सांची दूध के दाम बढ़ने पर महिला कांग्रेस का प्रदर्शन:अध्यक्ष बोलीं- ऐसा समय आएगा, जब बच्चों को पोलियो ड्रॉप की तरह दूध पिलाया जाएगा

अमूल के बाद सांची ने दूध के दामों में प्रति लीटर दो रुपए की बढ़ोत्तरी की है। दूध के दाम बढ़ने के विरोध में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल के नेतृत्व में महिला कांग्रेस नेत्रियों ने पीसीसी के सामने प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेत्रियों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की। तख्तियों पर लिखे थे ये नारे रोते बच्चे करें पुकार, हमसे दूध मत छीनो सरकार।। कीमत बढ़ गई दूध की, सस्ती हो रही जान, दूध बिना बच्चे रोते हैं मां हो गई परेशान।। महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष बोलीं- पोलियो ड्रॉप की तरह दूध पिलाना पड़ेगा प्रदर्शन के दौरान भोपाल महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष संतोष कंसाना ने कहा- जिस तरह से भारत को सोने की चिडिया कहा जाता था। उसी तरह भारत में ये भी कहा जाता था यहां दूध की नदियां बहतीं थीं। भोजन में यदि कुछ न भी मिले तो ये कहा जाता था कि बच्चों को घर से दूध दही पीकर घर से जाना चाहिए। महिला कांग्रेस दूध की कीमतें बढ़ाने का विरोध करती है और सरकार से यह मांग करती है कि दूध की बढ़ी हुई कीमतें वापस लीजिए। वरना महिला कांग्रेस और उग्र आंदोलन करेगी। बच्चे हों या बुजुर्ग मरीजों तक को दूध देना मुश्किल हुआ महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा- जिस तरह से मोहन सरकार ने दो रुपए दूध की कीमतें बढ़ाई हैं। सांची दूध की कीमतें बढ़ाने से एक आम व्यक्ति को अपने बच्चे को दूध देना मुश्किल हो गया है। चाहे गरीब बुजुर्ग हों या मरीज सभी के लिए दूध एक आवश्यक चीज है। ऐसे में उसकी कीमतें बढ़ाना गरीबों, बच्चों और बुजर्गों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है। हम मांग करते हैं कि दूध की बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेना चाहिए। गरीबों को राहत देना चाहिए। सांची और एनडीडीबी के बीच जो करार हुआ है उससे व्यापारियों, बिचौलियों और सरकार में बैठे लोगों का होगा। आम आदमी को तो दो रुपए प्रति लीटर ज्यादा दाम देना पड़ रहे हैं। अमूल की तर्ज पर काम करने से पहले इनको अपने संसाधन देखना चाहिए। मप्र में सांची का जो दूध आ रहा है कुछ दिनों पहले उसमें मिलावट पकड़ी गई थी। अपने सिस्टम को ये सही नहीं करते लेकिन बिचौलियों के माध्यम से जो भ्रष्टाचार किया जा रहा है उसी का नतीजा है कि आम जनता को प्रति लीटर दो रुपए ज्यादा देना पड़ रहे हैं। अमूल ने हफ्ते भर पहले बढ़ाए थे रेट हफ्ते भर पहले 1 मई को अमूल ने दूध के भाव बढ़ाए थे। 1 लीटर दूध पर 2 रुपए, जबकि आधा लीटर पर एक रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-जबलपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में नए रेट लागू हो गए हैं। प्रदेश में सांची के बाद अमूल दूध की सबसे ज्यादा खपत होती है। रोजाना साढ़े 3 लाख लीटर से अधिक अमूल दूध की खपत होती है। सबसे ज्यादा इंदौर में करीब सवा लाख लीटर दूध बिकता है। वहीं, भोपाल, जबलपुर-ग्वालियर में 50 से 80 हजार लीटर के बीच दूध की खपत है।

सांची दूध के दाम बढ़ने पर महिला कांग्रेस का प्रदर्शन:अध्यक्ष बोलीं- ऐसा समय आएगा, जब बच्चों को पोलियो ड्रॉप की तरह दूध पिलाया जाएगा
अमूल के बाद सांची ने दूध के दामों में प्रति लीटर दो रुपए की बढ़ोत्तरी की है। दूध के दाम बढ़ने के विरोध में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल के नेतृत्व में महिला कांग्रेस नेत्रियों ने पीसीसी के सामने प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेत्रियों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की। तख्तियों पर लिखे थे ये नारे रोते बच्चे करें पुकार, हमसे दूध मत छीनो सरकार।। कीमत बढ़ गई दूध की, सस्ती हो रही जान, दूध बिना बच्चे रोते हैं मां हो गई परेशान।। महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष बोलीं- पोलियो ड्रॉप की तरह दूध पिलाना पड़ेगा प्रदर्शन के दौरान भोपाल महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष संतोष कंसाना ने कहा- जिस तरह से भारत को सोने की चिडिया कहा जाता था। उसी तरह भारत में ये भी कहा जाता था यहां दूध की नदियां बहतीं थीं। भोजन में यदि कुछ न भी मिले तो ये कहा जाता था कि बच्चों को घर से दूध दही पीकर घर से जाना चाहिए। महिला कांग्रेस दूध की कीमतें बढ़ाने का विरोध करती है और सरकार से यह मांग करती है कि दूध की बढ़ी हुई कीमतें वापस लीजिए। वरना महिला कांग्रेस और उग्र आंदोलन करेगी। बच्चे हों या बुजुर्ग मरीजों तक को दूध देना मुश्किल हुआ महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा- जिस तरह से मोहन सरकार ने दो रुपए दूध की कीमतें बढ़ाई हैं। सांची दूध की कीमतें बढ़ाने से एक आम व्यक्ति को अपने बच्चे को दूध देना मुश्किल हो गया है। चाहे गरीब बुजुर्ग हों या मरीज सभी के लिए दूध एक आवश्यक चीज है। ऐसे में उसकी कीमतें बढ़ाना गरीबों, बच्चों और बुजर्गों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है। हम मांग करते हैं कि दूध की बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेना चाहिए। गरीबों को राहत देना चाहिए। सांची और एनडीडीबी के बीच जो करार हुआ है उससे व्यापारियों, बिचौलियों और सरकार में बैठे लोगों का होगा। आम आदमी को तो दो रुपए प्रति लीटर ज्यादा दाम देना पड़ रहे हैं। अमूल की तर्ज पर काम करने से पहले इनको अपने संसाधन देखना चाहिए। मप्र में सांची का जो दूध आ रहा है कुछ दिनों पहले उसमें मिलावट पकड़ी गई थी। अपने सिस्टम को ये सही नहीं करते लेकिन बिचौलियों के माध्यम से जो भ्रष्टाचार किया जा रहा है उसी का नतीजा है कि आम जनता को प्रति लीटर दो रुपए ज्यादा देना पड़ रहे हैं। अमूल ने हफ्ते भर पहले बढ़ाए थे रेट हफ्ते भर पहले 1 मई को अमूल ने दूध के भाव बढ़ाए थे। 1 लीटर दूध पर 2 रुपए, जबकि आधा लीटर पर एक रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-जबलपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में नए रेट लागू हो गए हैं। प्रदेश में सांची के बाद अमूल दूध की सबसे ज्यादा खपत होती है। रोजाना साढ़े 3 लाख लीटर से अधिक अमूल दूध की खपत होती है। सबसे ज्यादा इंदौर में करीब सवा लाख लीटर दूध बिकता है। वहीं, भोपाल, जबलपुर-ग्वालियर में 50 से 80 हजार लीटर के बीच दूध की खपत है।