पारम्परिक वसंत पंचमी पोशाकों में कलिंगा के विद्यार्थी और शिक्षकगण ने की सरस्वती पूजा

रायपुर, 15 फरवरी।कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रों और संकाय सदस्यों द्वारा आज सुबह विश्वविद्यालय में स्थित देवी सरस्वती की दिव्य मूर्ति की पूजा करके वसंत पंचमी उत्सव मनाया गया। शंखनाद के साथ शुरू हुई पूजा में भाग लेने के लिए विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य और छात्र रिसेप्शन में एकत्र हुए। कलिंगा विवि ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार देवी सरस्वती की पूजा छात्रों के लिए एक लोकप्रिय त्योहार है। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों के जीवन में इसका बहुत महत्व है क्योंकि देवी सरस्वती को ज्ञान की देवी के रूप में पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस शुभ दिन पर देवी सरस्वती की पूजा करने से ज्ञान का आशीर्वाद मिलता है। देवी सरस्वती की मूर्ति को फूलों और केले के पत्तों से खूबसूरती से सजाया गया था। विवि ने बताया कि पूजा, हवन किया गया और मिठाई का भोग लगाया गया। सभी पुरुष प्रतिभागियों ने पीले पारंपरिक कुर्ता पायजामा, महिलाओं ने पारंपरिक पीली साड़ी और सलवार सूट पहने हुए थे। समारोह में डॉ. लिन्सी रॉय, उप कुलसचिव, लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, प्रभारी-छात्र कल्याण अधिष्ठाता, डॉ. ए विजयानंद, कुलानुशासक, डॉ. संजीव कुमार यादव, निदेशक खेल, डॉ. स्मिता प्रेमानंद, फैशन डिजाइनिंग विभाग की प्रमुख की उपस्थिति रही। विवि ने बताया कि सुश्री प्रीति मनहर, मुख्य वार्डन गर्ल्स हॉस्टल, सभी बॉयज़ हॉस्टल के वार्डन- श्री महेश साफी, श्री उत्तम तारोने और श्री सुनील नायक। सुश्री नीतू सिंह, सुश्री अनामिका शुक्ला, सुश्री निकिता जोशी सहायक डीएसडब्ल्यू, श्री शेख अब्दुल कादिर, डिप्टी डीएसडब्ल्यू, सुश्री आयुषी कुचानवार, श्री तोशन तारक, श्री अंश बत्रा, श्री हर्ष खरे, श्री यूनुस रिज़वी, सुश्री महक शर्मा, सुश्री प्रीति और अन्य उपस्थित थे। विवि ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रावासों के विद्यार्थी भी उपस्थित थे।

पारम्परिक वसंत पंचमी पोशाकों में कलिंगा के विद्यार्थी और शिक्षकगण ने की सरस्वती पूजा
रायपुर, 15 फरवरी।कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रों और संकाय सदस्यों द्वारा आज सुबह विश्वविद्यालय में स्थित देवी सरस्वती की दिव्य मूर्ति की पूजा करके वसंत पंचमी उत्सव मनाया गया। शंखनाद के साथ शुरू हुई पूजा में भाग लेने के लिए विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य और छात्र रिसेप्शन में एकत्र हुए। कलिंगा विवि ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार देवी सरस्वती की पूजा छात्रों के लिए एक लोकप्रिय त्योहार है। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों के जीवन में इसका बहुत महत्व है क्योंकि देवी सरस्वती को ज्ञान की देवी के रूप में पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस शुभ दिन पर देवी सरस्वती की पूजा करने से ज्ञान का आशीर्वाद मिलता है। देवी सरस्वती की मूर्ति को फूलों और केले के पत्तों से खूबसूरती से सजाया गया था। विवि ने बताया कि पूजा, हवन किया गया और मिठाई का भोग लगाया गया। सभी पुरुष प्रतिभागियों ने पीले पारंपरिक कुर्ता पायजामा, महिलाओं ने पारंपरिक पीली साड़ी और सलवार सूट पहने हुए थे। समारोह में डॉ. लिन्सी रॉय, उप कुलसचिव, लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, प्रभारी-छात्र कल्याण अधिष्ठाता, डॉ. ए विजयानंद, कुलानुशासक, डॉ. संजीव कुमार यादव, निदेशक खेल, डॉ. स्मिता प्रेमानंद, फैशन डिजाइनिंग विभाग की प्रमुख की उपस्थिति रही। विवि ने बताया कि सुश्री प्रीति मनहर, मुख्य वार्डन गर्ल्स हॉस्टल, सभी बॉयज़ हॉस्टल के वार्डन- श्री महेश साफी, श्री उत्तम तारोने और श्री सुनील नायक। सुश्री नीतू सिंह, सुश्री अनामिका शुक्ला, सुश्री निकिता जोशी सहायक डीएसडब्ल्यू, श्री शेख अब्दुल कादिर, डिप्टी डीएसडब्ल्यू, सुश्री आयुषी कुचानवार, श्री तोशन तारक, श्री अंश बत्रा, श्री हर्ष खरे, श्री यूनुस रिज़वी, सुश्री महक शर्मा, सुश्री प्रीति और अन्य उपस्थित थे। विवि ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रावासों के विद्यार्थी भी उपस्थित थे।