मुख्य धारा में जुड़ी स्कूल से दूर बच्चियां

छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 3 अगस्त। जिला प्रशासन शिक्षा के प्रकाश से विद्यार्थियों के जीवन को रोशन करने प्रतिबद्ध नजर आ रहा है। इसी क्रम में जिले के चिन्हांकित 66 ग्राम पंचायतों में बाल मित्र युवा नेतृत्व विकास कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिसके तहत 66 पंचायतों में बाल मित्र फेलो के माध्यम से ग्राम पंचायत क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही है। विकासखंड कुआकोंडा अंतर्गत ग्राम पंचायत गढ़मिरी के बाल मित्र द्वारा अपने क्षेत्र अंतर्गत 2 शाला त्यागी बच्चियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ते हुए पोटाकेबिन पालनार में प्रवेश कराया गया है, जिससे अब ये छात्राएं शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ते हुए अपना भविष्य संवारेंगी। शाला प्रवेश के उपरांत छात्राओं को नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक, नि:शुल्क गणवेश का वितरण किया गया एवं संस्था में नि:शुल्क आवासीय व्यवस्था प्रदान की गई। ज्ञात हो कि कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी एवं जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन के निर्देशानुसार जिले में संयुक्त सर्वे कार्यक्रम संचालन किया जा रहा है जिसके तहत शाला त्यागी, अप्रवेशी एवं असाक्षरों का चिन्हांकन करते हुए अप्रवेशी, शाला त्यागी बच्चों को निकटतम शालाओं में प्रवेश दिलाया जा रहा है साथ ही असाक्षरों को साक्षर बनाने हेतु विभिन्न कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिला प्रशासन की मंशानुसार बाल मित्र फेलोस के द्वारा अपने अपने क्षेत्रों में अप्रवेशी, शाला त्यागी बच्चों को निकटतम शालाओं में प्रवेश दिलाये जाने हेतु प्रयास किया जा रहे हैं।

मुख्य धारा में जुड़ी स्कूल से दूर बच्चियां
छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 3 अगस्त। जिला प्रशासन शिक्षा के प्रकाश से विद्यार्थियों के जीवन को रोशन करने प्रतिबद्ध नजर आ रहा है। इसी क्रम में जिले के चिन्हांकित 66 ग्राम पंचायतों में बाल मित्र युवा नेतृत्व विकास कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिसके तहत 66 पंचायतों में बाल मित्र फेलो के माध्यम से ग्राम पंचायत क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही है। विकासखंड कुआकोंडा अंतर्गत ग्राम पंचायत गढ़मिरी के बाल मित्र द्वारा अपने क्षेत्र अंतर्गत 2 शाला त्यागी बच्चियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ते हुए पोटाकेबिन पालनार में प्रवेश कराया गया है, जिससे अब ये छात्राएं शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ते हुए अपना भविष्य संवारेंगी। शाला प्रवेश के उपरांत छात्राओं को नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक, नि:शुल्क गणवेश का वितरण किया गया एवं संस्था में नि:शुल्क आवासीय व्यवस्था प्रदान की गई। ज्ञात हो कि कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी एवं जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन के निर्देशानुसार जिले में संयुक्त सर्वे कार्यक्रम संचालन किया जा रहा है जिसके तहत शाला त्यागी, अप्रवेशी एवं असाक्षरों का चिन्हांकन करते हुए अप्रवेशी, शाला त्यागी बच्चों को निकटतम शालाओं में प्रवेश दिलाया जा रहा है साथ ही असाक्षरों को साक्षर बनाने हेतु विभिन्न कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिला प्रशासन की मंशानुसार बाल मित्र फेलोस के द्वारा अपने अपने क्षेत्रों में अप्रवेशी, शाला त्यागी बच्चों को निकटतम शालाओं में प्रवेश दिलाये जाने हेतु प्रयास किया जा रहे हैं।