डायरिया के 400 से ज्यादा मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप

रामानुजगंज। छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज क्षेत्र में 400 से अधिक डायरिया के मरीज मिलने से स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया हैं। जिले के करीब 15 गांव के लोग डायरिया के चपेट में है । जबकि गांव-गांव में डायरिया का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। शुरुआती तौर पर पीड़ित ग्रामीणों को उल्टी दस्त की शिकायत हो रही थी, जांच के बाद डायरिया की पुष्टि हुई है । डॉक्टरों के मुताबिक इन मरीजों में से कुछ लोगों की हालत काफी गंभीर है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के डायरिया से ग्रसित होने की कारण अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में जगह नहीं मिल रही है, जिसके बाद मरीजों को गांव के आश्रमों में भर्ती कर डॉक्टर की टीम के द्वारा ईलाज किया जा रहा है । मिली जानकारी के अनुसार, रामानुजगंज जिले के सनावल, डिंडो और बगरा सहित कुल 15 गांव के 400 से ज्यादा लोग होली में दुषित भोजन खाने के बाद बीमार हो गए हैं। एक साथ इतने लोगों के डायरिया की चपेट में आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। सनावल उप स्वास्थ्य केंद्र में डायरिया से ग्रसित मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि मरीजों को बिस्तर नहीं मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गावों में कैंप लगाकर मरीजों का इलाज कर रही है।

डायरिया के 400 से ज्यादा मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
रामानुजगंज। छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज क्षेत्र में 400 से अधिक डायरिया के मरीज मिलने से स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया हैं। जिले के करीब 15 गांव के लोग डायरिया के चपेट में है । जबकि गांव-गांव में डायरिया का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। शुरुआती तौर पर पीड़ित ग्रामीणों को उल्टी दस्त की शिकायत हो रही थी, जांच के बाद डायरिया की पुष्टि हुई है । डॉक्टरों के मुताबिक इन मरीजों में से कुछ लोगों की हालत काफी गंभीर है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के डायरिया से ग्रसित होने की कारण अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में जगह नहीं मिल रही है, जिसके बाद मरीजों को गांव के आश्रमों में भर्ती कर डॉक्टर की टीम के द्वारा ईलाज किया जा रहा है । मिली जानकारी के अनुसार, रामानुजगंज जिले के सनावल, डिंडो और बगरा सहित कुल 15 गांव के 400 से ज्यादा लोग होली में दुषित भोजन खाने के बाद बीमार हो गए हैं। एक साथ इतने लोगों के डायरिया की चपेट में आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। सनावल उप स्वास्थ्य केंद्र में डायरिया से ग्रसित मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि मरीजों को बिस्तर नहीं मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गावों में कैंप लगाकर मरीजों का इलाज कर रही है।