शहडोल के भाजपा कार्यालय की बिजली कटी:59 हजार का बकाया, गर्मी में कार्यकर्ता परेशान; जिला अध्यक्ष बोलीं-जानकारी नहीं थी

शहडोल में भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय का बिजली कनेक्शन एक बार फिर काट दिया गया है। बिजली कंपनी के मुताबिक कार्यालय पर 59 हजार रुपए से अधिक का बिल बकाया है। बार-बार कहने के बावजूद भाजपा जिला संगठन के पदाधिकारियों ने भुगतान नहीं किया। बिल का नहीं हुआ भुगतान, ऑटोमैटिक कटा कनेक्शन यह दूसरी बार है जब कार्यालय की बिजली काटी गई है। पिछली बार भी बिल का पूरा भुगतान नहीं किया गया था। इससे बकाया राशि लगातार बढ़ती गई। कार्यालय का कनेक्शन ऑटोमैटिक मीटर वाला है, जो अधिक बकाया होने पर खुद से कट जाता है। शहडोल में इन दिनों तापमान बढ़ा हुआ है। बिजली न होने से कार्यालय में होने वाली बैठकों में आने वाले कार्यकर्ता परेशान हैं। उन्हें गर्मी में ही बैठकें करनी पड़ रही हैं। कुछ कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह आपसी गुटबाजी का नतीजा है। कार्यकर्ता बोले- जिला अध्यक्ष की छवि खराब करने की साजिश कार्यकर्ताओं का कहना है कि जानबूझकर बिल जमा नहीं किया जा रहा। इसके पीछे मौजूदा जिला अध्यक्ष की छवि खराब करने की साजिश है। बिजली न होने के कारण कई बैठकें पूरी नहीं हो पाईं। कुछ बैठकें रद्द करनी पड़ीं। बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर रंजीत खैरवार ने बताया कि इसके पहले भी भाजपा कार्यालय का बिजली बिल सही समय पर जमा नहीं हुआ था। इस वजह से बिजली लाइन कट गई थी। तब पार्टी के पदाधिकारी ने कुछ बिजली का भुगतान किया था, जिसके बाद लाइन दोबारा शुरू हुई थी। लेकिन फिर एक बिल न भरने की वजह से लाइन कट गई है।

शहडोल के भाजपा कार्यालय की बिजली कटी:59 हजार का बकाया, गर्मी में कार्यकर्ता परेशान; जिला अध्यक्ष बोलीं-जानकारी नहीं थी
शहडोल में भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय का बिजली कनेक्शन एक बार फिर काट दिया गया है। बिजली कंपनी के मुताबिक कार्यालय पर 59 हजार रुपए से अधिक का बिल बकाया है। बार-बार कहने के बावजूद भाजपा जिला संगठन के पदाधिकारियों ने भुगतान नहीं किया। बिल का नहीं हुआ भुगतान, ऑटोमैटिक कटा कनेक्शन यह दूसरी बार है जब कार्यालय की बिजली काटी गई है। पिछली बार भी बिल का पूरा भुगतान नहीं किया गया था। इससे बकाया राशि लगातार बढ़ती गई। कार्यालय का कनेक्शन ऑटोमैटिक मीटर वाला है, जो अधिक बकाया होने पर खुद से कट जाता है। शहडोल में इन दिनों तापमान बढ़ा हुआ है। बिजली न होने से कार्यालय में होने वाली बैठकों में आने वाले कार्यकर्ता परेशान हैं। उन्हें गर्मी में ही बैठकें करनी पड़ रही हैं। कुछ कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह आपसी गुटबाजी का नतीजा है। कार्यकर्ता बोले- जिला अध्यक्ष की छवि खराब करने की साजिश कार्यकर्ताओं का कहना है कि जानबूझकर बिल जमा नहीं किया जा रहा। इसके पीछे मौजूदा जिला अध्यक्ष की छवि खराब करने की साजिश है। बिजली न होने के कारण कई बैठकें पूरी नहीं हो पाईं। कुछ बैठकें रद्द करनी पड़ीं। बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर रंजीत खैरवार ने बताया कि इसके पहले भी भाजपा कार्यालय का बिजली बिल सही समय पर जमा नहीं हुआ था। इस वजह से बिजली लाइन कट गई थी। तब पार्टी के पदाधिकारी ने कुछ बिजली का भुगतान किया था, जिसके बाद लाइन दोबारा शुरू हुई थी। लेकिन फिर एक बिल न भरने की वजह से लाइन कट गई है।