बाबा साहेब जयंती भव्य बाईक रैली में जुटी शहर की सैकड़ों महिलाएं, संविधान का बताया महत्व

डॉ. अंबेडकर ने दलितों को मुख्य धारा में लाने जीवन लगा दिया-जगत रायपुर, 14 अप्रैल। मखियर समाज के अध्यक्ष विनोद त्यागी ने बताया कि भारतीय संविधान ने देश की महिलाओं की दशा और दिशा को बदल दिया। सहीं मायने में महिलाओं को असली आजादी भारत का संविधान बनने के बाद मिली है जिसमें महिलाओं को बराबरी का दर्जा मिला। भारत के संविधान में महिलाओं को अनेक अधिकार प्रदान किये यही कारण है कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। श्री त्यागी ने बताया कि मखियर समाज द्वारा भव्य बाईक रैली की विशिष्ट अतिथि, सामाजिक कार्यकर्ता व महिला नेत्री श्रीमति सावित्री जगत ने सम्मेलन को संबोधन किया। उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान के जनक बाबा साहेब अम्बेडकर की जयंती के 1 दिन पुर्व 13 अप्रैल को मखियर समाज की महिलाओं ने समाज जनों के सैकड़ों की संख्या पर जुटकर भव्य बाईक रैली निकाल कर सामाजिक एकता का परिचय दिया है जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। उन्होंने बताया कि बाबा साहब अंबेडकर जी की रोशनी में पडक़र देश और समाज को रोशन किया है उनके द्वारा दिए गए नर शिक्षित बनो संगठित रहोऔर संघर्ष करो समाज के लिए प्रेरणा है स्वतंत्रता समानता और पक्षधर अंबेडकर राजनीतिक समानता के साथ ही सामाजिक समानता की भी जीवन भर वकालत की थी दलितों को समाज के मुख्य धारा से जोडऩे पूरा जीवन लगा दिया। श्रीमती जगत ने बताया कि आजाद भारत के प्रथम कानून मंत्री के रूप में सदियों से चले आ रही जात-पात भेदभाव की जंजीरों को तोडक़र दुनिया का सबसे अच्छा संविधान बनकर भारत देश को विश्व में एक नहीं पहचान दिलाई इसके पूर्व कार्यक्रम आयोजकगण के द्वारा समाजहित में किये जा रहे कार्यों से प्रभावित होकर श्रीमती जगत का सम्मान भी किया। श्रीमती जगत ने अम्बेडकर जयंती की अग्रिम बधाई देते हुए आयोजकगण को शुभकामनाएं दीं।

बाबा साहेब जयंती भव्य बाईक रैली में जुटी शहर की सैकड़ों महिलाएं, संविधान का बताया महत्व
डॉ. अंबेडकर ने दलितों को मुख्य धारा में लाने जीवन लगा दिया-जगत रायपुर, 14 अप्रैल। मखियर समाज के अध्यक्ष विनोद त्यागी ने बताया कि भारतीय संविधान ने देश की महिलाओं की दशा और दिशा को बदल दिया। सहीं मायने में महिलाओं को असली आजादी भारत का संविधान बनने के बाद मिली है जिसमें महिलाओं को बराबरी का दर्जा मिला। भारत के संविधान में महिलाओं को अनेक अधिकार प्रदान किये यही कारण है कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। श्री त्यागी ने बताया कि मखियर समाज द्वारा भव्य बाईक रैली की विशिष्ट अतिथि, सामाजिक कार्यकर्ता व महिला नेत्री श्रीमति सावित्री जगत ने सम्मेलन को संबोधन किया। उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान के जनक बाबा साहेब अम्बेडकर की जयंती के 1 दिन पुर्व 13 अप्रैल को मखियर समाज की महिलाओं ने समाज जनों के सैकड़ों की संख्या पर जुटकर भव्य बाईक रैली निकाल कर सामाजिक एकता का परिचय दिया है जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। उन्होंने बताया कि बाबा साहब अंबेडकर जी की रोशनी में पडक़र देश और समाज को रोशन किया है उनके द्वारा दिए गए नर शिक्षित बनो संगठित रहोऔर संघर्ष करो समाज के लिए प्रेरणा है स्वतंत्रता समानता और पक्षधर अंबेडकर राजनीतिक समानता के साथ ही सामाजिक समानता की भी जीवन भर वकालत की थी दलितों को समाज के मुख्य धारा से जोडऩे पूरा जीवन लगा दिया। श्रीमती जगत ने बताया कि आजाद भारत के प्रथम कानून मंत्री के रूप में सदियों से चले आ रही जात-पात भेदभाव की जंजीरों को तोडक़र दुनिया का सबसे अच्छा संविधान बनकर भारत देश को विश्व में एक नहीं पहचान दिलाई इसके पूर्व कार्यक्रम आयोजकगण के द्वारा समाजहित में किये जा रहे कार्यों से प्रभावित होकर श्रीमती जगत का सम्मान भी किया। श्रीमती जगत ने अम्बेडकर जयंती की अग्रिम बधाई देते हुए आयोजकगण को शुभकामनाएं दीं।