फिरौती के लिए अपहरण, बोलेरो से कुचलकर हत्या

गांव के ही 3 गिरफ्तार, 2 नेपाल बॉर्डर पर मिले छत्तीसगढ़ संवाददाता कोरबा, 2 मार्च। करतला थाने के अंतर्गत हुई अपहरण और हत्या का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। फिरौती के लिए युवक का अपहरण किया गया था। पहचान उजागर हो जाने पर उन्होंने युवक की हत्या कर दी। 15 फरवरी सेंदरी पाली के अजय साहू ने करतला थाने में जानकारी दी कि उसके भाई अमित को बोलेरो लेकर बुकिंग के नाम से कुछ अज्ञात लोगों ने 14 फरवरी की रात में बुलाया। 15 फरवरी को सुबह 9.00 बजे उसे मालूम हुआ कि ग्राम औरई से लबेद वन मार्ग पर सिर को पत्थर से एवं बोलेरो वाहन से कुचलकर हत्या कर दी गई है। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने अन्य अधिकारियों के साथ करतला, थाना उरगा, सायबर सेल कोरबा की टीम को जांच का निर्देश दिया। जांच के दौरान पाया गया कि बोलेरो मे भी खून के निशान हैं। घटनास्थल पर ही शव के पास मोबाइल फोन, घड़ी, खून से सना पत्थर मिला। पूछताछ के दौरान यह जानकारी हुई कि मृतक को फोन करके बोलेरो कोरबा हॉस्पिटल मरीज को ब्लड देने जाने के लिए बुक किया गया था। जिस नंबर से फोन आया था वह केरवा के एक व्यक्ति का था। पूछताछ पर पता चला कि काले रंग के स्कूटी में सवार दो अज्ञात व्यक्तियों ने शाम को बात करने के बहाने फोन को लूट लिया था। अमित साहू द्वारा गाड़ी बुकिंग एवं खेती किसानी कार्य में पिता दादूलाल की मदद करता था। पुलिस को यह भी शंका हुई कि मृतक के मृत्यु का कारण जमीन विवाद, पारिवारिक कलह, आपसी लेनदेन का विवाद हो सकता है। जांच के दौरान ऐसा पता नहीं चला। टीम को सूचना मिली कि घटना दिनांक के बाद से नवाडीह के तीन व्यक्ति गांव से गायब थे। एक संदेही पवन कुमार कंवर लौट गया था। पूछताछ में उसने अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। पवन की निशानदेही पर रायपुर से हेमलाल दिव्य एवं राजेश कुमार लहरे को उत्तर प्रदेश, गोरखपुर नेपाल बॉर्डर के पास से पकड़ा गया। आरोपियों को मोबाइल फोन की लूट के शिकार व्यक्ति ने पहचान लिया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया गया कि लूटपाट एवं फिरौती के नीयत से मृतक को धोखे से बुलाकर अपहरण किया। वे जानते थे कि अजय और अमित के पास पैसा रहता है। अमित द्वारा पहचान लेने और पकड़े जाने के डर से बोलेरो वाहन से कुचलकर एवं सिर पर पत्थर पटककर आरोपियों ने हत्या कर दी। घटना मे प्रयुक्त हंसिया, गमछा, लूटा गया मोबाइल फोन और स्कूटी को बरामद किया गया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।

फिरौती के लिए अपहरण, बोलेरो से कुचलकर हत्या
गांव के ही 3 गिरफ्तार, 2 नेपाल बॉर्डर पर मिले छत्तीसगढ़ संवाददाता कोरबा, 2 मार्च। करतला थाने के अंतर्गत हुई अपहरण और हत्या का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। फिरौती के लिए युवक का अपहरण किया गया था। पहचान उजागर हो जाने पर उन्होंने युवक की हत्या कर दी। 15 फरवरी सेंदरी पाली के अजय साहू ने करतला थाने में जानकारी दी कि उसके भाई अमित को बोलेरो लेकर बुकिंग के नाम से कुछ अज्ञात लोगों ने 14 फरवरी की रात में बुलाया। 15 फरवरी को सुबह 9.00 बजे उसे मालूम हुआ कि ग्राम औरई से लबेद वन मार्ग पर सिर को पत्थर से एवं बोलेरो वाहन से कुचलकर हत्या कर दी गई है। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने अन्य अधिकारियों के साथ करतला, थाना उरगा, सायबर सेल कोरबा की टीम को जांच का निर्देश दिया। जांच के दौरान पाया गया कि बोलेरो मे भी खून के निशान हैं। घटनास्थल पर ही शव के पास मोबाइल फोन, घड़ी, खून से सना पत्थर मिला। पूछताछ के दौरान यह जानकारी हुई कि मृतक को फोन करके बोलेरो कोरबा हॉस्पिटल मरीज को ब्लड देने जाने के लिए बुक किया गया था। जिस नंबर से फोन आया था वह केरवा के एक व्यक्ति का था। पूछताछ पर पता चला कि काले रंग के स्कूटी में सवार दो अज्ञात व्यक्तियों ने शाम को बात करने के बहाने फोन को लूट लिया था। अमित साहू द्वारा गाड़ी बुकिंग एवं खेती किसानी कार्य में पिता दादूलाल की मदद करता था। पुलिस को यह भी शंका हुई कि मृतक के मृत्यु का कारण जमीन विवाद, पारिवारिक कलह, आपसी लेनदेन का विवाद हो सकता है। जांच के दौरान ऐसा पता नहीं चला। टीम को सूचना मिली कि घटना दिनांक के बाद से नवाडीह के तीन व्यक्ति गांव से गायब थे। एक संदेही पवन कुमार कंवर लौट गया था। पूछताछ में उसने अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। पवन की निशानदेही पर रायपुर से हेमलाल दिव्य एवं राजेश कुमार लहरे को उत्तर प्रदेश, गोरखपुर नेपाल बॉर्डर के पास से पकड़ा गया। आरोपियों को मोबाइल फोन की लूट के शिकार व्यक्ति ने पहचान लिया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया गया कि लूटपाट एवं फिरौती के नीयत से मृतक को धोखे से बुलाकर अपहरण किया। वे जानते थे कि अजय और अमित के पास पैसा रहता है। अमित द्वारा पहचान लेने और पकड़े जाने के डर से बोलेरो वाहन से कुचलकर एवं सिर पर पत्थर पटककर आरोपियों ने हत्या कर दी। घटना मे प्रयुक्त हंसिया, गमछा, लूटा गया मोबाइल फोन और स्कूटी को बरामद किया गया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।