सतना के पवैया में होगा शहीद ASI का अंतिम संस्कार:गांव में परसा मातम, परिजनों ने की दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग

मऊगंज में हुई हिंसा के दौरान एसएएफ के सहायक उप-निरीक्षक रामचरण गौतम उपद्रवियों के हमले में शहीद हो गए। शहीद एएसआई सतना जिले के पवैया गांव के रहने वाले थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि रामचरण गौतम अपने परिवार के एकमात्र सहारा थे। उनके परिवार में पत्नी और तीन बेटे हैं। उनकी शहादत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर है। शहीद के बड़े बेटे सुनील गौतम और परिजन उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। शहीद एएसआई के बड़े भाई रामजी गौतम का कहना है कि पुलिस स्थिति का सही आकलन नहीं कर पाई। रामचरण गौतम 1984 में पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। वे वर्तमान में रीवा जिले के शाहपुर में पदस्थ थे। हिंसा के दौरान उनकी ड्यूटी मऊगंज में लगी थी, जहां उपद्रवियों के हमले में वे शहीद हो गए। उनकी पार्थिव देह रविवार को उनके गृह ग्राम पवैया पहुंचेगी।

सतना के पवैया में होगा शहीद ASI का अंतिम संस्कार:गांव में परसा मातम, परिजनों ने की दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
मऊगंज में हुई हिंसा के दौरान एसएएफ के सहायक उप-निरीक्षक रामचरण गौतम उपद्रवियों के हमले में शहीद हो गए। शहीद एएसआई सतना जिले के पवैया गांव के रहने वाले थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि रामचरण गौतम अपने परिवार के एकमात्र सहारा थे। उनके परिवार में पत्नी और तीन बेटे हैं। उनकी शहादत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर है। शहीद के बड़े बेटे सुनील गौतम और परिजन उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। शहीद एएसआई के बड़े भाई रामजी गौतम का कहना है कि पुलिस स्थिति का सही आकलन नहीं कर पाई। रामचरण गौतम 1984 में पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। वे वर्तमान में रीवा जिले के शाहपुर में पदस्थ थे। हिंसा के दौरान उनकी ड्यूटी मऊगंज में लगी थी, जहां उपद्रवियों के हमले में वे शहीद हो गए। उनकी पार्थिव देह रविवार को उनके गृह ग्राम पवैया पहुंचेगी।