दुर्घटनाओं की रोकथाम, रात में पेट्रोलिंग बढ़ाने की जरूरत-कलेक्टर

राजनांदगांव, 20 अगस्त। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक ली। इस दौरान पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह उपस्थित थे। कलेक्टर भुरे ने विगत कुछ दिनों से राष्ट्रीय राजमार्ग में सडक़ दुर्घटना के कारण मवेशियों की मृत्यु पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि रात्रि के समय राष्ट्रीय राजमार्ग में दुर्घटना अधिक हो रही है। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग में ब्लैक स्पाट का चिन्हांकन करने कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों में सुधारात्मक कार्य कर सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग में रात्रि के समय पेट्रोलिंग बढ़ाने कहा। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग में रात्रि के समय सघन मॉनिटरिंग कर बैठे मवेशियों को हटाने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय राजमार्ग में मवेशियों के बैठने से मवेशियों के साथ जनहानि होने की संभावना बनी रहती है। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों का चिन्हांकन करें जिन स्थानों में अधिक संख्या में मवेशी सडक़ पर बैठते हैं। ऐसे स्थलों से मवेशियों को पशु आश्रय स्थलों में शिफ्टिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने दुर्घटनाजन्य स्थलों में लाईट की व्यवस्था और राष्ट्रीय राजमार्ग में ब्लिंक लाईट लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग में दोबारा ऐसी दुर्घटना होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग से संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय राजमार्ग में सांकेतिक बोर्ड और पशु विचरण बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर भुरे ने राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बने पशु आश्रय स्थलों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने पशुओं को सडक़ो पर नहीं छोडऩे के लिए गांवों में मुनादी कराने के निर्देश दिए। यदि कोई ऐसा कार्य करते पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई करने कहा। सडक़ों पर मवेशियों के दुर्घटना होने पर वाहन चालक जितने जिम्मेदार है उतने ही पशुपालक भी जिम्मेदार हैं। सडक़ पर पशु दुर्घटना होने पर संबंधित पशुमालिक पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

दुर्घटनाओं की रोकथाम, रात में पेट्रोलिंग बढ़ाने की जरूरत-कलेक्टर
राजनांदगांव, 20 अगस्त। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक ली। इस दौरान पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह उपस्थित थे। कलेक्टर भुरे ने विगत कुछ दिनों से राष्ट्रीय राजमार्ग में सडक़ दुर्घटना के कारण मवेशियों की मृत्यु पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि रात्रि के समय राष्ट्रीय राजमार्ग में दुर्घटना अधिक हो रही है। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग में ब्लैक स्पाट का चिन्हांकन करने कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों में सुधारात्मक कार्य कर सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग में रात्रि के समय पेट्रोलिंग बढ़ाने कहा। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग में रात्रि के समय सघन मॉनिटरिंग कर बैठे मवेशियों को हटाने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय राजमार्ग में मवेशियों के बैठने से मवेशियों के साथ जनहानि होने की संभावना बनी रहती है। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों का चिन्हांकन करें जिन स्थानों में अधिक संख्या में मवेशी सडक़ पर बैठते हैं। ऐसे स्थलों से मवेशियों को पशु आश्रय स्थलों में शिफ्टिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने दुर्घटनाजन्य स्थलों में लाईट की व्यवस्था और राष्ट्रीय राजमार्ग में ब्लिंक लाईट लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग में दोबारा ऐसी दुर्घटना होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग से संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय राजमार्ग में सांकेतिक बोर्ड और पशु विचरण बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर भुरे ने राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बने पशु आश्रय स्थलों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने पशुओं को सडक़ो पर नहीं छोडऩे के लिए गांवों में मुनादी कराने के निर्देश दिए। यदि कोई ऐसा कार्य करते पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई करने कहा। सडक़ों पर मवेशियों के दुर्घटना होने पर वाहन चालक जितने जिम्मेदार है उतने ही पशुपालक भी जिम्मेदार हैं। सडक़ पर पशु दुर्घटना होने पर संबंधित पशुमालिक पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।