चूहा मारने रखी दवा बच्चों ने भभूत समझकर खाई:चारों को उल्टियां होने पर पता चला तो अस्पताल लाए

अशोकनगर की बोहरे कॉलोनी में एक कमरे में चूहा मारने के लिए रखी दवा को चार मासूम बच्चों ने भभूत समझकर खाई ली। कुछ देर बाद एक के बाद एक सभी को उल्टी होने लगी तो उनसे कुछ खाने के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि घर में जो भभूत रखी थी उसे खाई है। घर में परिजनों ने देखा तो वह चूहा मार दवा थी। दरअसल, शुक्रवार शाम करीब 7 बजे के करीब समर्थ पुत्र अवदेश उम्र 7 साल, अगम पुत्र दिनेश उम्र 7 साल, हिमांशी पुत्री दिनेश उम्र 8 साल एवं पड़ोसी के बेटे शौर्य पचौरी खेल रहे थे। जिस जगह पर दवा रखी थी वहां बच्चे खेलते-खेलते पहुंच गए, अगम की दादी ने चूहा मार दवा रखी थी। बच्चों को लगा की यह भभूत है तो उन्होंने उसे खा ली। कुछ ही देर में उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद बच्चों को जिला अस्पताल लेकर आए जहां पर सभी बच्चों को उपचार हेतु भर्ती किया गया है।

चूहा मारने रखी दवा बच्चों ने भभूत समझकर खाई:चारों को उल्टियां होने पर पता चला तो अस्पताल लाए
अशोकनगर की बोहरे कॉलोनी में एक कमरे में चूहा मारने के लिए रखी दवा को चार मासूम बच्चों ने भभूत समझकर खाई ली। कुछ देर बाद एक के बाद एक सभी को उल्टी होने लगी तो उनसे कुछ खाने के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि घर में जो भभूत रखी थी उसे खाई है। घर में परिजनों ने देखा तो वह चूहा मार दवा थी। दरअसल, शुक्रवार शाम करीब 7 बजे के करीब समर्थ पुत्र अवदेश उम्र 7 साल, अगम पुत्र दिनेश उम्र 7 साल, हिमांशी पुत्री दिनेश उम्र 8 साल एवं पड़ोसी के बेटे शौर्य पचौरी खेल रहे थे। जिस जगह पर दवा रखी थी वहां बच्चे खेलते-खेलते पहुंच गए, अगम की दादी ने चूहा मार दवा रखी थी। बच्चों को लगा की यह भभूत है तो उन्होंने उसे खा ली। कुछ ही देर में उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद बच्चों को जिला अस्पताल लेकर आए जहां पर सभी बच्चों को उपचार हेतु भर्ती किया गया है।