जन्मदिन विशेष: गुरु रंधावा को रातों-रात इस गाने ने बनाया स्टार

नई दिल्ली, 30 अगस्त । बन जा तू मेरी रानी तैनूं महल दवा दूंगा, बन मेरी महबूबा मैं तैनूं ताज पवा दूंगा यह लाइनें पंजाब के गुरदासपुर में रहने वाले एक सामान्य परिवार के लड़के ने स्कूल में एक लड़की को इंप्रेस करने के लिए कहीं, लेकिन उसे क्या पता था कि वह लड़की उसे रिजेक्ट कर देगी! कहानी यहीं खत्म नहीं हुई आगे बढ़ी फिर जो हुआ वो गुरु के क्लियर विजन को दर्शाता है। शाका लाका बूम बूम और शक्तिमान देखकर बड़े हुए गुरु रंधावा को शुरू से ही गाने का शौक था, उन्होंने अपने इस शौक को पैशन में बदल दिया। गायक और अभिनेता गुरु रंधावा का नाम आज पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री की उन शख्सियतों में शुमार है, जिन्होंने अपने बलबूते पर कामयाबी हासिल की है। 30 अगस्त 1991 में पंजाब के गुरदासपुर में जन्मे गुरु का असली नाम गुरुशरणजोत सिंह रंधावा है। अपने करियर के शुरुआती दौर में इस सिंगर ने कई स्टेज शो भी किए। 2012 में उन्होंने अपना पहला गाना सेम गर्ल लॉन्च किया, और इसके बाद से ही सिंगर अपनी कामयाब की तलाश में निकल पड़े। गुरु ने अपने अब तक के करियर में कई गाने गाए हैं, मगर क्या आपको पता है कि उन्होंने रातों-रात पंजाबी गाने पटोला से शोहरत हासिल की। स्कूल के ही समय से इस गायक ने गाने गुनगुनाने के साथ-साथ उन्हें लिखना भी शुरू कर दिया था। वह किसी भी कार्यक्रम में मंच पर जाने का कोई मौका नहीं छोड़ते थे। स्कूल खत्म होने के बाद परिवार ने काफी मुश्किल भरे दौर से गुजरते हुए गुरु को पढ़ाई के लिए दिल्ली भेजा। दिल्ली के कॉलेज से सिंगर ने अपनी एमबीए की पढ़ाई पूरी की, मगर यह नौजवान समझ नहीं पा रहा था कि आखिर उसे करना क्या है। उसी दौरन घूमने-फिरने के लिए लंदन गए रंधावा की मुलाकात कंपोजर अर्जुन से हुई। अर्जुन ने गुरु को एक ऑफर दिया की वह उनके साथ काम करें। दोनों ने मिलकर सेम गर्ल गाना लॉन्च किया, जो ज्यादा कुछ कमाल नहीं कर पाया। मगर यह रंधावा के करियर के पहला पड़ाव था, उन्हें पता था कि उन्हें अभी आगे बहुत मेहनत करनी है। इसके बाद भी उन्होंंने कई गानों में हाथ आजमाया मगर उनको कोई शोहरत हाथ नहीं लगी। इसके काफी समय बाद गुरु रंधावा की मुलाकात पंजाबी रैपर बोहेमिया से हुई। उसी दौरान सिंगर को अपने नाम का छोटा वर्जन गुरु मिला, क्योंकि बोहेमिया उन्हें गुरु कह कर पुकारते थे। इस दोस्ती को आगे बढ़ाते हुए इन दोनों की जोड़ी ने टी -सीरीज के लिए पटोला गया। फिर क्या बात थी इस गानों को दर्शकों का इतना प्यार मिला कि रंधावा रातों-रात स्टार बन गए। इस गाने से वह पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री का एक कामयाब चेहरा बनकर उभरे। इसके बाद तो सिंगर ने सुपरहिट गानों की छड़ी लगा दी। हाल ही में गुरु ने बतौर अभिनेता फिल्म कुछ खट्टा हो जाए से एक्टिंग में डेब्यू किया। बब्बू मान के साथ गुरु का हाल ही में रिलीज हुआ गाना पागल भी काफी पसंद किया गया। वह राजा कुमारी के साथ भी नजर आए, दोनों ने सुपरहिट ट्रैक लव में एक साथ काम किया, जिसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिला। गुरु रंधावा ने लाहौर दी, तेनू सूट-सूट करदा, मून राइज पटोला, हाई रेटेड गबरू, दारु वरगी, रात कमल है और बन जा रानी सहित जैसे कई बेहतरीन पार्टी सॉन्ग्स दिए हैं। गुरु ने नोरा फतेही के साथ भी एक सुपरहिट नंबर किया है। तो बात उस स्कूल लव स्टोरी की जिसमें गुरु को रिजेक्शन मिला। कहा जाता है कि स्कूल में जिस लड़की ने गुरु का प्रपोजल ठुकराया था, उसने कामयाबी मिलने के बाद सिंगर से बात करने की कोशिश की, मगर इस बार गुरु ने उसे रिजेक्ट कर दिया। -(आईएएनएस)

जन्मदिन विशेष: गुरु रंधावा को रातों-रात इस गाने ने बनाया स्टार
नई दिल्ली, 30 अगस्त । बन जा तू मेरी रानी तैनूं महल दवा दूंगा, बन मेरी महबूबा मैं तैनूं ताज पवा दूंगा यह लाइनें पंजाब के गुरदासपुर में रहने वाले एक सामान्य परिवार के लड़के ने स्कूल में एक लड़की को इंप्रेस करने के लिए कहीं, लेकिन उसे क्या पता था कि वह लड़की उसे रिजेक्ट कर देगी! कहानी यहीं खत्म नहीं हुई आगे बढ़ी फिर जो हुआ वो गुरु के क्लियर विजन को दर्शाता है। शाका लाका बूम बूम और शक्तिमान देखकर बड़े हुए गुरु रंधावा को शुरू से ही गाने का शौक था, उन्होंने अपने इस शौक को पैशन में बदल दिया। गायक और अभिनेता गुरु रंधावा का नाम आज पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री की उन शख्सियतों में शुमार है, जिन्होंने अपने बलबूते पर कामयाबी हासिल की है। 30 अगस्त 1991 में पंजाब के गुरदासपुर में जन्मे गुरु का असली नाम गुरुशरणजोत सिंह रंधावा है। अपने करियर के शुरुआती दौर में इस सिंगर ने कई स्टेज शो भी किए। 2012 में उन्होंने अपना पहला गाना सेम गर्ल लॉन्च किया, और इसके बाद से ही सिंगर अपनी कामयाब की तलाश में निकल पड़े। गुरु ने अपने अब तक के करियर में कई गाने गाए हैं, मगर क्या आपको पता है कि उन्होंने रातों-रात पंजाबी गाने पटोला से शोहरत हासिल की। स्कूल के ही समय से इस गायक ने गाने गुनगुनाने के साथ-साथ उन्हें लिखना भी शुरू कर दिया था। वह किसी भी कार्यक्रम में मंच पर जाने का कोई मौका नहीं छोड़ते थे। स्कूल खत्म होने के बाद परिवार ने काफी मुश्किल भरे दौर से गुजरते हुए गुरु को पढ़ाई के लिए दिल्ली भेजा। दिल्ली के कॉलेज से सिंगर ने अपनी एमबीए की पढ़ाई पूरी की, मगर यह नौजवान समझ नहीं पा रहा था कि आखिर उसे करना क्या है। उसी दौरन घूमने-फिरने के लिए लंदन गए रंधावा की मुलाकात कंपोजर अर्जुन से हुई। अर्जुन ने गुरु को एक ऑफर दिया की वह उनके साथ काम करें। दोनों ने मिलकर सेम गर्ल गाना लॉन्च किया, जो ज्यादा कुछ कमाल नहीं कर पाया। मगर यह रंधावा के करियर के पहला पड़ाव था, उन्हें पता था कि उन्हें अभी आगे बहुत मेहनत करनी है। इसके बाद भी उन्होंंने कई गानों में हाथ आजमाया मगर उनको कोई शोहरत हाथ नहीं लगी। इसके काफी समय बाद गुरु रंधावा की मुलाकात पंजाबी रैपर बोहेमिया से हुई। उसी दौरान सिंगर को अपने नाम का छोटा वर्जन गुरु मिला, क्योंकि बोहेमिया उन्हें गुरु कह कर पुकारते थे। इस दोस्ती को आगे बढ़ाते हुए इन दोनों की जोड़ी ने टी -सीरीज के लिए पटोला गया। फिर क्या बात थी इस गानों को दर्शकों का इतना प्यार मिला कि रंधावा रातों-रात स्टार बन गए। इस गाने से वह पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री का एक कामयाब चेहरा बनकर उभरे। इसके बाद तो सिंगर ने सुपरहिट गानों की छड़ी लगा दी। हाल ही में गुरु ने बतौर अभिनेता फिल्म कुछ खट्टा हो जाए से एक्टिंग में डेब्यू किया। बब्बू मान के साथ गुरु का हाल ही में रिलीज हुआ गाना पागल भी काफी पसंद किया गया। वह राजा कुमारी के साथ भी नजर आए, दोनों ने सुपरहिट ट्रैक लव में एक साथ काम किया, जिसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिला। गुरु रंधावा ने लाहौर दी, तेनू सूट-सूट करदा, मून राइज पटोला, हाई रेटेड गबरू, दारु वरगी, रात कमल है और बन जा रानी सहित जैसे कई बेहतरीन पार्टी सॉन्ग्स दिए हैं। गुरु ने नोरा फतेही के साथ भी एक सुपरहिट नंबर किया है। तो बात उस स्कूल लव स्टोरी की जिसमें गुरु को रिजेक्शन मिला। कहा जाता है कि स्कूल में जिस लड़की ने गुरु का प्रपोजल ठुकराया था, उसने कामयाबी मिलने के बाद सिंगर से बात करने की कोशिश की, मगर इस बार गुरु ने उसे रिजेक्ट कर दिया। -(आईएएनएस)