टॉप सीड हान युई को हराकर सिंधु सेमीफाइनल में

कुआलालम्पुर, 24 मई । भारत की शीर्ष शटलर पीवी सिंधु ने टॉप सीड चीन की हान युई को शुक्रवार को तीन गेमों के संघर्ष में हराकर मलेशिया मास्टर्स, बीडब्लूएफ 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। 2022 में सिंगापुर ओपन जीतने के बाद अपने पहले खिताब की तलाश में जुटी सिंधु ने विश्व की छठे नंबर की खिलाड़ी युई को 21-13 14-21 21-12 से पराजित कर दिया। सिंधु पिछले महीने चीन में बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में पहली बार युई से तीन गेमों में हार गई थीं। 28 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी का वर्ष का यह सातवां टूर्नामेंट है। वह फरवरी में बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में चोट से उबरकर लौटीं। सिंधु की धीमी और स्थिर प्रगति ने उन्हें मलेशिया मास्टर्स में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव पर पहुंचने में मदद कीि वह सात महीने में अपने पहले सेमीफाइनल में पहुंचीं। वह आखिरी बार पिछले साल अक्टूबर में डेनमार्क ओपन के सेमीफाइनल चरण में पहुंची थीं। भारतीय का अगला मुकाबला थाई शटलर बुसानन ओंगबामरुंगफान से होगा, जिन्होंने पुत्री कुसुमा वर्दानी को 21-12, 21-23, 21-16 से हराया। सिंधु थाई खिलाड़ी से करियर मुकाबलों में 17-1 से आगे हैं। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता ने लगातार पांच अंक हासिल कर 16-13 की बढ़त से पहला गेम जीत लिया। लेकिन चीनी खिलाड़ी ने वापसी की और दूसरे गेम में 15-3 की बढ़त बना ली। हालांकि सिंधु 18-13 से अंतर को कम करने में सफल रही, लेकिन शुरुआती घाटे को कम करने में विफल रही और उन्हें निर्णायक गेम खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। दूसरा गेम हारने के बावजूद, सिंधु ने निर्णायक गेम में अपना संयम बनाए रखते हुए जीत सुनिश्चित की और अंतिम गेम में युई को 21-16 से हरा कर 55 मिनट में मैच जीत लिया। सिंधु ने अपने प्रदर्शन के बारे में कहा, तीसरा गेम हम दोनों के लिए महत्वपूर्ण था। पहली रैली से, मैंने सुनिश्चित किया कि मैं खेल पर केंद्रित करूं और आसान अंक नहीं दिए। मैं नियंत्रण में थी और मुझे जीत का भरोसा था। मैं अपने खेल से खुश हूं क्योंकि मैं उनसे अपना आखिरी मैच हार गई थी, यह शर्म की बात थी क्योंकि मैं आगे चल रही थी, लेकिन यह जीत एक बदले की तरह है। मैं तीन गेमों के लिए तैयार थी, मैं लंबी रैलियों के लिए तैयार थी। इस स्तर पर, आप सीधे मैच की उम्मीद नहीं कर सकते। शीर्ष 10 खिलाड़ी उच्चतम मानकों के हैं, आप इसे आसानी से नहीं ले सकते। यह अच्छा है कि मैं सेमीफाइनल में पहुंची हूं, इससे मुझे बहुत आगे तक जाने का आत्मविश्वास मिला है। पेरिस 2024 दो महीने दूर है, दो बार की ओलंपिक पदक विजेता - रियो 2016 (रजत) और टोक्यो 2020 (कांस्य) - को विश्वास है कि वह समय के साथ अपने चरम पर पहुंच सकती है। अन्य महिला एकल मैच में, अश्मिता चालिहा छठी वरीयता प्राप्त चीन की झांग यी मैन से सीधे गेम में हार गईं, जिससे क्वार्टर फाइनल में उनका अभियान समाप्त हो गया। चालिहा को दुनिया के 16वें नंबर की चीनी खिलाड़ी के हाथों 30 मिनट में 10-21,15-21 से हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने इससे पहले दुनिया की 10वें नंबर की खिलाड़ी अमेरिका की बेइवेन झांग को 21-19, 16-21, 21-12 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की थी। इसका मतलब है कि सिंधु अब बीडब्लूएफ सुपर 500 टूर्नामेंट में एकमात्र भारतीय बची हैं। --(आईएएनएस)

टॉप सीड हान युई को हराकर सिंधु सेमीफाइनल में
कुआलालम्पुर, 24 मई । भारत की शीर्ष शटलर पीवी सिंधु ने टॉप सीड चीन की हान युई को शुक्रवार को तीन गेमों के संघर्ष में हराकर मलेशिया मास्टर्स, बीडब्लूएफ 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। 2022 में सिंगापुर ओपन जीतने के बाद अपने पहले खिताब की तलाश में जुटी सिंधु ने विश्व की छठे नंबर की खिलाड़ी युई को 21-13 14-21 21-12 से पराजित कर दिया। सिंधु पिछले महीने चीन में बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में पहली बार युई से तीन गेमों में हार गई थीं। 28 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी का वर्ष का यह सातवां टूर्नामेंट है। वह फरवरी में बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में चोट से उबरकर लौटीं। सिंधु की धीमी और स्थिर प्रगति ने उन्हें मलेशिया मास्टर्स में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव पर पहुंचने में मदद कीि वह सात महीने में अपने पहले सेमीफाइनल में पहुंचीं। वह आखिरी बार पिछले साल अक्टूबर में डेनमार्क ओपन के सेमीफाइनल चरण में पहुंची थीं। भारतीय का अगला मुकाबला थाई शटलर बुसानन ओंगबामरुंगफान से होगा, जिन्होंने पुत्री कुसुमा वर्दानी को 21-12, 21-23, 21-16 से हराया। सिंधु थाई खिलाड़ी से करियर मुकाबलों में 17-1 से आगे हैं। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता ने लगातार पांच अंक हासिल कर 16-13 की बढ़त से पहला गेम जीत लिया। लेकिन चीनी खिलाड़ी ने वापसी की और दूसरे गेम में 15-3 की बढ़त बना ली। हालांकि सिंधु 18-13 से अंतर को कम करने में सफल रही, लेकिन शुरुआती घाटे को कम करने में विफल रही और उन्हें निर्णायक गेम खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। दूसरा गेम हारने के बावजूद, सिंधु ने निर्णायक गेम में अपना संयम बनाए रखते हुए जीत सुनिश्चित की और अंतिम गेम में युई को 21-16 से हरा कर 55 मिनट में मैच जीत लिया। सिंधु ने अपने प्रदर्शन के बारे में कहा, तीसरा गेम हम दोनों के लिए महत्वपूर्ण था। पहली रैली से, मैंने सुनिश्चित किया कि मैं खेल पर केंद्रित करूं और आसान अंक नहीं दिए। मैं नियंत्रण में थी और मुझे जीत का भरोसा था। मैं अपने खेल से खुश हूं क्योंकि मैं उनसे अपना आखिरी मैच हार गई थी, यह शर्म की बात थी क्योंकि मैं आगे चल रही थी, लेकिन यह जीत एक बदले की तरह है। मैं तीन गेमों के लिए तैयार थी, मैं लंबी रैलियों के लिए तैयार थी। इस स्तर पर, आप सीधे मैच की उम्मीद नहीं कर सकते। शीर्ष 10 खिलाड़ी उच्चतम मानकों के हैं, आप इसे आसानी से नहीं ले सकते। यह अच्छा है कि मैं सेमीफाइनल में पहुंची हूं, इससे मुझे बहुत आगे तक जाने का आत्मविश्वास मिला है। पेरिस 2024 दो महीने दूर है, दो बार की ओलंपिक पदक विजेता - रियो 2016 (रजत) और टोक्यो 2020 (कांस्य) - को विश्वास है कि वह समय के साथ अपने चरम पर पहुंच सकती है। अन्य महिला एकल मैच में, अश्मिता चालिहा छठी वरीयता प्राप्त चीन की झांग यी मैन से सीधे गेम में हार गईं, जिससे क्वार्टर फाइनल में उनका अभियान समाप्त हो गया। चालिहा को दुनिया के 16वें नंबर की चीनी खिलाड़ी के हाथों 30 मिनट में 10-21,15-21 से हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने इससे पहले दुनिया की 10वें नंबर की खिलाड़ी अमेरिका की बेइवेन झांग को 21-19, 16-21, 21-12 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की थी। इसका मतलब है कि सिंधु अब बीडब्लूएफ सुपर 500 टूर्नामेंट में एकमात्र भारतीय बची हैं। --(आईएएनएस)