ट्रंप ने गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार किया

न्यूयॉर्क (अमेरिका), 8 अप्रैल। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गर्भपात के मुद्दे पर उनके रुख को लेकर लगायी जा रही अटकलों के बीच सोमवार को जारी एक वीडियो में गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार करते हुए कहा कि इसका निर्णय राज्यों पर छोड़ा जाना चाहिए। ट्रंप ने अपनी ट्रुथ सोशल वेबसाइट पर पोस्ट वीडियो में कहा, कई लोगों ने मुझसे पूछा है कि गर्भपात और गर्भपात अधिकारों पर मेरा रुख क्या है। मेरा मानना है कि हर कोई कानूनी दृष्टिकोण से गर्भपात चाहता है, राज्य वोट या कानून या संभवत: दोनों के जरिए इसका पता लगाएंगे। उन्होंने वीडियो में यह नहीं बताया कि वह कितने सप्ताह की गर्भावस्था में गर्भपात पर रोक लगाने के पक्ष में हैं। उन्होंने गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार किया। ट्रंप ने वीडियो में एक बार फिर रो बनाम वेड फैसला पलटने के उच्चतम न्यायालय के निर्णय के लिए श्रेय लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह गर्भपात कराने के संवैधानिक अधिकार को खत्म करने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति हैं। बहरहाल, उन्होंने तीन अपवादों - बलात्कार, अनाचार और मां की जान खतरे में होने पर गर्भपात कराने का समर्थन किया।(एपी)

ट्रंप ने गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार किया
न्यूयॉर्क (अमेरिका), 8 अप्रैल। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गर्भपात के मुद्दे पर उनके रुख को लेकर लगायी जा रही अटकलों के बीच सोमवार को जारी एक वीडियो में गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार करते हुए कहा कि इसका निर्णय राज्यों पर छोड़ा जाना चाहिए। ट्रंप ने अपनी ट्रुथ सोशल वेबसाइट पर पोस्ट वीडियो में कहा, कई लोगों ने मुझसे पूछा है कि गर्भपात और गर्भपात अधिकारों पर मेरा रुख क्या है। मेरा मानना है कि हर कोई कानूनी दृष्टिकोण से गर्भपात चाहता है, राज्य वोट या कानून या संभवत: दोनों के जरिए इसका पता लगाएंगे। उन्होंने वीडियो में यह नहीं बताया कि वह कितने सप्ताह की गर्भावस्था में गर्भपात पर रोक लगाने के पक्ष में हैं। उन्होंने गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार किया। ट्रंप ने वीडियो में एक बार फिर रो बनाम वेड फैसला पलटने के उच्चतम न्यायालय के निर्णय के लिए श्रेय लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह गर्भपात कराने के संवैधानिक अधिकार को खत्म करने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति हैं। बहरहाल, उन्होंने तीन अपवादों - बलात्कार, अनाचार और मां की जान खतरे में होने पर गर्भपात कराने का समर्थन किया।(एपी)