देश की कला, प्रतिभा एवं हुनर को आगे बढ़ाने में स्वदेशी मेला एक अनुकरणीय पहल-साव

स्वदेशी मेले में 18 राज्यों के कलाकार कर रहे अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 20 फरवरी। उप मुख्यमंत्री अरूण साव सोमवार को स्टेट स्कूल मैदान में आयोजित स्वदेशी मेला में शामिल हुए। उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि स्वदेशी मेला हमारे स्वाभिमान, स्वावलंबन एवं आत्मनिर्भरता से जुड़ा हुआ है। हमारे देश ने दुनिया को विज्ञान, चिकित्सा, वेद, आध्यात्म, संस्कृति एवं शिक्षा दी है और हमारा देश विश्वगुरू रहा है, लेकिन विदेशियों की गुलामी के कारण हमारा स्वाभिमान कमजोर हुआ। हमारे देश की कला, प्रतिभा एवं हुनर को आगे बढ़ाने में स्वदेशी मेला एक अनुकरणीय पहल है। स्वदेशी मेले में 18 राज्यों से कलाकार अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन करने कलाकृति लेकर यहां आए हैं। हमारे देश के कलाकारों में असीम क्षमताएं है। छत्तीसगढ़ में बहुत से कलाकार हैं और उनके द्वारा स्थानीय स्तर पर बनाए गए गुणवत्तापूर्ण उत्पाद की सही तरीके से मार्केटिंग करने तथा बेहतर अवसर मिलने से वे दुनिया में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन कर सकते हंै। उन्होंने कहा कि हमारा देश एक विश्वशक्ति के रूप में उभरा है और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। शीघ्र ही हम दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था की ओर कदम बढ़ा रहे हंै। 21वीं सदी का भारत आत्मनिर्भर, विकसित, समृद्धि एवं खुशहाल भारत है। इस अवसर पर पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, खूबचंद पारख, भरत वर्मा, सचिन बघेल, अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग सहित अन्य अधिकारी, स्वदेशी मेला आयोजन समिति के सदस्य तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

देश की कला, प्रतिभा एवं हुनर को आगे बढ़ाने में स्वदेशी मेला एक अनुकरणीय पहल-साव
स्वदेशी मेले में 18 राज्यों के कलाकार कर रहे अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 20 फरवरी। उप मुख्यमंत्री अरूण साव सोमवार को स्टेट स्कूल मैदान में आयोजित स्वदेशी मेला में शामिल हुए। उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि स्वदेशी मेला हमारे स्वाभिमान, स्वावलंबन एवं आत्मनिर्भरता से जुड़ा हुआ है। हमारे देश ने दुनिया को विज्ञान, चिकित्सा, वेद, आध्यात्म, संस्कृति एवं शिक्षा दी है और हमारा देश विश्वगुरू रहा है, लेकिन विदेशियों की गुलामी के कारण हमारा स्वाभिमान कमजोर हुआ। हमारे देश की कला, प्रतिभा एवं हुनर को आगे बढ़ाने में स्वदेशी मेला एक अनुकरणीय पहल है। स्वदेशी मेले में 18 राज्यों से कलाकार अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन करने कलाकृति लेकर यहां आए हैं। हमारे देश के कलाकारों में असीम क्षमताएं है। छत्तीसगढ़ में बहुत से कलाकार हैं और उनके द्वारा स्थानीय स्तर पर बनाए गए गुणवत्तापूर्ण उत्पाद की सही तरीके से मार्केटिंग करने तथा बेहतर अवसर मिलने से वे दुनिया में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन कर सकते हंै। उन्होंने कहा कि हमारा देश एक विश्वशक्ति के रूप में उभरा है और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। शीघ्र ही हम दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था की ओर कदम बढ़ा रहे हंै। 21वीं सदी का भारत आत्मनिर्भर, विकसित, समृद्धि एवं खुशहाल भारत है। इस अवसर पर पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, खूबचंद पारख, भरत वर्मा, सचिन बघेल, अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग सहित अन्य अधिकारी, स्वदेशी मेला आयोजन समिति के सदस्य तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।