नवापारा चर्च में पैरिश यूथ ग्रुप ने रोपे पौधे, देखभाल की शपथ

छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर,14 जुलाई। रविवार को वेदाग ईशमाता महागिरिजा नवापारा पैरिश यूथ ग्रुप ने वृक्षारोपण किया। यह कार्यक्रम, जिसमें धर्माप्रान्तीय युवा निदेशक फा. अनुरंजन तिग्गा, पैरिश युवा संचालक फा. जॉन जयसवाल और फा. सतीश कच्छप पल्ली पुरोहित संत अन्तोनी चर्च सरगंवा की उपस्थिति में लगभग 50 युवाओं की उत्साहपूर्ण सहभागिता रही। इन सभी ने अपनी माताओं के सम्मान में एक पेड़ माँ के नाम के नारे के तहत एक-एक पौधे लगाने तथा उसकी देखभाल करने की शपथ ली। नवापारा चर्च के पैरिश यूथ ग्रुप के सदस्यों ने इस कार्यक्रम की योजना बनाई, जिसमें पैरिश यूथ ग्रुप ने नियमित बैठकों के माध्यम से आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था और अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की। वृक्षारोपण के लिए स्थल अन्तोनी चर्च सरगंवा का चयन किया गया ताकि वहां नए पेड़ों से अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। युवाओं ने स्थानीय नर्सरी के साथ मिलकर देशी प्रजातियों के पौधों की व्यवस्था की, जो पारिस्थितिक रूप से उपयुक्त और स्थायी थे। सभी युवक युवतियां पैरिश चर्च में एकत्र हुए। जहाँ से वे एक साथ अन्तोनी चर्च सरगंवा की और प्रस्थान किये। कार्यक्रम का शुभारंभ फा. सतीश कच्छप पल्ली पुरोहित संत अन्तोनी चर्च सरगंवा द्वारा प्रार्थना के साथ हुआ, जिसमें कार्यक्रम की सफलता और सभी प्रतिभागियों की भलाई के लिए आशीर्वाद मांगा गया। प्रार्थना के बाद, पैरिश युवा संचालक फा. जॉन जयसवाल ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व और अपनी माताओं के सम्मान में पेड़ लगाने के प्रतीकात्मक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने युवाओं की सराहना की और उन्हें ऐसे महान कार्यों को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शपथ ग्रहण समारोह था। युवा एकजुट होकर खड़े हुए और अपनी माताओं के सम्मान में एक-एक वृक्ष लगाने और उसकी देखभाल करने की शपथ ली। शपथ, जिसे सभी ने एक स्वर में दोहराया, युवाओं की प्रतिबद्धता और ईमानदारी को दर्शाती थी: मैं अपनी माँ के सम्मान में एक वृक्ष लगाने और उसका ध्यान रखने की शपथ लेता हूँ। इस कार्य के माध्यम से, मैं उनकी प्रेम, पोषण और बलिदान का सम्मान करता हूँ। मैं पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं। शपथ ग्रहण के बाद, प्रतिभागी निर्धारित वृक्षारोपण स्थल की ओर बढ़े। उपस्थित सभी पुरोहितों पहले कुछ पौधे लगाकर इस गतिविधि की शुरुआत की। यह कार्य सेवा हेतु नेतृत्व की समर्थन का प्रतीक था। युवाओं ने समूहों में बंटकर शेष पौधों को लगाया। प्रत्येक समूह को आवश्यक उपकरण, जैसे कि फावड़े, पानी के लिए बाल्टी, तसला और जैविक उर्वरक प्रदान किए गए थे। पूरे उत्साह भाईचारे और सहयोग के साथ सभी युवा प्रतिभागियों ने मिलकर काम किया और पौधों को अच्छी तरह से लगाना और पानी देना सुनिश्चित किया। वृक्षारोपण पूरा होने के बाद, प्रत्येक प्रतिभागी ने एक क्षण लेकर अपने-अपने वृक्ष अपनी माँ को समर्पित किया। इस तरह इस कार्य से पर्यावरण के प्रति व्यक्तिगत एवं भावनात्मक संबंध स्थापित हुआ। इस पहल से युवाओं ने न केवल अपनी माताओं का सम्मान किया बल्कि उन में अपने वृक्षों का ध्यान रखने की हेतु जिम्मेदारी की भावना भी जगाई। कार्यक्रम में आये धर्माप्रान्तीय युवा निदेशक फा. अनुरंजन ने युवाओं के इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्य सामुदायिक मूल्यों और कलीसिया की शिक्षा को दर्शाते हैं। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया और अन्य पैरिशों को भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया। फा. सतीश कच्छप पल्ली पुरोहित ने सभी के जीवन में माताओं के महत्व के बारे में मर्मस्पर्शी सन्देश दिया और इस बात पर जोर दिया कि उन्हें समर्पित वृक्ष लगाना एक सुंदर श्रद्धांजलि है। उन्होंने युवाओं को याद दिलाया कि पर्यावरण की देखभाल करना एक नैतिक जिम्मेदारी और ईश्वर द्वारा मानवता को सौंपा गया कर्तव्य है। कार्यक्रम का समापन पैरिश युवा संचालक फा. जॉन जयसवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कार्यक्रम आयोजित करने में पैरिश समुदाय के समर्थन और युवा समूह के सदस्यों की कड़ी मेहनत की प्रशंसा की। युवा समूह ने भी लगाए गए वृक्षों की नियमित रूप से निगरानी और देखभाल करने की प्रतिवद्धता की घोषणा की, ताकि वे अच्छे से विकसित हो सकें। भविष्य के पर्यावरणीय गतिविधियों, जैसे कि सामुदायिक स्वच्छता और जागरूकता कार्यक्रमों की योजनाएं भी प्रस्तुत की गई। इस कार्यक्रम में अनूप टोप्पो, अनिश केरकेट्टा, अलीशा केरकेट्टा, नम्रता खलखो, प्रेरणा एक्का, दीप शिखा एक्का, ओशीन तिर्की, अंशु अलीशा बड़ा, नेल्सन, आशा केरकेट्टा, ऋषि, अविनाश रोशन, कल्पना, जैल्स, रेनुता टोप्पो, रोस लकड़ा, तथा अंजलि एक्का सहित कई युवाओं ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया।

नवापारा चर्च में पैरिश यूथ ग्रुप ने रोपे पौधे, देखभाल की शपथ
छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर,14 जुलाई। रविवार को वेदाग ईशमाता महागिरिजा नवापारा पैरिश यूथ ग्रुप ने वृक्षारोपण किया। यह कार्यक्रम, जिसमें धर्माप्रान्तीय युवा निदेशक फा. अनुरंजन तिग्गा, पैरिश युवा संचालक फा. जॉन जयसवाल और फा. सतीश कच्छप पल्ली पुरोहित संत अन्तोनी चर्च सरगंवा की उपस्थिति में लगभग 50 युवाओं की उत्साहपूर्ण सहभागिता रही। इन सभी ने अपनी माताओं के सम्मान में एक पेड़ माँ के नाम के नारे के तहत एक-एक पौधे लगाने तथा उसकी देखभाल करने की शपथ ली। नवापारा चर्च के पैरिश यूथ ग्रुप के सदस्यों ने इस कार्यक्रम की योजना बनाई, जिसमें पैरिश यूथ ग्रुप ने नियमित बैठकों के माध्यम से आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था और अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की। वृक्षारोपण के लिए स्थल अन्तोनी चर्च सरगंवा का चयन किया गया ताकि वहां नए पेड़ों से अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। युवाओं ने स्थानीय नर्सरी के साथ मिलकर देशी प्रजातियों के पौधों की व्यवस्था की, जो पारिस्थितिक रूप से उपयुक्त और स्थायी थे। सभी युवक युवतियां पैरिश चर्च में एकत्र हुए। जहाँ से वे एक साथ अन्तोनी चर्च सरगंवा की और प्रस्थान किये। कार्यक्रम का शुभारंभ फा. सतीश कच्छप पल्ली पुरोहित संत अन्तोनी चर्च सरगंवा द्वारा प्रार्थना के साथ हुआ, जिसमें कार्यक्रम की सफलता और सभी प्रतिभागियों की भलाई के लिए आशीर्वाद मांगा गया। प्रार्थना के बाद, पैरिश युवा संचालक फा. जॉन जयसवाल ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व और अपनी माताओं के सम्मान में पेड़ लगाने के प्रतीकात्मक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने युवाओं की सराहना की और उन्हें ऐसे महान कार्यों को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शपथ ग्रहण समारोह था। युवा एकजुट होकर खड़े हुए और अपनी माताओं के सम्मान में एक-एक वृक्ष लगाने और उसकी देखभाल करने की शपथ ली। शपथ, जिसे सभी ने एक स्वर में दोहराया, युवाओं की प्रतिबद्धता और ईमानदारी को दर्शाती थी: मैं अपनी माँ के सम्मान में एक वृक्ष लगाने और उसका ध्यान रखने की शपथ लेता हूँ। इस कार्य के माध्यम से, मैं उनकी प्रेम, पोषण और बलिदान का सम्मान करता हूँ। मैं पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं। शपथ ग्रहण के बाद, प्रतिभागी निर्धारित वृक्षारोपण स्थल की ओर बढ़े। उपस्थित सभी पुरोहितों पहले कुछ पौधे लगाकर इस गतिविधि की शुरुआत की। यह कार्य सेवा हेतु नेतृत्व की समर्थन का प्रतीक था। युवाओं ने समूहों में बंटकर शेष पौधों को लगाया। प्रत्येक समूह को आवश्यक उपकरण, जैसे कि फावड़े, पानी के लिए बाल्टी, तसला और जैविक उर्वरक प्रदान किए गए थे। पूरे उत्साह भाईचारे और सहयोग के साथ सभी युवा प्रतिभागियों ने मिलकर काम किया और पौधों को अच्छी तरह से लगाना और पानी देना सुनिश्चित किया। वृक्षारोपण पूरा होने के बाद, प्रत्येक प्रतिभागी ने एक क्षण लेकर अपने-अपने वृक्ष अपनी माँ को समर्पित किया। इस तरह इस कार्य से पर्यावरण के प्रति व्यक्तिगत एवं भावनात्मक संबंध स्थापित हुआ। इस पहल से युवाओं ने न केवल अपनी माताओं का सम्मान किया बल्कि उन में अपने वृक्षों का ध्यान रखने की हेतु जिम्मेदारी की भावना भी जगाई। कार्यक्रम में आये धर्माप्रान्तीय युवा निदेशक फा. अनुरंजन ने युवाओं के इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्य सामुदायिक मूल्यों और कलीसिया की शिक्षा को दर्शाते हैं। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया और अन्य पैरिशों को भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया। फा. सतीश कच्छप पल्ली पुरोहित ने सभी के जीवन में माताओं के महत्व के बारे में मर्मस्पर्शी सन्देश दिया और इस बात पर जोर दिया कि उन्हें समर्पित वृक्ष लगाना एक सुंदर श्रद्धांजलि है। उन्होंने युवाओं को याद दिलाया कि पर्यावरण की देखभाल करना एक नैतिक जिम्मेदारी और ईश्वर द्वारा मानवता को सौंपा गया कर्तव्य है। कार्यक्रम का समापन पैरिश युवा संचालक फा. जॉन जयसवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कार्यक्रम आयोजित करने में पैरिश समुदाय के समर्थन और युवा समूह के सदस्यों की कड़ी मेहनत की प्रशंसा की। युवा समूह ने भी लगाए गए वृक्षों की नियमित रूप से निगरानी और देखभाल करने की प्रतिवद्धता की घोषणा की, ताकि वे अच्छे से विकसित हो सकें। भविष्य के पर्यावरणीय गतिविधियों, जैसे कि सामुदायिक स्वच्छता और जागरूकता कार्यक्रमों की योजनाएं भी प्रस्तुत की गई। इस कार्यक्रम में अनूप टोप्पो, अनिश केरकेट्टा, अलीशा केरकेट्टा, नम्रता खलखो, प्रेरणा एक्का, दीप शिखा एक्का, ओशीन तिर्की, अंशु अलीशा बड़ा, नेल्सन, आशा केरकेट्टा, ऋषि, अविनाश रोशन, कल्पना, जैल्स, रेनुता टोप्पो, रोस लकड़ा, तथा अंजलि एक्का सहित कई युवाओं ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया।