बचपन से थी देश सेवा की भावना, इसलिए चुना पुलिस विभाग को

स्वतंत्रता दिवस पर उत्कृष्ट सेवा के लिए बस्तर के द्वारिका प्रसाद को मिलेगा सम्मान छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 14 अगस्त। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार के थरगाँव निवासी द्वारिका प्रसाद मिश्रा जो इस वक्त बस्तर जिले के मारडूम थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ हैं, उनके लिए 15 अगस्त का दिन काफी खास होने वाला है, जिसका कारण है कि 32 वर्ष की सेवा के दौरान उन्हें उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान किया जा रहा है। इसकी जानकारी श्री मिश्रा के परिजनों को लगते ही खुशी की लहर देखी जा रही है, वहीं बस्तर जिले से श्री मिश्रा अकेले है, जिन्हें उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मान दिया जा रहा है। इस संबंध में द्वारिका प्रसाद मिश्रा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही पुलिस बन देश की सेवा करने की इच्छा थी। घर में इससे पहले कोई भी पुलिस विभाग में नहीं थे। पिता नारायण प्रसाद मिश्रा शिक्षक थे, जबकि उन्हें बड़े भाई पन्ना लाल मिश्रा किसान है, माँ सीताबाई गृहणी थीं। वर्ष 1993 में एक सिपाही के तौर पर उन्होंने अपनी सेवा शुरू की, जिसके बाद 6 वर्षों तक दंतेवाड़ा में सेवा दी, उसके बाद 25 वर्षों तक बीजापुर जिले में रहकर सेवा दी, 31 वर्षों तक सेवा के दौरान सिपाही से इनका प्रमोशन होते हुए सब इंस्पेक्टर तक का सफर भी तय किया। इतने समय तक सेवा देने के बाद उन्हें बस्तर जिले के रक्षित केंद्र भेजा गया, जहाँ से 9 माह पहले उन्हें मारडूम थाना में एस आई के रूप में सेवा दे रहे हैं। 2 भाई, 2 बहन में तीसरे नंबर के हंै मिश्रा द्वारिका प्रसाद मिश्रा 4 भाई बहन में तीसरे नंबर के हैं, दोनों बहन शादी के बाद गृहणी हैं, जबकि बड़े भाई गाँव में खेती किसानी कर रहे हैं। वर्ष 2008 में पिता का निधन हो गया, जबकि 2021 में माँ का निधन हो गया। बेटा राजस्थान में जबकि बेटी रायपुर में है द्वारिका प्रसाद मिश्रा ने बताया कि उनके 2 बच्चे हैं, जिसमें बेटा देवाशीष मिश्रा बीएससी नर्सिंग रायपुर से करने के बाद राजस्थान में प्रशिक्षण कर रहा है, जबकि उनकी बेटी लालिमा मिश्रा दिशा कॉलेज रायपुर में कॉमर्स की पढ़ाई कर रही है। इन्हें मिल रहा है सम्मान सम्मान मिलने वालों 25 अधिकारी कर्मचारियों में 15 अधिकारियों को वीरता पदक, एक को राष्ट्रपति पदक, 9 अधिकारी को विशिष्ट सेवा के लिए पदक प्रदान किया जा रहा है।

बचपन से थी देश सेवा की भावना, इसलिए चुना पुलिस विभाग को
स्वतंत्रता दिवस पर उत्कृष्ट सेवा के लिए बस्तर के द्वारिका प्रसाद को मिलेगा सम्मान छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 14 अगस्त। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार के थरगाँव निवासी द्वारिका प्रसाद मिश्रा जो इस वक्त बस्तर जिले के मारडूम थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ हैं, उनके लिए 15 अगस्त का दिन काफी खास होने वाला है, जिसका कारण है कि 32 वर्ष की सेवा के दौरान उन्हें उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान किया जा रहा है। इसकी जानकारी श्री मिश्रा के परिजनों को लगते ही खुशी की लहर देखी जा रही है, वहीं बस्तर जिले से श्री मिश्रा अकेले है, जिन्हें उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मान दिया जा रहा है। इस संबंध में द्वारिका प्रसाद मिश्रा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही पुलिस बन देश की सेवा करने की इच्छा थी। घर में इससे पहले कोई भी पुलिस विभाग में नहीं थे। पिता नारायण प्रसाद मिश्रा शिक्षक थे, जबकि उन्हें बड़े भाई पन्ना लाल मिश्रा किसान है, माँ सीताबाई गृहणी थीं। वर्ष 1993 में एक सिपाही के तौर पर उन्होंने अपनी सेवा शुरू की, जिसके बाद 6 वर्षों तक दंतेवाड़ा में सेवा दी, उसके बाद 25 वर्षों तक बीजापुर जिले में रहकर सेवा दी, 31 वर्षों तक सेवा के दौरान सिपाही से इनका प्रमोशन होते हुए सब इंस्पेक्टर तक का सफर भी तय किया। इतने समय तक सेवा देने के बाद उन्हें बस्तर जिले के रक्षित केंद्र भेजा गया, जहाँ से 9 माह पहले उन्हें मारडूम थाना में एस आई के रूप में सेवा दे रहे हैं। 2 भाई, 2 बहन में तीसरे नंबर के हंै मिश्रा द्वारिका प्रसाद मिश्रा 4 भाई बहन में तीसरे नंबर के हैं, दोनों बहन शादी के बाद गृहणी हैं, जबकि बड़े भाई गाँव में खेती किसानी कर रहे हैं। वर्ष 2008 में पिता का निधन हो गया, जबकि 2021 में माँ का निधन हो गया। बेटा राजस्थान में जबकि बेटी रायपुर में है द्वारिका प्रसाद मिश्रा ने बताया कि उनके 2 बच्चे हैं, जिसमें बेटा देवाशीष मिश्रा बीएससी नर्सिंग रायपुर से करने के बाद राजस्थान में प्रशिक्षण कर रहा है, जबकि उनकी बेटी लालिमा मिश्रा दिशा कॉलेज रायपुर में कॉमर्स की पढ़ाई कर रही है। इन्हें मिल रहा है सम्मान सम्मान मिलने वालों 25 अधिकारी कर्मचारियों में 15 अधिकारियों को वीरता पदक, एक को राष्ट्रपति पदक, 9 अधिकारी को विशिष्ट सेवा के लिए पदक प्रदान किया जा रहा है।