पाई, वजह सामने आई
नेपाल में हुए विमान हादसे में 18 लोगों की जान गई और पायलट को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. हादसा जब हुआ, तब विमान के बाकी हिस्से में आग लगने से कुछ ही सेकेंड पहले ही उसका कॉकपिट अलग हो गया था. कॉकपिट अलग होने के बाद भी पायलट को जिंदा बचा लिया गया. कैप्टन मनीष रत्न शाक्य विमान दुर्घटना में जिंदा बचने वाले एक मात्र शख्स हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. बीबीसी नेपाली सेवा के मुताबिक़- पायलट बातचीत कर पा रहे हैं. बचाव कर्मियों ने बीबीसी को बताया कि वे घायल पायलट तक तब पहुंचे जब आग विमान के कॉकपिट वाले हिस्से के पास पहुंच गई थी. नेपाली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एयर शिल्ड खुली होने के कारण पायलट को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. हमने तुरंत खिड़की को तोड़कर उन्हें बाहर निकाला. उन्होंने कहा कि जब पायलट को बचाया गया, उस वक्त उनका पूरा चेहरा खून से सना हुआ था. हमने उन्हें अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल जाते वक्त वह बात कर सकने में सक्षम थे. नेपाली सेना के बयान के अनुसार, पायलट को दुर्घटना के पाँच मिनट के भीतर बचा लिया गया था. पायलट बहुत डरा हुआ था, लेकिन उस समय तक वह होश में था.(bbc.com/hindi)