नदी में छलांग लगाई युवती को मछुआरों ने बचाया

छत्तीसगढ़ संवाददाता दुर्ग, 13 मार्च। शिवनाथ नदी के पुराने पुल से नदी में छलांग लगाकर मंगलवार की सुबह एक युवती ने खुदकुशी का प्रयास किया। जिसे मौके पर मौजूद राहगीरों की जागरूकता और स्थानीय मछुवारों के साहस से सुरक्षित बचा लिया गया। करीब 25 से 30 वर्षीय यह युवती केलाबाड़ी वार्ड की निवासी बताई गई है। उसने यह आत्मघाती कदम किस वजह से उठाने का प्रयास किया, फिरहाल इसका खुलासा नहीं हो पाया है। पुलगांव पुलिस की सूचना पर शिवनाथ नदी पहुंचे युवती के परिजनों ने युवती को समझा बुझाकर अपने साथ घर वापस ले गए। युवती को नदी से सुरक्षित बाहर निकलने में स्थानीय मछुवारे प्रभु निषाद और बंशीलाल ढीमर ने अपने साहस का परिचय दिया। जिनके कार्यों को लोगों की प्रशंसा मिल रही है। यहां यह बताना भी लाजिमी होगा कि मोटरसाइकिल से अंजोरा की ओर जा रहे विद्युत नगर निवासी शरद उईके और सुभाषनगर कसारीडीह निवासी प्रवीण साहू की जागरूकता और सक्रियता भी युवती को बचाने में मददगार साबित हुई है। उन्होंने जैसे ही युवती को नदी में डूबते देखा, वैसे ही बचाव बचाव के आवाज के साथ शोर मचाना शुरू कर दिया। तब तक स्थानीय मछुवारों की युवती पर नजर नहीं पड़ी थी, शोर सुनकर मछुवारों ने फुर्ती दिखाई और युवती तक पहुंचकर उसे नदी से सुरक्षित बाहर निकालकर अपने साहस का परिचय दिया। ऐसे आपातकाल की स्थिति में लोगों की जागरूकता व सक्रियता भी जरूरी है, तभी विषम परिस्थितियों से निपटा जा सकता है।

नदी में छलांग लगाई युवती  को मछुआरों ने बचाया
छत्तीसगढ़ संवाददाता दुर्ग, 13 मार्च। शिवनाथ नदी के पुराने पुल से नदी में छलांग लगाकर मंगलवार की सुबह एक युवती ने खुदकुशी का प्रयास किया। जिसे मौके पर मौजूद राहगीरों की जागरूकता और स्थानीय मछुवारों के साहस से सुरक्षित बचा लिया गया। करीब 25 से 30 वर्षीय यह युवती केलाबाड़ी वार्ड की निवासी बताई गई है। उसने यह आत्मघाती कदम किस वजह से उठाने का प्रयास किया, फिरहाल इसका खुलासा नहीं हो पाया है। पुलगांव पुलिस की सूचना पर शिवनाथ नदी पहुंचे युवती के परिजनों ने युवती को समझा बुझाकर अपने साथ घर वापस ले गए। युवती को नदी से सुरक्षित बाहर निकलने में स्थानीय मछुवारे प्रभु निषाद और बंशीलाल ढीमर ने अपने साहस का परिचय दिया। जिनके कार्यों को लोगों की प्रशंसा मिल रही है। यहां यह बताना भी लाजिमी होगा कि मोटरसाइकिल से अंजोरा की ओर जा रहे विद्युत नगर निवासी शरद उईके और सुभाषनगर कसारीडीह निवासी प्रवीण साहू की जागरूकता और सक्रियता भी युवती को बचाने में मददगार साबित हुई है। उन्होंने जैसे ही युवती को नदी में डूबते देखा, वैसे ही बचाव बचाव के आवाज के साथ शोर मचाना शुरू कर दिया। तब तक स्थानीय मछुवारों की युवती पर नजर नहीं पड़ी थी, शोर सुनकर मछुवारों ने फुर्ती दिखाई और युवती तक पहुंचकर उसे नदी से सुरक्षित बाहर निकालकर अपने साहस का परिचय दिया। ऐसे आपातकाल की स्थिति में लोगों की जागरूकता व सक्रियता भी जरूरी है, तभी विषम परिस्थितियों से निपटा जा सकता है।