नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर बेरोजगारों से ठगी:मर्सिडीज तक के सपने दिखाए; रीवा पुलिस से शिकायत

रीवा शहर में एक बार फिर बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। यह आरोप स्मार्ट वेरी सुपर लिमिटेड नाम की एक प्राइवेट कंपनी पर लगाया गया है, जो रीवा में लगातार ठिकाना बदलती रही है। करीब 50 युवक और युवतियां रविवार को समान थाना पहुंचे और शिकायत की कि उन्हें नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर नौकरी और मर्सिडीज कार जैसे सपने दिखाकर 15-15 हजार रुपए की वसूली की गई। युवाओं का कहना है कि कंपनी ने हर महीने 10 हजार रुपए वेतन देने का वादा किया था, लेकिन कुछ समय बाद ऑफिस बदलने के साथ ही कंपनी के लोग भी गायब होने लगे। शिकायत करने आई युवती मनीषा ने बताया कि पहले ऑफिस सिरमौर चौराहे के पास था, फिर उसे ज्ञानस्थली स्कूल और अब कॉलेज चौराहे के पास शिफ्ट किया गया। पीड़ित युवाओं के अनुसार, उन्हें जाल में फंसाने के बाद दूसरे लोगों को जोड़ने के लिए कहा गया और इस तरह चेन सिस्टम से ठगी का नेटवर्क फैलाया गया। समान थाना प्रभारी विकास कपीस ने बताया कि युवाओं की शिकायत को दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मामले की सत्यता सामने आने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर बेरोजगारों से ठगी:मर्सिडीज तक के सपने दिखाए; रीवा पुलिस से शिकायत
रीवा शहर में एक बार फिर बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। यह आरोप स्मार्ट वेरी सुपर लिमिटेड नाम की एक प्राइवेट कंपनी पर लगाया गया है, जो रीवा में लगातार ठिकाना बदलती रही है। करीब 50 युवक और युवतियां रविवार को समान थाना पहुंचे और शिकायत की कि उन्हें नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर नौकरी और मर्सिडीज कार जैसे सपने दिखाकर 15-15 हजार रुपए की वसूली की गई। युवाओं का कहना है कि कंपनी ने हर महीने 10 हजार रुपए वेतन देने का वादा किया था, लेकिन कुछ समय बाद ऑफिस बदलने के साथ ही कंपनी के लोग भी गायब होने लगे। शिकायत करने आई युवती मनीषा ने बताया कि पहले ऑफिस सिरमौर चौराहे के पास था, फिर उसे ज्ञानस्थली स्कूल और अब कॉलेज चौराहे के पास शिफ्ट किया गया। पीड़ित युवाओं के अनुसार, उन्हें जाल में फंसाने के बाद दूसरे लोगों को जोड़ने के लिए कहा गया और इस तरह चेन सिस्टम से ठगी का नेटवर्क फैलाया गया। समान थाना प्रभारी विकास कपीस ने बताया कि युवाओं की शिकायत को दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मामले की सत्यता सामने आने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।