भविष्य में यूक्रेन में पश्चिमी सैनिकों की मौजूदगी से 'इनकार' नहीं : फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों

पेरिस, 27 फरवरी। यूरोपीय नेताओं की एक सभा में यूक्रेन युद्ध को लेकर हुई चर्चा के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को कहा कि भविष्य में यूक्रेन में पश्चिमी सैनिकों को भेजने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। यूक्रेन पर रूस के हमले को दो वर्ष से ज्यादा का समय हो चुका है। फ्रांसीसी नेता ने पेरिस में 20 यूरोपीय राष्ट्राध्यक्षों और अन्य पश्चिमी अधिकारियों की बैठक में कहा, हम हर आवश्यक कदम उठाएंगे ताकि रूस युद्ध न जीत सके। मैक्रों ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, मौके पर आधिकारिक, समर्थित तरीके से सेना भेजने पर आज कोई सहमति नहीं है लेकिन बदलती परिस्थितियों के संदर्भ में किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। बैठक में जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज और पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा के साथ-साथ बाल्टिक देशों के नेता भी शामिल थे। मैक्रों ने इस बारे में विवरण देने से इनकार कर दिया कि कौन से देश सेना भेजने पर विचार कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि वह कुछ रणनीतिक अस्पष्टता बनाए रखना पसंद करते हैं। मैक्रों ने पहले यूरोपीय नेताओं से हाल के महीनों में युद्ध के मैदान पर रूस के कड़े हमलों का सामना करने के लिए यूक्रेन को अटूट समर्थन प्रदान करके महाद्वीप की सामूहिक सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया था। एपी प्रशांत सिम्मी सिम्मी 2702 0849 पेरिस(एपी)

भविष्य में यूक्रेन में पश्चिमी सैनिकों की मौजूदगी से 'इनकार' नहीं : फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों
पेरिस, 27 फरवरी। यूरोपीय नेताओं की एक सभा में यूक्रेन युद्ध को लेकर हुई चर्चा के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को कहा कि भविष्य में यूक्रेन में पश्चिमी सैनिकों को भेजने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। यूक्रेन पर रूस के हमले को दो वर्ष से ज्यादा का समय हो चुका है। फ्रांसीसी नेता ने पेरिस में 20 यूरोपीय राष्ट्राध्यक्षों और अन्य पश्चिमी अधिकारियों की बैठक में कहा, हम हर आवश्यक कदम उठाएंगे ताकि रूस युद्ध न जीत सके। मैक्रों ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, मौके पर आधिकारिक, समर्थित तरीके से सेना भेजने पर आज कोई सहमति नहीं है लेकिन बदलती परिस्थितियों के संदर्भ में किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। बैठक में जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज और पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा के साथ-साथ बाल्टिक देशों के नेता भी शामिल थे। मैक्रों ने इस बारे में विवरण देने से इनकार कर दिया कि कौन से देश सेना भेजने पर विचार कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि वह कुछ रणनीतिक अस्पष्टता बनाए रखना पसंद करते हैं। मैक्रों ने पहले यूरोपीय नेताओं से हाल के महीनों में युद्ध के मैदान पर रूस के कड़े हमलों का सामना करने के लिए यूक्रेन को अटूट समर्थन प्रदान करके महाद्वीप की सामूहिक सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया था। एपी प्रशांत सिम्मी सिम्मी 2702 0849 पेरिस(एपी)