बस्तर दशहरा के लिए रथ बनाते लकड़ी गिरा

ग्रामीण का पैर टूटा, अस्पताल में छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 1 अक्टूबर। विश्व प्रसिद्ध दशहरा न सिर्फ बस्तर बल्कि विश्व में भी काफी प्रसिद्ध है, इस दशहरा पर्व को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हंै, इस रस्म को निभाने के साथ ही चार और आठ चक्का के रथ का निर्माण करने बस्तर के ग्रामीण ही अहम भूमिका निभाते हंै, ऐसे में इसी आठ चक्का रथ का निर्माण करने के दौरान लकड़ी गिरने से एक ग्रामीण का पैर टूट गया, उसे अस्पताल में भर्ती तो करा दिया गया, लेकिन उसका हालचाल पूछने के लिए कोई भी नहीं गया। बस्तर दशहरा पर्व के लिए तैयार किए जा रहे दुमंजिला काष्ठ रथ के निर्माण के लिए लकड़ी लाने के दौरान ग्रामीण का पैर टूट गया, पिछले कुछ दिनों से मेडिकल कॉलेज में पंचम निषाद का इलाज चल रहा है। इन 8 दिनों में कोई भी उसका हाल-चाल जानने नहीं पहुंचा और इस बात का उसे खेद है। विश्व प्रशिद्ध बस्तर दशहरे पर्व में मुख्य आकर्षण विशालकाय रथ होता है। इस साल 8 चक्कों का रथ तैयार किया जा रहा है। इसे बनाने के दौरान ही पंचम निषाद का पैर टूट गया था, चोट गहरी थी, इसलिए डॉक्टरों को ऑपरेशन करना पड़ा। दर्द से कराह रहे पंचम का हाल जानने न तो कोई जनप्रतिनिधि पहुंचा और न प्रशासन के लोग, बस्तर सांसद और दशहरा कमेटी के अध्यक्ष महेश कश्यप का इस संबंध में कहना है कि समय के साथ बदलाव हो रहा है। पहले कंधे पर भारी-भरकम लकडिय़ां ढोकर लाई जाती थीं और अब ट्रकों से लाई जा रही हैं। सडक़ भी अच्छी है। धीरे-धीरे और सुविधाएं जुटाएंगे।

बस्तर दशहरा के लिए रथ बनाते लकड़ी गिरा

ग्रामीण का पैर टूटा, अस्पताल में छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 1 अक्टूबर। विश्व प्रसिद्ध दशहरा न सिर्फ बस्तर बल्कि विश्व में भी काफी प्रसिद्ध है, इस दशहरा पर्व को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हंै, इस रस्म को निभाने के साथ ही चार और आठ चक्का के रथ का निर्माण करने बस्तर के ग्रामीण ही अहम भूमिका निभाते हंै, ऐसे में इसी आठ चक्का रथ का निर्माण करने के दौरान लकड़ी गिरने से एक ग्रामीण का पैर टूट गया, उसे अस्पताल में भर्ती तो करा दिया गया, लेकिन उसका हालचाल पूछने के लिए कोई भी नहीं गया। बस्तर दशहरा पर्व के लिए तैयार किए जा रहे दुमंजिला काष्ठ रथ के निर्माण के लिए लकड़ी लाने के दौरान ग्रामीण का पैर टूट गया, पिछले कुछ दिनों से मेडिकल कॉलेज में पंचम निषाद का इलाज चल रहा है। इन 8 दिनों में कोई भी उसका हाल-चाल जानने नहीं पहुंचा और इस बात का उसे खेद है। विश्व प्रशिद्ध बस्तर दशहरे पर्व में मुख्य आकर्षण विशालकाय रथ होता है। इस साल 8 चक्कों का रथ तैयार किया जा रहा है। इसे बनाने के दौरान ही पंचम निषाद का पैर टूट गया था, चोट गहरी थी, इसलिए डॉक्टरों को ऑपरेशन करना पड़ा। दर्द से कराह रहे पंचम का हाल जानने न तो कोई जनप्रतिनिधि पहुंचा और न प्रशासन के लोग, बस्तर सांसद और दशहरा कमेटी के अध्यक्ष महेश कश्यप का इस संबंध में कहना है कि समय के साथ बदलाव हो रहा है। पहले कंधे पर भारी-भरकम लकडिय़ां ढोकर लाई जाती थीं और अब ट्रकों से लाई जा रही हैं। सडक़ भी अच्छी है। धीरे-धीरे और सुविधाएं जुटाएंगे।