फौजी बनी सीहोर के सौंठी गांव की बेटी:वर्दी में देख मां की आंखों से छलके खुशी के आंसू; ग्रामीणों ने किया सम्मान

सीहोर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सौंठी श्यामपुर में जीवन सिंह दांगी की बेटी नीलम दांग का असम राइफल्स में पदस्थ होने पर जोरदार स्वागत सम्मान किया। इस मौके पर समाजसेवी अखिलेश राय सहित अन्य ने स्वागत किया, सबसे पहले घर पहुंची तो परिजनों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। बेटी को वर्दी में देख मां की आंखें छलक उठीं। ग्राम सौंठी श्यामपुर में फौजी की वर्दी धारण करने वाली पहली बेटी नीलम है। नीलम का स्वागत ग्रामीणों ने शानदार तरीके से किया। गांव में पढ़ाई के लिए संघर्ष करने वाली नीलम दांगी महिला सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है। देश की सुरक्षा करने में सक्षम हैं बेटियां इस मौके पर असम राइफल्स में पदस्थ होने पर गर्व महसूस करते हुए नीलम ने कहा कि देश की सुरक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम हैं बेटियां, मेरे द्वारा गांव का नाम रोशन किया गया है। इस कामयाबी का श्रेय उसने अपने मां-बाप को दिया और ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया। वरिष्ठ समाजसेवी राय ने नीलम को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा स्वास्थ्य और खेल गतिविधियों के संसाधन उतने उपलब्ध नहीं होते हैं, जो नगरीय क्षेत्र में होते हैं। इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्र की बेटी ने अपनी मेहनत और लगन के साथ-साथ कड़ी मेहनत करके बड़ी उपलब्धि हासिल की है, जो ग्रामीण क्षेत्र की अन्य छात्राओं के लिए निश्चित तौर पर प्रेरणा स्रोत है।

फौजी बनी सीहोर के सौंठी गांव की बेटी:वर्दी में देख मां की आंखों से छलके खुशी के आंसू; ग्रामीणों ने किया सम्मान
सीहोर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सौंठी श्यामपुर में जीवन सिंह दांगी की बेटी नीलम दांग का असम राइफल्स में पदस्थ होने पर जोरदार स्वागत सम्मान किया। इस मौके पर समाजसेवी अखिलेश राय सहित अन्य ने स्वागत किया, सबसे पहले घर पहुंची तो परिजनों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। बेटी को वर्दी में देख मां की आंखें छलक उठीं। ग्राम सौंठी श्यामपुर में फौजी की वर्दी धारण करने वाली पहली बेटी नीलम है। नीलम का स्वागत ग्रामीणों ने शानदार तरीके से किया। गांव में पढ़ाई के लिए संघर्ष करने वाली नीलम दांगी महिला सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है। देश की सुरक्षा करने में सक्षम हैं बेटियां इस मौके पर असम राइफल्स में पदस्थ होने पर गर्व महसूस करते हुए नीलम ने कहा कि देश की सुरक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम हैं बेटियां, मेरे द्वारा गांव का नाम रोशन किया गया है। इस कामयाबी का श्रेय उसने अपने मां-बाप को दिया और ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया। वरिष्ठ समाजसेवी राय ने नीलम को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा स्वास्थ्य और खेल गतिविधियों के संसाधन उतने उपलब्ध नहीं होते हैं, जो नगरीय क्षेत्र में होते हैं। इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्र की बेटी ने अपनी मेहनत और लगन के साथ-साथ कड़ी मेहनत करके बड़ी उपलब्धि हासिल की है, जो ग्रामीण क्षेत्र की अन्य छात्राओं के लिए निश्चित तौर पर प्रेरणा स्रोत है।