बिरसा मुंडा व बाबा कार्तिक उरांव के नाम पर चौक स्थापना करने सीएम से की मांग

छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर, 17 जुलाई। जनजाति गौरव युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष इन्दर भगत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मिलकर जनजातीय बाहुल सरगुजा जिले के अंबिकापुर नगर क्षेत्र में जनजातीय महापुरुष भगवान बिरसा मुंडा एवं बाबा कार्तिक उरांव के नाम पर चौक स्थापना की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने कहा कि अंबिकापुर नगर में जनजातीय समाज बड़ी संख्या में निवास करता है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा समस्त जनजातियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, उनके जयंती 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित किया है, जो समस्त देशवासियों एवं जनजातियों के लिए बहुत बड़े सम्मान का विषय है। साथ ही उन्होंने मांग किया कि सरगुजा जिला में उरांव समाज निवास करता है। वनांचल एवं जनजातीय बहुल सरगुजा जिला में उरांव समाज के किसी भी महापुरुष के नाम पर कोई चौक चौराहा नहीं है। उरांव समाज के युगपुरुष बाबा कार्तिक उरांव जिन्होंने देश के समस्त जनजातीय समाज के हितों, अधिकार की रक्षा हेतु सतत कार्य किए। आज देश का पूरा जनजातीय समाज इन महापुरुषों के दिखाए मार्ग पर अग्रसर है। ऐसे महापुरुष धरती आबा बिरसा मुंडा एवं बाबा कार्तिक उरांव समाज में पूजनीय हैं, जिनके पदचिन्हों पर समाज निरंतर चल रहा है। जनजातीय समाज के उत्थान, विकास एवं कल्याण के लिए केंद्र एवं प्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। जनजातीय महापुरुषों के नाम पर चौक स्थापित कर पूरे समाज का स्वाभिमान और गौरव बढ़ाने का आग्रह उनके द्वारा ज्ञापन के माध्यम से किया गया।

बिरसा मुंडा व बाबा कार्तिक उरांव के नाम पर चौक स्थापना करने सीएम से की मांग
छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर, 17 जुलाई। जनजाति गौरव युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष इन्दर भगत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मिलकर जनजातीय बाहुल सरगुजा जिले के अंबिकापुर नगर क्षेत्र में जनजातीय महापुरुष भगवान बिरसा मुंडा एवं बाबा कार्तिक उरांव के नाम पर चौक स्थापना की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने कहा कि अंबिकापुर नगर में जनजातीय समाज बड़ी संख्या में निवास करता है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा समस्त जनजातियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, उनके जयंती 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित किया है, जो समस्त देशवासियों एवं जनजातियों के लिए बहुत बड़े सम्मान का विषय है। साथ ही उन्होंने मांग किया कि सरगुजा जिला में उरांव समाज निवास करता है। वनांचल एवं जनजातीय बहुल सरगुजा जिला में उरांव समाज के किसी भी महापुरुष के नाम पर कोई चौक चौराहा नहीं है। उरांव समाज के युगपुरुष बाबा कार्तिक उरांव जिन्होंने देश के समस्त जनजातीय समाज के हितों, अधिकार की रक्षा हेतु सतत कार्य किए। आज देश का पूरा जनजातीय समाज इन महापुरुषों के दिखाए मार्ग पर अग्रसर है। ऐसे महापुरुष धरती आबा बिरसा मुंडा एवं बाबा कार्तिक उरांव समाज में पूजनीय हैं, जिनके पदचिन्हों पर समाज निरंतर चल रहा है। जनजातीय समाज के उत्थान, विकास एवं कल्याण के लिए केंद्र एवं प्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। जनजातीय महापुरुषों के नाम पर चौक स्थापित कर पूरे समाज का स्वाभिमान और गौरव बढ़ाने का आग्रह उनके द्वारा ज्ञापन के माध्यम से किया गया।