सुकांत, सुहास और तरूण ने पैरालम्पिक में जीत के साथ शुरूआत की, मानसी और मंदीप हारीं

पेरिस, 29 अगस्त (भाषा)। भारत के सुकांत कदम, सुहास यथिराज और तरूण ने बृहस्पतिवार को यहां पैरालम्पिक खेलों में बैडमिंटन पुरुष एकल एसएल4 ग्रुप मैचों में अलग अलग अंदाज में जीत हासिल की। सुकांत (31 वर्ष) ने ग्रुप बी के शुरूआती मैच में मलेशिया के मोहम्मद अमीन बुरहानुद्दीन पर एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 17-21 21-15 22-20 से जीत हासिल की। तोक्यो पैरालंपिक के रजत पदक विजेता सुहास को इंडोनेशिया के हिकमत रामदानी को ग्रुप ए मैच में हराने में जरा भी पसीना नहीं बहाना पड़ा, उन्होंने महज 22 मिनट में 21-7 21-5 से जीत दर्ज की। अपना दूसरा पैरालंपिक खेल रहे तरूण ने पुरुष एकल एसएल4 ग्रुप डी मैच में ब्राजील के ओलिवेरा रोजेरेयो जूनियर जेवियर को 21-17 21-19 से मात दी। एसएल4 में वो एथलीट प्रतिस्पर्धा करते हैं जिनके निचले अंग में कमजोरी होती है और जन्हें चलने या दौड़ने में संतुलन की मामूली समस्या होती है। नितेश कुमार और तुलसीमति मुरूगेसन ने हमवतन सुहास यथिराज और पलक कोहली को मिश्रित युगल ( एसएल 3 . एसयू 5) के ग्रुप चरण के पहले मैच में हराया । नितेश और तुलसीमति ने ग्रुप ए का यह मुकाबला 31 मिनट में 21 . 14, 21 . 17 से जीता । हालांकि मंदीप कौर और मानसी जोशी को एसएल3 महिला एकल ग्रुप चरण मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा। मानसी ने ग्रुप ए में इंडोनेशिया की कोनिताह इख्तियार सयाकुरोह के खिलाफ पहला गेम जीत लिया लेकिन दबाव में आकर 21-16 13-21 18-21 से हार गई। मंदीप को ग्रुप बी मैच में नाईजीरिया की मरियम इनियोला बोलाजी से 8-21 14-21 से शिकस्त मिली। शिवराजन सोलाइमलाइ और नित्या श्री की दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी मिश्रित युगल में एसएच6 ग्रुप मैच में अमेरिका के माइल्स क्राजेवस्की और जेसी सिमोन से सीधे गेम में हार गई । उन्हें अमेरिकी जोड़ी ने 35 मिनट में 23 . 21, 21 . 11 से हराया । हरियाणा के करनाल के रहने वाले 29 वर्ष के नितेश और तमिलनाडु की तुलसीमति ने हांगझोउ पैरा एशियाई खेलों में मिश्रित टीम में कांस्य पदक जीता था । एसएल 3 खिलाड़ियों के शरीर के एक हिस्से में विकृति होती है जबकि एसयू 5 खिलाड़ियों के शरीर के ऊपरी हिस्से में विकृति होती है । एसएच 6 वर्ग बौने खिलाड़ियों के लिये है ।

सुकांत, सुहास और तरूण ने पैरालम्पिक में जीत के साथ शुरूआत की, मानसी और मंदीप हारीं
पेरिस, 29 अगस्त (भाषा)। भारत के सुकांत कदम, सुहास यथिराज और तरूण ने बृहस्पतिवार को यहां पैरालम्पिक खेलों में बैडमिंटन पुरुष एकल एसएल4 ग्रुप मैचों में अलग अलग अंदाज में जीत हासिल की। सुकांत (31 वर्ष) ने ग्रुप बी के शुरूआती मैच में मलेशिया के मोहम्मद अमीन बुरहानुद्दीन पर एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 17-21 21-15 22-20 से जीत हासिल की। तोक्यो पैरालंपिक के रजत पदक विजेता सुहास को इंडोनेशिया के हिकमत रामदानी को ग्रुप ए मैच में हराने में जरा भी पसीना नहीं बहाना पड़ा, उन्होंने महज 22 मिनट में 21-7 21-5 से जीत दर्ज की। अपना दूसरा पैरालंपिक खेल रहे तरूण ने पुरुष एकल एसएल4 ग्रुप डी मैच में ब्राजील के ओलिवेरा रोजेरेयो जूनियर जेवियर को 21-17 21-19 से मात दी। एसएल4 में वो एथलीट प्रतिस्पर्धा करते हैं जिनके निचले अंग में कमजोरी होती है और जन्हें चलने या दौड़ने में संतुलन की मामूली समस्या होती है। नितेश कुमार और तुलसीमति मुरूगेसन ने हमवतन सुहास यथिराज और पलक कोहली को मिश्रित युगल ( एसएल 3 . एसयू 5) के ग्रुप चरण के पहले मैच में हराया । नितेश और तुलसीमति ने ग्रुप ए का यह मुकाबला 31 मिनट में 21 . 14, 21 . 17 से जीता । हालांकि मंदीप कौर और मानसी जोशी को एसएल3 महिला एकल ग्रुप चरण मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा। मानसी ने ग्रुप ए में इंडोनेशिया की कोनिताह इख्तियार सयाकुरोह के खिलाफ पहला गेम जीत लिया लेकिन दबाव में आकर 21-16 13-21 18-21 से हार गई। मंदीप को ग्रुप बी मैच में नाईजीरिया की मरियम इनियोला बोलाजी से 8-21 14-21 से शिकस्त मिली। शिवराजन सोलाइमलाइ और नित्या श्री की दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी मिश्रित युगल में एसएच6 ग्रुप मैच में अमेरिका के माइल्स क्राजेवस्की और जेसी सिमोन से सीधे गेम में हार गई । उन्हें अमेरिकी जोड़ी ने 35 मिनट में 23 . 21, 21 . 11 से हराया । हरियाणा के करनाल के रहने वाले 29 वर्ष के नितेश और तमिलनाडु की तुलसीमति ने हांगझोउ पैरा एशियाई खेलों में मिश्रित टीम में कांस्य पदक जीता था । एसएल 3 खिलाड़ियों के शरीर के एक हिस्से में विकृति होती है जबकि एसयू 5 खिलाड़ियों के शरीर के ऊपरी हिस्से में विकृति होती है । एसएच 6 वर्ग बौने खिलाड़ियों के लिये है ।