मानस यज्ञ में शामिल हुए सैकड़ों

छत्तीसगढ़ संवाददाता नवापारा राजिम, 11 जून। श्री नीलकंठ मंदिर बढ़ईपारा में चल रहे मानस यज्ञ के दूसरे दिन सैकड़ों लोगों ने शामिल होकर दर्शन लाभ लिए। प्रात: संत शत्रुघ्न जी ने स्थापित देव देवताओं सर्वतो भद्र, 64 योगिनी, नवग्रह, षोडशोपचार पूजा,कलश आदि का स्नान, पूजा, आरती, प्रसाद चढ़ाने के बाद हनुमान जी महाराज का गंगाजल एवं गाय के दूध से अभिषेक कराया गया। तत्पश्चात हनुमान जी के 1008 नाम से फूलों द्वारा अभिषेक कराया गया। भगवान भोलेनाथ का अभिषेक आरती एवं प्रसाद लगाकर स्तुति की गई। सायं काल 4 बजे से रात्रि 7.30 बजे तक नीलकंठ मंदिर के ऊपर में बने शेड में जिसका निर्माण राज प्रकाश ज्योति शर्मा रायपुर वाले ने अपनी मौसी शांता शर्मा की स्मृति में बनवाया है जो टिन सेड बनवाया है। संत शत्रुघ्न जी, संत महेंद्र जी, संत कीरत जी, सहयोगी ओंकार सिंह ,भक्तिन श्रीमती सीताबाई, प्रमुख यजमान आचार्य रमाकांत महाराज एवं हेमलता शर्मा के द्वारा हवन, यज्ञ,कुंड में आहुति दी गई। हवनादि कार्य में सहयोग कर रही रश्मि शर्मा, पंडित सोहन मिश्रा, पुरुषोत्तम कंसारी ,रमेश पहाडिय़ा आदि यज्ञ स्थल में उपस्थित हुए। और एक लंबा समय उन्होंने आयोजन कर्ताओं के बीच शामिल हुए। हवन आदि कार्य पूरे विधि विधान के साथ एवं अभूतपूर्व तरीके से संपन्न हो रहा है। मानस यज्ञ के तृतीय दिवस प्रथम सत्र प्रात: 8 बजे पुन: पूजा पाठ एवं मानस का पारायण जो निरंतर विगत दो दिनों से चल रहा है, सायं हवन एवं यज्ञ कार्य 4 बजे से 7 तक संचालित होगा, यह जानकारी डॉ.पन्ना वशिष्ठ जो इस आयोजन के प्रायोजक है ने दी है।

मानस यज्ञ में शामिल हुए सैकड़ों
छत्तीसगढ़ संवाददाता नवापारा राजिम, 11 जून। श्री नीलकंठ मंदिर बढ़ईपारा में चल रहे मानस यज्ञ के दूसरे दिन सैकड़ों लोगों ने शामिल होकर दर्शन लाभ लिए। प्रात: संत शत्रुघ्न जी ने स्थापित देव देवताओं सर्वतो भद्र, 64 योगिनी, नवग्रह, षोडशोपचार पूजा,कलश आदि का स्नान, पूजा, आरती, प्रसाद चढ़ाने के बाद हनुमान जी महाराज का गंगाजल एवं गाय के दूध से अभिषेक कराया गया। तत्पश्चात हनुमान जी के 1008 नाम से फूलों द्वारा अभिषेक कराया गया। भगवान भोलेनाथ का अभिषेक आरती एवं प्रसाद लगाकर स्तुति की गई। सायं काल 4 बजे से रात्रि 7.30 बजे तक नीलकंठ मंदिर के ऊपर में बने शेड में जिसका निर्माण राज प्रकाश ज्योति शर्मा रायपुर वाले ने अपनी मौसी शांता शर्मा की स्मृति में बनवाया है जो टिन सेड बनवाया है। संत शत्रुघ्न जी, संत महेंद्र जी, संत कीरत जी, सहयोगी ओंकार सिंह ,भक्तिन श्रीमती सीताबाई, प्रमुख यजमान आचार्य रमाकांत महाराज एवं हेमलता शर्मा के द्वारा हवन, यज्ञ,कुंड में आहुति दी गई। हवनादि कार्य में सहयोग कर रही रश्मि शर्मा, पंडित सोहन मिश्रा, पुरुषोत्तम कंसारी ,रमेश पहाडिय़ा आदि यज्ञ स्थल में उपस्थित हुए। और एक लंबा समय उन्होंने आयोजन कर्ताओं के बीच शामिल हुए। हवन आदि कार्य पूरे विधि विधान के साथ एवं अभूतपूर्व तरीके से संपन्न हो रहा है। मानस यज्ञ के तृतीय दिवस प्रथम सत्र प्रात: 8 बजे पुन: पूजा पाठ एवं मानस का पारायण जो निरंतर विगत दो दिनों से चल रहा है, सायं हवन एवं यज्ञ कार्य 4 बजे से 7 तक संचालित होगा, यह जानकारी डॉ.पन्ना वशिष्ठ जो इस आयोजन के प्रायोजक है ने दी है।